भारत में जल्द आ रही है विश्व स्तरीय स्काई डाइविंग सुविधा

'खेल महाशक्ति' बनने की ओर अग्रसर हो चला है देश!

स्काई डाइविंग भारत

Source- TFIPOST

जब-जब, जो-जो होना है, तब-तब सो-सो होता है। भारत के परिप्रेक्ष्य में यह कथन एकदम सटीक बैठता है। जीवन में कई चीज़ पहली बार घटित होती हैं पर भारत की तरक्की की राह में कई बड़े कदम देर आ रहे हैं पर दुरुस्त आ रहे हैं। भारत वैश्विक स्तर पर खेलों में अपने नाम को बड़ा बनाना चाहता है। अभी तक की मानें तो वैश्विक स्तर पर “खेल” राष्ट्रीय प्रतिष्ठा का प्रतीक बन गया है। समय का सुखद संयोग है कि खेल के मामलों में भारत की तस्वीर अब बदल रही है। सरकार एथलीटों और खेल की बुनियादी संरचना पर ध्यान एकाग्रचित कर चुकी है और यही अब भारत की नई उपलब्धि बनने जा रही है।

दरअसल, जैसे-जैसे खेल के विभिन्न क्षेत्रों की जड़ें जम रही है, वैसे ही यह क्षेत्र तेजी से बदलता भी जा रहा है। सरकार भारत को एक खेल महाशक्ति बनाने की योजना बना रही है। यह विडंबना की बात है जो कदम दशकों पूर्व उठाए जाने चाहिए थे उनका फीता अब कट रहा है। पिछली सरकारों की दुर्भावना और खेलों के प्रति सौतेला व्यवहार भारत को खेल में अपनी क्षमता से कमतर परिणाम देता रहा और यह बहुत लंबे समय तक अचल चलता रहा है। लेकिन अब वर्तमान सरकार देश के भीतर हर खेल को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है।

जाहिर है, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने भारत में विशिष्ट हवाई खेल (स्काई डाइविंग) को बढ़ावा देने के लिए भारत की पहली राष्ट्रीय वायु खेल नीति (NASP 2022) का अनावरण किया है। नए NASP 2022 के अनुसार, एक चार स्तरीय संरचना देश में हवाई खेलों को नियंत्रित करेगी। एयर स्पोर्ट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (ASFI) सभी हवाई खेलों के लिए शीर्ष निकाय होगा। अन्य स्तरों के रूप में भारत में राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और जिला स्तर के संघ भी स्थापित किए जाएंगे।

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केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के अनुसार, इससे भारत को 8000 करोड़ रुपये वार्षिक राजस्व और 1 लाख से अधिक प्रत्यक्ष रोजगार पैदा करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, “यह भारत के लिए अपनी सही जगह लेने और हवाई खेलों की वैश्विक राजधानी बनने का समय है। हम देश में रोमांच और खेल का माहौल बनाना चाहते हैं। इसके लिए हम 35 वर्ष से कम आयु के अपने युवाओं की ऊर्जा का लाभ उठाएंगे। भारत का भौगोलिक विस्तार बहुत बड़ा है और इसलिए आपके पास इस देश में हवाई खेलों की व्यापक विविधता रखने की क्षमता है।”

एयर स्पोर्ट्स में हवा के माध्यम से जुड़ी विभिन्न खेल गतिविधियां शामिल हैं। इनमें एयर-रेसिंग, एरोबेटिक्स, एयरो मॉडलिंग, ड्रोन, पैराग्लाइडिंग, पैरामोटरिंग और स्काई डाइविंग जैसे खेल शामिल हैं। नीति का उद्देश्य कई प्रमुख उद्देश्यों को प्रदान करना है जिसमें विशिष्ट हवाई खेलों को बढ़ावा देना, अच्छी अंतरराष्ट्रीय प्रथाओं को अपनाना, शासन संरचना की स्पष्टता, एयरो-स्पोर्ट्स में चैंपियन बनाना और भारत में हवाई खेल उपकरणों का विकास-विनिर्माण और एयर स्पोर्ट्स में भारत को आत्मनिर्भर बनाना शामिल है।

भारत में होगी विश्व स्तरीय स्काई डाइविंग सुविधा

निस्संदेह, हवाई खेलों को लेकर उठाया जा रहा सरकार का यह कदम काफी सराहनीय है। यह देश के युवाओं में स्काइडाइविंग या पैराग्लाइडिंग जैसे साहसिक खेलों में अपना नाम बनाने का अवसर प्रदान करने वाला है। साहसिक खेलों के प्रति प्रेरित युवाओं की एक बड़ी संख्या के साथ सरकार भारत को जल्द ही हवाई खेलों की दुनिया में एक अग्रणी राष्ट्र बनाने के लिए प्रेरित कर रही है। अब वह समय समीप है जब भारत के पास अपनी विश्व स्तरीय स्काई डाइविंग और अन्य हवाई खेल अवसंरचना होगी। और अंततः एक और बड़ी बाधा एवं सौतेले वव्यवहार को झेल रहा खेल नई ऊंचाई हासिल करने की ओर अग्रसर है। अब विश्व स्तरीय स्काई डाइविंग सुविधा जल्द ही भारत में आ रही है जिसके बाद नए अवसर धड्डले से खुलेंगे।

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