बॉलीवुड पर साढ़े साती छाई हुई है आप इस बात से बिल्कुल भी इनकार नहीं कर सकते। लोगों को बॉलीवुड के कंटेंट पसंद नहीं आ रहे हैं आप इस बात से भी इनकार नहीं कर सकते। बॉलीवुड वाले सिर्फ और सिर्फ कॉपी पेस्ट कर के फिल्में बनाते हैं आप इस बात से भी इनकार नहीं कर सकते। अब जब आपके पास बॉलीवुड की फिल्में न देखने के इतने कारण हैं तो फिर आप इन्हें देखते क्यों हैं? वैसे बॉलीवुड से काफी लोगों का मोहभंग हो चुका है। हालात ऐसे हो गए हैं कि बॉलीवुड की फिल्में लगातार फ्लॉप साबित हो रही हैं। करोड़ों की लागत में बनी एक से बढ़कर एक सुपरस्टार की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिरी है।
ध्यान देने वाली बात है कि जनवरी से लेकर सिंतबर तक यानी 263 दिन में करीब 60 फिल्में रिलीज हुई। इनमें से केवल 6 फिल्में ऐसी हैं, जो बॉक्स ऑफिस पर थोड़ा बहुत कमाई कर पाई, बाकी बची 54 फिल्में सुपरफ्लॉप साबित हुई। इन फिल्मों में मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान, अक्षय कुमार, अजय देवगन, शाहिद कपूर, अमिताभ बच्चन से लेकर जॉन अब्राहम, अभिषेक बच्चन और कंगना रनौत तक की फिल्में शामिल हैं।
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पिछले 263 दिनों में कैसा रहा बॉलीवुड बॉक्स ऑफिस का हाल?
वर्ष की शुरुआत में यानी जनवरी में सिर्फ 36 फॉर्महाउस फिल्म रिलीज हुई। ये फिल्में कब आईं और चली गईं पता ही नहीं चला। फिर फरवरी में लूप लपेटा, गहराईयां, बधाई दो, गंगूबाई कााठियावाड़ी और लव होस्टल जैसी फिल्में रिलीज हुई। इनमें से सिर्फ एक आलिया भट्ट की फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी ही थोड़ा बहुत कमाई करने में कामयाब रही बाकी फिल्में बुरी तरह से पिट गईं।
जून में सम्राट पृथ्वीराज, मेजर, जनहित में जारी, अर्थ, निकम्मा, शेर दिल, जुग जुग जियो और फॉरेंसिक जैसी फिल्में रिलीज हुई। इनमें में अनिल कपूर-वरुण धवन-कियारा अडवाणी की फिल्म जुग जुग जियो बॉलीवुड के 100 करोड़ी फ्लॉप में शामिल हुई, जिसने 135.19 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया। जुलाई में रॉकेट्री, राष्ट्र कवच ओम, खुदा हाफिज 2, शाबाश मिठू, हिट, जुदा होके भी, शमशेरा, आरके, एक विलेन रिटर्न्स, गुड लक जैरी जैसी फिल्में रिलीज हुईं। इनमें से एक भी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कमाल नहीं दिखा पाई, सभी फिल्में बुरी तरह फ्लॉप साबित हुईं।
अगस्त में डार्लिंग्स, रक्षाबंधन, लालसिंह चड्ढा, दोबारा, लाइगर, होली काउ रिलीज हुई। इनमें से एक भी फिल्म नहीं चली। रिलीज होते ही इन फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप घोषित कर दिया गया। इस महीने यानी सितंबर में कठपुतली, ब्रह्मास्त्र, सरोज का रिश्ता, सिया, जहां चार यार, मीडिल क्लास लव जैसी फिल्में रिलीज हुई। कठपुतली को ओटीटी पर ठीक ठाक रिस्पॉन्स मिला तो ब्रह्मास्त्र भी लगभग फ्लॉप ही हो गई। क्योंकि 410 करोड़ की बजट में बनी इस फिल्म ने भारतीय बॉक्स ऑफिस पर 211.70 करोड़ का कलेक्शन किया। इसी बीच साउथ की फिल्में RRR और KGF 2 ने हिंदी बेल्ट में जबरदस्त धमाका किया। इन फिल्मों की वजह से कई बॉलीवुड फिल्में बॉक्स ऑफिस पर टिक नहीं पाई। RRR ने इंडियन बॉक्स ऑफिस पर 274.31 करोड़ रुपए की कमाई की। वहीं, केजीएफ 2 ने 434.70 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया।
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जनता ने इन्हें नकार दिया है
हालांकि, बॉलीवुड की दुर्दशा से आप अनभिज्ञ नहीं होंगे, इस इंडस्ट्री की हालत दिन प्रतिदिन बद से बदतर होती जा रही है। बॉलीवुड की फिल्में लगातार फ्लॉप होती जा रही हैं, खानों का वर्चस्व ध्वस्त हो चुका है, कॉपी कंटेंट की बाढ़ सी आई हुई है, वंशवाद का नंगा नाच चल रहा है, जनता ने इसे लगभग बॉयकॉट ही कर दिया है, इसके बावजूद बॉलीवुड के रजवाड़ों का घमंड अभी भी सातवें आसमान पर है। एक के बाद एक असफलताओं के बाद तो ढीठ से ढीठ व्यक्ति तक कुछ नहीं तो ईमानदारी से पत्थर तोड़ने लगे, नहीं तो कम से कम दारोगा मंगनीराम की भांति चाय बेचने लगेगा परंतु बॉलीवुड के वंशवादी और उनकी अकड़ का तो स्तर ही अलग है। और यही कारण है कि जनता ने इन्हें बुरी तरह से नकार दिया है। वहीं, बॉयकॉट बॉलीवुड के ट्रेंड ने भी अपना पूरा कमाल दिखाया है और उसी का असर है कि बॉलीवुड के दिग्गज अब पानी मांगते दिख रहे हैं। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि यदि बॉलीवुडिया गैंग अभी भी नहीं संभलता है तो अगले 5 वर्ष में इनका अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।
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