‘फ्लॉप के बादशाह’ रणबीर कपूर के सामने फिल्मों की लाइन कैसे लगी रहती है?

'बेशरम', 'रॉय', 'बॉम्बे वेलवेट' और 'तमाशा' जैसी फ्लॉप के बाद भी इन्हें मिल रही हैं फिल्में!

रणबीर कपूर फ्लॉप

Source- TFI

लोग जानते थे कि शमशेरा की हालत खराब होगी परंतु इतनी खराब होगी किसी ने भी सोचा नहीं था। ओपनिंग वीकेंड में किसी तरह 32 करोड़ खींचने के बाद सोमवार को महादेव का ऐसा श्राप पड़ा कि शमशेरा एक नहीं, दो नहीं, सीधे धड़ाम से 3 करोड़ पर आ गिरी। लेकिन ध्यान देने वाली बात है कि इतना भयानक फ्लॉप के बाद भी तापसी पन्नू की भांति रणबीर कपूर को भी फिल्म पर फिल्म मिलना जारी है। इस लेख में हम विस्तार से बॉलीवुड की उस रीति के बारे में जानेंगे जो रणबीर कपूर के जीवन का पर्याय है और जो ‘शमशेरा’ के सुपरफ्लॉप होने के बाद भी जारी रहेगी यानी फिल्में मिलते रहेंगी, चाहे वो इसके योग्य हों या नहीं!

और पढ़ें: शमशेरा फ़िल्म समीक्षा: रणबीर कपूर की फ़िल्म देखने से अच्छा है 3 घंटे चैन की नींद ले लो

दरअसल, अब शमशेरा भी लगभग उसी परिपाटी पर चल पड़ी है जैसी तापसी पन्नू की ‘शाबाश मिट्ठू’, परंतु इसके बाद भी तापसी पन्नू के पास जिस प्रकार से फिल्मों की कोई कमी नहीं है, वैसे ही रणबीर कपूर के पास भी फिल्मों की कोई कमी नहीं है और जनाब के पास एक एक्स फैक्टर भी है कि वो कपूर खानदान से हैं। परंतु रणबीर कपूर को इतनी फिल्में मिलती कैसे हैं? उन्होंने ऐसा किया क्या है जो वो इस योग्य हैं? आप कहेंगे कि उन्होंने ‘Rockstar’, ‘Barfi’, ‘Tamasha’, ‘Rocket Singh’ जैसी अभूतपूर्व फिल्में की हैं!

ध्यान देने वाली बात है कि हिट और फ्लॉप किसी अभिनेता के बस में नहीं होते परंतु अगर केवल वित्तीय सफलता किसी अभिनेता को मापने का पैमाना हो तो उस हिसाब से केके मेनन और इरफान खान जैसे लोग किसी योग्य नहीं हैं। परंतु इन दोनों को रणबीर कपूर के समक्ष खड़ा कर दिया जाए तो रणबीर एक्टिंग का A भी प्रदर्शित नहीं कर पाएंगे और ‘बॉम्बे वेलवेट’ पर तो अभी चर्चा प्रारंभ भी नहीं हुई है।

ये तो कुछ भी नहीं है। धर्मा प्रोडक्शन और टी सीरीज़ के अतिरिक्त यदि रणबीर कपूर ने किसी के साथ काम किया तो क्या प्राप्त किया? निल बट्टे सन्नाटा! वर्ष 2013 के पश्चात जो उन्हें थोड़ी बहुत सफलता मिल भी जाती लेकिन वो भी ‘बेशरम’ के पश्चात खत्म हो गई और तब से उन्होंने जितनी भी फिल्में की, सब लाइन से फ्लॉप हुई। अगर ‘संजू’ और कुछ हद तक ‘तमाशा’ को छोड़ दें तो एक भी फिल्म आज तक अपने बजट तक को रिकवर नहीं कर पाई है। आज जिस तरह ‘शमशेरा’ औंधे मुंह गिरी है, उसी भांति एक समय अनुराग बसु की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘जग्गा जासूस’ का भी कुछ ऐसा ही हाल हुआ था जिसमें डिज्नी तक ने अपना पैसा लगाया था।

परंतु क्या आपको लगता है कि रणबीर कपूर की कथा यहां पर खत्म हो जाएगी? नहीं, समस्या यहीं पर है क्योंकि उनके पास अभी ‘ब्रह्मास्त्र’ की फ्रेंचाइज़ है जिसका भविष्य भी बहुत सुनहरा नहीं लगता और फिर चर्चित निर्देशक लव रंजन की एक untitled फिल्म भी है। साथ ही आश्चर्यजनक रूप से ‘कबीर सिंह’ एवं ‘अर्जुन रेड्डी’ जैसी फिल्में बनाने वाले संदीप रेड्डी वांगा ने उन्हें अपने अगले फिल्म ‘एनिमल’ में मुख्य रोल के लिए चुना है। ऐसे में कपूर परिवार से आने वाले रणबीर को फिल्में मिलना शायद ही बंद हो लेकिन उनकी हालिया फिल्मों के प्रदर्शन से यह तो तय होते दिख रहा है कि उनका करियर ढ़लान की ओर बढ़ गया है और वो जल्द ही रसातल में पहुंच जाएंगे!

और पढ़ें: संजय दत्त चुन-चुनकर दुनिया के सबसे घटिया रोल कर रहे हैं

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Exit mobile version