दो कौड़ी का NRI यूट्यूबर ध्रुव राठी अब सरकार की रडार पर आ गया है

एक वीडियो नहीं, इसकी सभी वीडियो ब्लॉक होनी चाहिए।

Dhruv Rathee YouTube

सबसे पहले कार्रवाई की बात करते हैं, तो हुआ यह है कि केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने एक बड़ी कार्रवाई की है। देश के सुरक्षा तंत्र के विरुद्ध काम करने और घृणा को प्रसारित करने के आरोप में आईटी अधिनियम 2021 के तहत YouTube के 10 चैनलों के 45 वीडियो को ब्लॉक करने का निर्देश दिया गया है। 23 सितंबर को यह निर्णय लिया गया था। 1 करोड़ 30 लाख से अधिक बार इन वीडियो को दिखा गया था

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भय और भ्रम फैलाने का आरोप

सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस संबंध में सोमवार को जानकारी दी। एक आधिकारिक बयान में इस बारे में कहा गया है कि जिन वीडियो को बैन किया गया है, उन्हें 1.30 करोड़ बार देखा गया है और उसमें ऐसे दावे किए गए हैं कि कुछ समुदायों के धार्मिक अधिकार को सरकार द्वारा छीन लिया गया है। ठाकुर ने कहा है कि “इन चैनलों में ऐसे कंटेंट थे, जो समुदायों के बीच भय और भ्रम फैलाती है।” अनुराग ठाकुर के एक ट्वीट के द्वारा भी इसकी जानकारी दी गयी जिसमें कहा गया कि राष्ट्रहित में ये पहले भी किया है, आगे भी करेंगे।

अब आते हैं ध्रुव राठी के मामले पर तो ऐसा है कि कुछ लेफ्ट-लिबरल तथाकथित बुद्धिजीवियों की जब जब चर्चा होती है तो ध्रुव राठी का नाम आ जाता है। जब बात आती है पीएम मोदी, भाजपा या हिंदू संस्कृति के विरुद्ध ज्ञान बांटने की तब नाम आता है ध्रुव राठी का। लेकिन इस बार तो एक स्तर और नीचे गिरते हुए दो कौड़ी के NRI यूट्यूबर ध्रुव राठी (Dhruv Rathee YouTube Channel) ने अपना नाम ब्लॉक्ड वीडियो वाले यूट्यूबर की लिस्ट में भी दर्ज करवाया है।

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कश्मीर जैसे मुद्दों पर गलत सूचना

प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो के अनुसार, मंत्रालय द्वारा ब्लॉक किए गए कुछ वीडियो का उपयोग अग्निपथ योजना, भारतीय सशस्त्र बलों, भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा तंत्र, कश्मीर जैसे मुद्दों पर गलत सूचना फैलाने के लिए हो रहा था। सामग्री को राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टि में गलत साथ ही संवेदनशील पाया गया था। प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो ने दो फोटो भी दिखाए हैं जो फेक न्यूज फैलाने और गलत रूप से भारतीय क्षेत्र के बाहर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के कुछ भाग को दिखाए जाने की बात की पुष्टि करती हैं।

वहीं एक ट्विटर यूजर ने दोनों फोटो को साझा करते हुए ट्वीट किया है कि वीडियो में एक YouTuber Dhruv Rathee के YouTube Channel से शामिल है जो पाकिस्तान में भारतीय क्षेत्र के कुछ हिस्सों को दिखाता है और दूसरा वीडियो एक अलग चैनल से CISF के बारे में गलत सूचना फैलाता है।

आप समझ सकते हैं कि कैसे ध्रुव राठी अपनी वामपंथी सोच को अपने वीडियो द्वारा लोगों पर थोपने के प्रयास करते रहे हैं लेकिन उनका यह एजेंडा हर बार तो सफल नहीं होगा न। इस बार राठी पर सीधे सरकार का चाबुक चला है। सोचिए कि जो व्यक्ति सार्वजनिक रूप से जम्मू-कश्मीर को भारत से बाहर के भाग के रूप में दिखा सकता है, जिस पर ऐसे आरोप लगते हों और तो और जिसका वीडियो तक ब्लॉक कर दिया गया हो, उसके मन में कितना विष भरा होगा, यह समझ पाना बिल्कुल सरल है।

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अपने मन का विष लोगों में न फैलाएं ध्रुव राठी!

ध्रुव राठी एक यूट्यूबर हैं और वो राजनीति, विज्ञान, यात्रा और फिल्म जैसे कई मुद्दों पर वीडियो बनाते हैं लेकिन ध्रुव राठी को समझना होगा कि वो अपने मन में भरे सरकार के प्रति विष और देश विरोधी सोच को सार्वजनिक प्लेटफॉर्म पर आकर न उलेड़ें नहीं तो अभी तो उनका एक वीडियो ब्लॉक हुआ है, यदि इसी तरह से फेक और गलत ज्ञान बांटने की उनकी आदत नहीं छूटी तो वो दिन दूर नहीं है जब उनके चैनल को ही सस्पेंड करने पर यूट्यूब को विवश होना पड़े।

हालांकि, ये पहली बार नहीं है जब इस तरह से यूट्यूब चैनल के वीडियो को ब्लॉक करने के निर्देश दिए गए हैं। इससे पहले भी यूट्यूब के माध्यम से अपने एजेंडा को सिद्ध करने की चाह रखने वाले कई चैनल को पहले भी ब्लॉक किया जाता रहा है। अनुराग ठाकुर के अनुसार इससे पहले भी सरकार द्वारा साम्प्रदायिक सौहार्द्र को बिगाड़ने वाले 102 यूट्यूब चैनल साथ ही फेसबुक अकाउंट को बैन किया जा चुका है।

अगस्त महीने में 16 यूट्यूब न्यूज चैनलों को भारत सरकार ने ब्लॉक किया। जिनमें से 10 भारत और 6 पाकिस्तान से चलाए जा रहे थे। भारत की सुरक्षा को लेकर गलत सूचनाए फैलाने का इन पर आरोप था।

यूट्यूब पर हमें तमाम तरह की सूचनाएं मिलती हैं, देश दुनिया की खबरें और जानकारियां मिल जाती हैं लेकिन जब इस वैश्विक प्लेटफॉर्म पर कोई अपने मन के विष को प्रसारित करने लगे तो सरकार को तो कदम उठाने ही पड़ेंगे और समय समय पर सरकार ऐसा करती भी है। इस बार की कार्रवाई के बाद ध्रुव राठी को समय रहते इस बात को समझ लेना चाहिए।

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