हाल ही में बॉलीवुड दंभ भर रहा था कि जनता को उनकी फिल्मों और विचारों का टेस्ट ही नहीं है। बॉलीवुडिया गैंग यह भी साबित करने में जुटा था कि अगर उनकी फिल्में फ्लॉप हो रही हैं तो इसमें उनका कोई दोष नहीं है। बॉलीवुड भले ही लाख बहाने बना ले और ऐसी फिजूल की बातें कर ले पर इस इंडस्ट्री की सच्चाई क्या है यह पूरी दुनिया जान चुकी है। यह इंडस्ट्री पूरी तरह से फिसड्डी हो चुकी है यह हम सब जानते हैं। हाल ही में जितनी भी बॉलीवुड की फिल्में प्रदर्शित हुई हैं लगभग सब की सब बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुई हैं और यह फ्लॉप की आंधी ऐसी है जिसका असर लाल सिंह चड्ढा और रक्षा बंधन पर भी देखने को मिल सकता है। इसी बीच अपने विरोध में हवा को भांपते हुए बॉलीवुड के कथित परफेक्शनिस्ट आमिर खान घुटने पर आ गए हैं और लोगों से हाथ जोड़ कर विनती करते दिख रहे हैं! इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि कैसे कभी दूसरों से सीधी मुंह बात न करने वाले और अपनी फिल्म के लिए दूसरे की फिल्म को अपमानित करने वाले आमिर खान अब अपनी फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ के लिए भीख मांगने पर उतर आए हैं।
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ध्यान देने वाली बात है कि इस समय बॉयकॉट बॉलीवुड का मौसम ज़ोरों पर है और आमिर खान तो इस प्रकोप से कतई नहीं बचने वाले हैं। पहली बार ऐसा हो रहा है कि लोग चाहकर भी ‘लाल सिंह चड्ढा’ को देखने को तैयार नहीं हैं, आखिर फिल्म के ट्रेलर ने ही मूड खराब कर दिया, ऊपर से बॉयकॉट लाल सिंह चड्ढा ने आमिर खान के जीवन में आग लगाई वो अलग। ऐसे में आमिर खान को स्वयं मोर्चा संभालते हुए कहना पड़ा है कि वो गलत नहीं है और लोगों को उनकी फिल्में देखनी चाहिए। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार आमिर ने कहा, ”कुछ लोगों को लगता है कि मैं भारत को पसंद नहीं करता हूं, मुझे काफी दुख होता है जब लोग मेरी फिल्म का इस तरह से बहिष्कार करते हैं। लेकिन मैं उन्हें ये बताना चाहता हूं जो वो सोच रहे हैं वो एकदम गलत है। मेरा उनसे अनुरोध है कि मेरी फिल्म को बॉयकॉट न करें और कृपया कर के उसे देखने जरूर जाएं।”
तो प्रिय आमिर खान, बात ऐसी है कि आप एक बार जनता को मूर्ख बना सकते हैं बार-बार नहीं। महाशय एक ओर कहते हैं कि जनता को उनकी फिल्म बॉयकॉट नहीं करनी चाहिए और दूसरी ओर उन्हीं में मानो करण जौहर की आत्मा घुस जाती है, जब यह कहते हैं, “गंगूबाई, भूल भुलैया 2, द कश्मीर फाइल्स, पुष्पा चली हैं। पुष्पा ने तो वर्ड ऑफ माउथ से फिल्म ने कमाल कर दिया था। ऑडियंस को फिल्म पसंद आएगी तो चलेगी ही। मुझे लगता है कि कोविड की वजह से ओटीटी पर फिल्में थोड़ी जल्दी आने लगी हैं। लोगों को लगता है कि अगर मैं थोड़ा और रूक जाऊंगा तो घर में देख लूंगा।”
आपको बताते चलें कि आमिर खान की इन्हीं हरकतों के कारण जनता अब उनकी फिल्में देखना नहीं चाहती, ऊपर से ऐसे बयान देकर वो आग में घी नहीं, एटम बम डालने का काम कर रहे हैं। अपने कृत्यों से आमिर खान यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि लोग भर-भर कर अमेजन प्राइम पर ‘फॉरेस्ट गम्प’ देखने जाएं ‘लाल सिंह चड्ढा’ नहीं, क्योंकि जब घर बैठे ओरिजिनल कंटेंट मिल रहा है तो पेट्रोल-डीजल खर्च करके, पैसा लगाकर, टाइम बर्बाद कर सिल्वर स्क्रीन पर उसकी बर्बादी कोई क्यों ही देखे? वैसे भी इस फिल्म की लीड एक्ट्रेस करीना कपूर ने कभी कहा था कि जबरदस्ती थोड़े है, नहीं देखना है तो मत देखो!
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