आज के समय में चीन पूरे विश्व के लिए एक बड़ा खतरा बनता चला जा रहा है। चीन बड़े ही चालाक तरीके से दुनिया पर राज करने के सपने देखता है। हालांकि अब दुनिया के तमाम देश चीन के चालाक रवैये और पैंतरेंबाजी से परिचित होने लगे है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद की रेस में शामिल ऋषि सुनक ने एक बड़ा बयान देते हुए चीन को अपने देश और दुनिया की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा माना है। हाल ही में एक बयान देते हुए ऋषि सुनक ने कहा कि “अगर वे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बन जाते हैं, तो चीन के विरुद्ध सख्त रुख अख्तियार करेंगे।”
भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में शामिल हैं। उनके प्रधानमंत्री बनने की संभावना काफी अधिक है। इसी कारण चीन ने ऋषि सुनक को अपने पाले में लाने का प्रयास करते हुए, हाल ही में अपने सरकारी भोंपू यानी ग्लोबल टाइम्स के माध्यम से उनकी काफी तारीफ की। ग्लोबल टाइम्स ने कहा था कि “सुनक ही ऐसे एकमात्र उम्मीदवार हैं, जो ब्रिटेन और चीन के बीच संबंधों को विकसित करने का व्यावहारिक दृष्टिकोण रखते हैं।”
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चीन को दिखाया आईना
चीन तो चला था मक्खन लगाने, परंतु उसे कहां मालूम था कि वो जिन ऋषि सुनक की तारीफें कर रहा है, वहीं उसको आईना दिखा देंगे। दरअसल, ग्लोबल टाइम्स द्वारा ऋषि सुनक की तारीफें किए जाने पर ब्रिटेन में बड़ा विवाद खड़ा हो गया। सुनक की प्रतिद्वंदी लिज़ ट्रस उन पर हमलावर हो गई और चीन-रूस के प्रति नरम रूख रखने का आरोप लगाने लगी। जिसके बाद ऋषि सुनक ने कड़े शब्दों के माध्यम से चीन के लिए अपना रूख स्पष्ट किया है। सुनक ने चीन को “नंबर-1 खतरा” बताते हुए कहा कि “वे अगर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बन जाते हैं, तो वे चीन के खिलाफ सख्त रहेंगे।”
ऋषि सुनक ने चीन के प्रति कड़ा रुख दिखाते हुए कहा कि “वे अगर पीएम बने, तो चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) से जुड़े सभी इंस्टीट्यूट बंद कर देंगे, जो ब्रिटेन के विश्वविद्यालयों और स्कूलों में मंदारिन (चीनी भाषा) पढ़ा रहे है। उच्च शिक्षा प्रतिष्ठानों को मिलने वाली 60 हजार डॉलर से अधिक की विदेशी फंडिंग का पता लगाया जाएगा। साथ ही ब्रिटेन की घरेलू जासूसी एजेंसी का उपयोग चीनी जासूसी से निपटने में सहायता करने के लिए किया जाएगा।” इसके अलावा सुनक ने साइबर स्पेस में चीनी खतरों से निपटने के लिए “नाटो-शैली” जैसा अंतरष्ट्रीय सहयोग का निर्माण करने का प्रयास करने की भी बात कही।
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चीन की गलत नीतियों पर ऋषि सुनक के तेवर सख्त
चीन पर भड़कते हुए ऋषि सुनक ने कहा कि वो चीन हमारी तकनीक चुरा रहा है। हमारे विश्वविद्यालयों में घुसपैठ कर रह है। रूस से तेल खरीदकर वे पुतिन को बढ़ावा दे रहा है। साथ ही ताइवान समेत अन्य पड़ोसियों को भी डराने और धमकाने के प्रयासों में जुटा हुआ है। इसके साथ ही सुनक ने चीन की वैश्विक “बेल्ट एंड रोड” योजना पर भी कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि “वे अपमानजनक ऋण के जरिए विकासशील देशों को दबाने के प्रयासों में लगा है। अब बस बहुत हो गया। ब्रिटेन समेत पूरे पश्चिम ने लाल कालीन बिछाकर चीन की नापाक और महत्वाकांक्षीय गतिविधियों के खिलाफ आंखें मूंदे हुए हैं। एक प्रधानमंत्री के रूप में पहले दिन मैं इसे बदल दूंगा।”
अपने इन बयानों के जरिए ऋषि सुनक ने चीन के प्रति अपने रूख को स्पष्ट कर दिया। उन्होंने साफ शब्दों में चीन को चेता दिया है कि चीन यह वहम ना पालें कि वो अगर प्रधानमंत्री बनते हैं, तो वे चीन की गलत नीतियों के विरुद्ध आवाज नहीं उठाएंगे। उन्होंने चीन को साफ कर दिया कि वे उसकी नापाक हरकतों का खुलकर विरोध करेंगे और चीन को रास्ते पर लाने का काम करेंगे। चीन जिस तरह से विश्व पर अपनी पकड़ बनाने के लिए अलग-अलग रणनीतियां बना रहा है, ऐसे समय में उसे रोकना बेहद ही जरूरी है, जिसके लिए बड़े देशों को साथ आकर चीन के विरुद्ध कार्रवाई करने की सख्त आवश्कयता है।
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