स्किन केयर के नाम पर आपको उल्लू बनाया जा रहा है, देखिए कैसे कमाई कर रही हैं कंपनियां

स्किन केयर मार्केट का बढ़ता ग्राफ एक छलावा है!

skin care brands

Source- Google

सुंदर दिखना भला किसे पसंद नहीं होता। हर कोई चाहता है उसकी त्वचा हमेशा चमकती हुई दिखाई दे, चेहरे पर दाग-धब्बे न हो परंतु इसी सुंदरता के नाम पर स्कीन केयर उत्पादन बेचने वाली कंपनियां लोगों को अपने जाल में फंसाती है और लोग फंसते जाते हैं। आज के समय में आप देखें तो हर चीज के लिए कोई न कोई उत्पाद मिल ही जाएगा। आपके चेहरे पर अगर पिंपल है तो उसके लिए मार्केट में हजारों तरह के फेसवॉश उपलब्ध हैं। महिला हो या पुरुष हर किसी के लिए आपको कई तरह के प्रोडक्ट मार्केट में मिल जाएंगे। इन कंपनियों द्वारा तो ऐसे भी कई उत्पाद बेचे जाते हैं जो बढ़ती उम्र में भी लोगों को जवां दिखाने तक के दावे करते हैं।

दरअसल, स्किन केयर उत्पाद बनाने वाली कंपनियां यह भली भांति जानती हैं कि आजकल लोग अपनी त्वचा को लेकर कितने जागरूक हैं। इसलिए यह लोगों की हर समस्या से जुड़े उत्पाद लेकर सामने आ जाती हैं। यही कारण है कि भारत में तेजी से स्किन केयर बाजार फल-फूल रहा है। भारतीय स्किन केयर बाजार दुनिया के पांचवें सबसे बड़े स्किन बाजारों में से एक है। पिछले कुछ वर्षों में इसमें काफी उछाल देखने को मिला है। ऐसा माना जाता है कि इस बाजार में सबसे अधिक पैसा युवा लगाते हैं। अच्छा दिखने की चाहत में युवा वर्ग अधिक पैसे खर्च करने से कोई गुरेज नहीं करता।

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इसमें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का है बड़ा हाथ

मार्केट रिसर्च कंपनी स्टेटिस्टा के अनुसार वर्ष 2013 में भारतीय स्किन केयर बाजार 5.8 बिलियन डॉलर का था जो अब बढ़कर 7.65 बिलियन डॉलर का हो गया है। यही नहीं, वर्ष 2026 तक इस मार्केट का 2 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। स्किन केयर उत्पादों के यूं बढ़ते हुए इस्तेमाल के पीछे ई-कॉर्मर्स वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का भी बहुत बड़ा हाथ है। सोशल मीडिया पर स्किन केयर प्रोडक्ट का प्रचार प्रसार किया जाता है। सोशल मीडिया पर तमाम इन्फ्लुएंसर भी इन उत्पादों को प्रमोट करते नजर आते है।

आज के समय में बहुत बड़ी संख्या में लोग सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं। सोशल मीडिया बड़े स्तर पर लोगों को प्रभावित करने की क्षमता रखता है। जो कुछ भी हम सोशल मीडिया पर देखते हैं उसे हम आजमाने की ओर कदम भी बढ़ा देते हैं। ऐसी कई रिपोर्ट सामने आ चुकी है जिसमें बताया गया है कि सोशल मीडिया ही लाखों लोगों को स्किन केयर का प्रयोग करने के लिए लुभाता है। कई लोग तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इंफ्लुएंसर बन गए हैं जो लोगों को कौन से उत्पादों का उपयोग करना चाहिए, किन उत्पादों का प्रयोग नहीं करना चाहिए, यह सलाह देते नजर आते हैं। सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर अलग-अलग ब्रांड के तमाम उत्पादों का प्रचार करते हैं परंतु क्या यह इंफ्लुएंसर्स उस प्रोडक्ट के प्रति जवाबदेह होते हैं? जवाब है- बिल्कुल नहीं!

स्किन केयर ब्रांड्स की कठपुतली हैं इंफ्लुएंसर्स

ध्यान देने वाली बात है कि स्किन केयर ब्रांड्स ऐसे लोगों को चुनती है जो बड़ी क्षमता में लोगों को प्रभावित कर सकते हैं। उन लोगों से अपने प्रोडक्ट प्रमोट कराती है और बड़ी संख्या में उन्हें फॉलो करने वाले लोग प्रोडक्ट की तरफ आकर्षित होते हैं। परंतु क्या जितने भी लोग उन उत्पादों का इस्तेमाल कर रहे हैं क्या उन्हें मालूम है कि यह प्रोडक्ट उन पर कैसा असर करेंगे? यह आवश्यक तो नहीं कि हर उत्पाद हर किसी के लिए बना हो। ऐसे में सवाल तो यह भी है कि अगर किसी पर प्रोडक्ट का दुष्परिणाम हो जाए तो जिम्मेदारी किसकी होगी? उत्पाद बनाने वाली कंपनी की या उनका प्रचार प्रसार करने वाले इंफ्लुएंसर की? क्योंकि जो लोग आपको तमाम उत्पादों का प्रयोग करने के लिए कह रहे हैं वे कोई त्वचा विशेषज्ञ तो नहीं हैं। स्किन केयर ब्रांड उनसे ऐसा करने के लिए कहती है और बिना जांच किए कि उत्पाद में कौन से केमिकल्स है, किस पर कैसे प्रभाव डालेंगे, इसके दूरगामी परिणाम क्या हो सकते हैं, वो इनका प्रचार कर देते हैंं।

ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब इनफ्लुएंसर को बातों में आकर लोगों को अलग-अलग ब्रांड के उत्पादों का प्रयोग करना भारी पड़ गया। ऐसा करने से उन्हें स्किन से जुड़ी समस्याएं शुरू हो गई। एक मामला तो ऐसा तक सामने आया था जब महिला को केवल इसलिए गर्भपात कराना पड़ा क्योंकि वो ओरल रेटिनॉइड्स ले रही थी। वो नहीं जानती थी कि प्रेग्नेंसी में ओरल रेटिनॉइड्स नहीं लेते और बिना किसी प्रिस्क्रिप्शन के उसे ख़रीदा था।

ऐसे में इससे यह साफ हो जाता है कि बिना किसी जानकारी के स्किन केयर से जुड़े उत्पादों का प्रयोग करना कितना खतरनाक हो सकता हैI इसीलिए स्किन केयर का यह यूं बढ़ता हुआ बाजार एक बड़े खतरे के समान है। ऐसे में यह जरूरी है है कि आप अपने स्किन केयर से जुड़े तमाम उत्पाद चुनते हुए सावधान रहें। ब्रांड्स के बड़े-बड़े दावों पर भरोसा न करें। हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि सोशल मीडिया पर आपको जो इनफ्लुएंसर्स सलाह दे रहे हैं वे कोई त्वचा विशेषज्ञ नहीं है, वे सिर्फ और सिर्फ स्किन केयर ब्रांड्स की कठपुतली हैं जो पैसे के लिए आपको बेवकूफ बनाते हैं। ऐसे में किसी के जाल में न फंसकर जांच पड़ताल करके अपने स्किन से जुड़े उत्पादों का चुनाव करें और उसे प्रयोग में लाए।

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