“मुझे मारा गया, शॉक लगाए गए, पागल बना दिया”- आमिर के भाई फैसल का सनसनीखेज बयान

आमिर खान ने किया अपने भाई फैसल खान का शोषण !

Faisal khan vs Amir khan

Source- TFI

जब बुरा समय आता है तो आप कहीं के नहीं रहते और आमिर खान को इसका आभास कुछ अलग ही प्रकार से हो रहा है। “लाल सिंह चड्ढा” भारतीय बॉक्स ऑफिस पर क्या फ्लॉप हुई, लोगों ने अब एक-एक बात पर उनकी खटिया खड़ी करनी प्रारंभ कर दी है और अब बात तो उनके अस्पष्ट अतीत पर भी आ चुकी है। इस लेख में हम परिचित होंगे आमिर खान के उस अतीत से, जिसके बारे में चर्चा तो खूब होती है पर विश्लेषण कोई नहीं करना चाहता। मामला है उनके अपने भ्राता फैसल खान का।

आमिर खान को मीडिया द्वारा ‘मिस्टर परफेक्शनिस्ट’ की उपाधि दी गई है परंतु वो वास्तव में कितने ‘परफेक्ट’ हैं, ये केवल दो ही लोग जानते हैं- विजय कृष्ण आचार्य, जिन्होंने ‘लाल सिंह चड्ढा’ से पूर्व ‘ठग्स ऑफ हिंदोस्तान’ के माध्यम से आमिर खान के परफेक्शनिस्ट होने की पोल खोली और दूसरे हैं फैसल खान, जो आमिर खान के छोटे भाई हैं। ये दोनों ही चर्चित प्रोड्यूसर ताहिर हुसैन के बेटे हैं और उनके चाचा नासिर हुसैन एक चर्चित निर्माता, निर्देशक एवं कथाकार भी थे।

परंतु फैसल खान इतनी चर्चा में क्यों हैं? आखिर आमिर खान ने इनका क्या बिगाड़ा था, जिसके कारण सोशल मीडिया पर गड़े मुर्दे फिर से उखाड़े जा रहे हैं? असल में “लाल सिंह चड्ढा” के सुपर फ्लॉप होने के पश्चात कई क्लिप्स और लेख सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिसमें आमिर खान के भारत विरोधी तत्व, उनके खराब निजी संबंध इत्यादि दिख रहे हैं और इन्हीं में से एक फैसल खान भी हैं।

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फ़ैसल खान ने एक बाल कलाकार के रूप में वर्ष 1969 में प्यार का मौसम नामक फिल्म के साथ डेब्यू किया था परंतु वो आमिर से पूर्व पदार्पण कर और आमिर से अधिक ‘योग्य’ होकर भी आमिर जितने सफल नहीं हो पाए। उन्होंने कई और फिल्में भी की जिनमें से एक तो वर्ष 2000 में प्रदर्शित ‘मेला’ भी थी, जिसने सिद्ध किया कि बिना दमदार स्क्रिप्ट और विषम परिस्थितियों में आमिर खान फुस्स पटाखा समान है परंतु उस बारे में फिर कभी! फैसल खान ने 1994 में फिल्म मदहोश से बॉलीवुड में एंट्री ली थी। उसके बाद वो भाई आमिर के साथ ‘मेला’ फिल्म में भी दिखे लेकिन बावजूद इसके अपनी कोई पहचान नहीं बना पाए। कुछेक बी-ग्रेड फिल्में करने के बाद फैजल बॉलीवुड से गायब हो गए थे। बाद में फैजल खान ने अपने ही भाई आमिर खान पर गंभीर आरोप भी लगाए।

फैसल खान ने कहा था कि आमिर ने उन्हें घर में कैद करके रखा था। उन्हें मारा गया। उन्हें मानसिक रूप से बीमार बताकर दवाइयां लेने को भी मजबूर किया जाता था। फैसल द्वारा आमिर पर लगाए गए इन आरोपों ने इंडस्ट्री में तहलका मचा दिया था। असल में कहीं न कहीं फैसल खान को आभास होता था कि उनके साथ यदि शारीरिक तौर पर नहीं तो मानसिक तौर पर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है और उनके साथ उन्हीं के घर में भेदभाव भी किया जा रहा है। चर्चित अभिनेता मुकेश खन्ना के साथ उनके इस वार्तालाप के अंश मात्र से ही आप समझ सकते हैं कि आमिर के घमंड का दुष्परिणाम कैसे फैसल को भुगतना पड़ता था।

परंतु बात केवल वहीं पर नहीं रुकी, क्योंकि आमिर खान द्वारा इस भेदभाव में कहीं न कहीं प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पूरा परिवार भी शामिल था। इसकी ओर संकेत देते हुए फैसल ने बताया, “मैं भले ही परिवार को ईद और अन्य अवसर पर शुभकामनाएं देता हूं लेकिन दूरी बनाकर रखता हूं। मैं जब ऐसे दौर से गुजर रहा था, तब एक दिन आमिर ने मुझे फोन किया और कहा कि वह मेरे हस्ताक्षरकर्ता अधिकार चाहते हैं, क्योंकि मैं पागल हूं और अपना ख्याल नहीं रख सकता। इसलिए ही मैंने घर छोड़ने का फैसला लिया था। फैजल ने कहा कि इन सब घटनाओं के लिए मैं आमिर खान को माफ कर सकता हूं लेकिन जो हुआ उसे कभी नहीं भूल सकता।”

 

अब आप में से कुछ लोग कहेंगे कि ये कैसी बातें हुई परंतु इस बात में कोई दो राय नहीं कि वर्ष 2007 में फैसल खान कुछ समय के लिए गायब भी हो गए थे और इस पर पूरे मीडिया में काफी बवाल भी मचा था। इसके अतिरिक्त ये बात भी किसी से नहीं छिपी है कि आमिर का निजी व्यक्तित्व भी आदर्शवादी नहीं है, भले ही टीवी पर और विज्ञापन में वो चाहे जितने भी लंबे चौड़े ज्ञान क्यों न दे पर असल जिंदगी में उनकी कहानी कुछ और ही है। ऐसे में फैसल खान की ये कथा न केवल आमिर खान के एक स्याह पक्ष को देश के सामने प्रस्तुत करती है अपितु आने वाले समय में उनकी राह और कठिन बनाने वाली है।

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