एक राजा जिसका कभी केन्द्र की सत्ता पर सिक्का चलता था, जो राष्ट्रीय राजनीति में एजेंडा सेट करता था और विपक्षियों को अपने बयानों से दुत्कार देता था लेकिन पार्टी के हाथ से सत्ता क्या फिसली उसका राजनीतिक करियर तो अर्श से फर्श पर गिरकर कांच की तरह टूट गया है। आप सोच रहे होंगे कि आखिर हम किसकी बात कर रहे हैं तो ये वो राजनेता हैं जिन्होंने हमेशा ही अल्पसंख्यकों के तुष्टीकरण की नीति के कारण हिंदुओं की मुश्किलें बढ़ायी हैं और अपनी पार्टी को हाशिए पर लाने में अहम भूमिका निभाई है
इस लेख में हम मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह की वर्तमान अवस्था पर ध्यान देंगे और जानेंगे कि कैसे वो देश के नैरेटिव को कंट्रोल करने से लेकर अब सड़कछाप गुंडे की भांति पुलिसकर्मियों का कॉलर पकड़ने पर उतर आए हैं।
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निकाय चुनाव की सियासत गर्म है
एमपी में इस समय निकाय चुनाव की सियासत गर्म है और जिला पंचायत चुनावों में कांग्रेस को अपनी हार स्पष्ट नजर आ रही है। अब कहावत तो आपने सुनी होगी, ’खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे’ और दिग्गी राजा इसे सार्थक करते हुए भोपाल के ही ज़िला पंचायत कार्यालय में जाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ हंगामा करने लगे। इस दौरान एक ऐसी तस्वीर सामने आई जिसने सभी को चौंका दिया है। दरअसल, इस विरोध प्रदर्शन के दौरान दिग्विजय सिंह ने पुलिसकर्मियों के साथ खूब हाथापाई की और उनकी बीजेपी के कई विधायकों समेत मंत्री विश्वास सारंग के साथ भी तीखी झड़प हुई।
वहीं सबसे अजीबो-गरीब तस्वीर वो थी जिसमें दिग्गज नेता इतने आक्रामक हो गए कि उन्होंने एक पुलिसकर्मी का कॉलर तक पकड़ लिया उनकी इस हरक़त की तस्वीर भी क्लिक हुई और अब वो वायरल हो गयी है। इस फ़ोटो को लेकर दिग्विजय सिंह की आलोचनाओं का दौर शुरू हो गया है। भले ही कैसे भी अधिकारी हों लेकिन किसी ऑन ड्यूटी पुलिसकर्मी के साथ बदसलूकी निंदनीय ही होती है और इसके चलते पुलिसकर्मी का कॉलर पकड़कर दिग्विजय सिंह ने अपनी और अपनी पार्टी की बुरी फजीहत करवा ली है। उन्हें सोशल मीडिया पर खूब ट्रोल भी किया जा रहा है।
ऐसा अशोभनीय व्यवहार किसी पूर्व CM पर शोभा नहीं देता। पुलिस अफसर के कॉलर पकड़ रहे हैं, चिल्ला रहे हैं…ये बदतमीजी है। लोकतंत्र में जय और पराजय चलती रहती हैं। लेकिन एक पुलिस वाले का कॉलर पकड़ने का अधिकार किसने दिया? मैं इसकी निंदा करता हूँः मध्य प्रदेश CM शिवराज सिंह चौहान, भोपाल pic.twitter.com/mXXgL3KOWC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 29, 2022
दिग्विजय की ऐसी हरकत ने बीजेपी को उनके विरुद्ध बोलने का एक बड़ा अवसर दे दिया और इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिग्विजय सिंह पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने दिग्विजय सिंह और पुलिसवालों के बीच हुई धक्का-मुक्की को कांग्रेस की बौखलाहट बताया है। सीएम शिवराज ने कहा, ”ऐसा अशोभनीय व्यवहार किसी पूर्व मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देता है। पुलिस अफसर का कॉलर पकड़ रहे हैं, कलेक्ट्रेट के गेट को धक्का देकर तोड़ने की कोशिश कर रहे है। लोकतंत्र में जय और पराजय चलती रहती है, लेकिन ऐसी बौखलाहट कि आप पुलिस अफसर का कॉलर पकड़ें, यह अधिकार आपको किसने दिया?”
“पूर्व मुख्यमंत्री को ऐसा व्यवहार शोभा नहीं देता”
वहीं इस मामले में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने दिग्विजय सिंह द्वारा भोपाल जिला पंचायत निर्वाचन के दौरान पुलिस अधिकारी से दुर्व्यवहार किए जाने की घटना को शर्मनाक बताया है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री को ऐसा व्यवहार शोभा नहीं देता, जिस तरह उन्होंने एक पुलिस अफसर का कॉलर पकड़ा और निर्वाचन स्थल पर धक्का-मुक्की की, वह बेहद शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का मूल चरित्र अपराधीकरण का रहा है।
दिग्विजय सिंह भले ही किसी सही बात को लेकर प्रदर्शन कर रहे हों लेकिन उनके इस बर्ताव ने उनकी ही फजीहत करवा दी है। इसके साथ ही यह भी साबित हो गया है कि मध्य प्रदेश की राजनीति से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर अपना सिक्का चलाने वाला यह नेता आज इतना हताश हो गया है कि अब उसे पुलिसकर्मियों के कॉलर तक पकड़ने पड़ रहे हैं। दिग्विजय सिंह को राघोगढ़ का राजा कहा जाता है उनकी पुश्तैनी विरासत के चलते आज भी उन्हें लोग राजा की तरह ही समझते हैं। दिग्विजय की पुश्तैनी रियासत के चलते ही उनकी कांग्रेस पार्टी में विशेष हनक रही है।
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यह वही दिग्विजय सिंह है जिन्होंने भगवा आतंकवाद और हिंदू आतंकवाद का एजेंडा सेट किया था और 26/11 हमलें को बीजेपी और RSS की साज़िश से जोड़ दिया था। ये वही दिग्विजय सिंह हैं जो कि एक वक्त कांग्रेस के लिए बीजेपी के खिलाफ दुष्प्रचार का एजेंडा गढ़ते थे। साध्वी प्रज्ञा ठाकुर और कर्नल पुरोहित को झूठे केस में जेल पहुंचाने में भी दिग्गी राजा की विशेष भूमिका थी लेकिन आज स्थिति बदल चुकी है।
दिग्विजय सिंह ने हमेशा ही बीजेपी, आरएसएस और पीएम मोदी के खिलाफ अजीबोगरीब बयान दिए हैं और ओसामा बिन लादेन के सम्मान में ‘जी’ जैसे सम्मान सूचक शब्दों का प्रयोग किया है। आज स्थिति यह है कि दिग्विजय के बयानों के चलते न केवल कांग्रेस पार्टी गर्त में है बल्कि देश का राजनीतिक एजेंडा कंट्रोल करने वाले दिग्गी राजा हताशा में आजकल पुलिसकर्मियों के कॉलर कंट्रोल कर रहे हैं।
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