देश को बेड़ियों में जकड़ने वाली पार्टी अब कंगना की इमरजेंसी के विरोध में कूद पड़ी है

कंगना रनौत की फ़िल्म इमरजेंसी से कांग्रेसियों को हो रही है दिक्कत!

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Source- TFIPOST HINDI

एक बात तो माननी पड़ेगी कि कंगना रनौत जैसी भी हों अपने रोल में पानी की भांति ढलने योग्य अवश्य हैं। हाल ही में उनकी आगामी फिल्म ‘इमरजेंसी’ का फर्स्ट लुक सामने आया जिसमें कंगना ने इंदिरा गांधी के लुक को हूबहू उतार दिया है। ‘इमरजेंसी’ के पोस्टर में उन्हें देख कौन कहेगा कि ये वही कंगना हैं जिन्होंने कुछ ही माह पूर्व ‘धाकड़’ जैसी महा फ्लॉप मूवी दी थी। लेकिन अब इस फिल्म को लेकर भी विवाद उत्पन्न होने की संभावना तेज हो गई है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि कैसे देश की सबसे ‘बेरोजगार पार्टी’ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अब डिमांड कर रही है कि कंगना रनौत की आने वाली फिल्म ‘इमरजेंसी’ किसी भी अन्य व्यक्ति से पूर्व उन्हें दिखाई जाए।

दरअसल, मध्य प्रदेश की कांग्रेस मीडिया डिपार्टमेंट की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा ने कंगना रनौत को भाजपा की एजेंट बताया है। साथ ही कहा कि कंगना ने भाजपा के कहने पर ही इंदिरा गांधी का रोल किया है ताकि वह उनकी इमेज खराब कर सकें। कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि फिल्म रिलीज करने से पहले उन्हें दिखाई जाए। अब इमेज खराब करने का तो पता नहीं पर कांग्रेस ने ये आरोप बिल्कुल गलत लगाया है कि कंगना रनौत भाजपा एजेंट हैं। देखिए, जो अभिनेत्री अपने हाथों से मुनव्वर फारूकी जैसे मरियल व्यक्ति के मृत करियर में जान फूंक सके, वो और कुछ भी हो जाए भाजपा एजेंट तो कतई नहीं हो सकती।

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परंतु आपको क्या लगता है, ये कांग्रेस की पहली ऐसी नौटंकी है? अगर आप ऐसा सोच रहे हैं तो आप बिल्कुल गलत हैं। कांग्रेस अब मानसिक दिवालियापन की शिकार हो गई है, उनके पास करने को कुछ नहीं है, मोदी विरोध में उन्होंने खुद ही अपनी भद पिटवा ली है। इस पार्टी के नेता आये दिन किसी भी मुद्दे पर विधवा विलाप करते दिख जाते हैं! ध्यान देने वाली बात है कि इमरजेंसी पर यह आपत्ति मध्य प्रदेश कांग्रेस की ओर से आई है जहां के सर्वेसर्वा हैं कमलनाथ, जिन्होंने इमरजेंसी को लागू करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाई थी। यहां तक कि जब राजनीतिक व्यंग्य ‘किस्सा कुर्सी का’ प्रतिबंधित हुई थी तो उसके प्रिन्ट जलवाने में भी इनका अप्रत्यक्ष रूप से एक बहुत बड़ा हाथ रहा था!

अब आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि इसका ‘इमरजेंसी’ फिल्म से क्या लेना देना? लेना देना है क्योंकि इससे पूर्व भी मध्य प्रदेश कांग्रेस ने काफी रायता फैलाया है। वर्ष 2017 में जब ‘इंदु सरकार’ और वर्ष 2019 में जब ‘द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ सामने आई तो भी इसी इकाई ने काफी बवाल मचाया था और तो और मध्य प्रदेश कांग्रेस ने तो ‘द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ को अप्रत्यक्ष रूप से प्रतिबंधित करने का भी प्रयास किया था। बेकार ही प्रयास किया, दोनों ही फुस्स पटाखा सिद्ध हुए!

परंतु इनकी नौटंकी यहीं पर खत्म नहीं हुई। जब 2020 में ‘छपाक’ रिलीज हुई थी तो अति उत्साह में कांग्रेस ने इसे टैक्स फ्री घोषित कर दिया, इसलिए नहीं कि उन्हें लोगों को सामाजिक मुद्दों पर जागरूक करना था अपितु इसलिए कि वह उसी के साथ प्रदर्शित हो रहे ‘तान्हाजी’ को नीचा दिखाना चाहते थे क्योंकि वह एक मराठा योद्धा के शौर्य पर आधारित फिल्म थी। शायद इसीलिए अब देश की जनता पिछले कई वर्षों से इस पार्टी को बुरी तरह से नकारते आ रही है और अब स्थिति ऐसी है कि यह पार्टी खुद का अस्तित्व बचाने की लड़ाई लड़ रही है।

हालांकि, कंगना रनौत द्वारा अभिनीत फिल्म ‘इमरजेंसी’ कैसी होगी और इसके क्या परिणाम होंगे ये भविष्य के गर्भ में छिपा है परंतु जिस प्रकार से कांग्रेस लालायित है, उससे एक बात तो सुनिश्चित अवश्य हो गई है कि कंगना की इस फिल्म को इतनी ऑडियंस मिलेगी कि एमपी कांग्रेस ही क्या कांग्रेस हाइकमान भी पसीना पोछते नजर आएगी!

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