BYJUs की संस्थापक महोदया, आशा है आप हमें गलत साबित करेंगी

TFI आपको चुनौती देता है!

BYJUs

किसी के कारोबार की प्रशंसा की जाए तब तो बहुत अच्छा लगता है, परंतु किसी के बिजनेस पर प्रश्न उठा दिया जाए तो बहुत जल्दी लोग भड़क जाते हैं। वर्तमान समय में देखा जाए तो भारत में आईटी सेक्टर में विराट विस्तार की संभावनाएं हैं। भारत इस क्षेत्र में तेजी से विकास भी कर रहा है परंतु ऐसा नहीं है कि हर एक कंपनी अच्छा प्रदर्शन ही कर रही हो। एक कंपनी ऐसी भी है जिसे ऑनलाइन क्वालिटी एजुकेशन देने के मामले में सबसे बड़ा खिलाड़ी माना जाता हैं, परंतु उसकी वित्तीय स्थिति धीरे-धीरे बिगड़ रही है और इस कारण अब उसका अस्तित्व खतरे में पड़ने लगा हैं।

जी हां, यहां बात BYJUs की हो रही है। वर्तमान समय में BYJUs बहुत बुरे दौर से गुजर रही है। कंपनी की हालत खस्ता होती चली जा रही है परंतु ऐसा प्रतीत होता हैं कि BYJUs की को-फाउंडर को यह बात बर्दाश्त नहीं हो रही है और इस कारण वो TFI द्वारा दिखाए गए सत्य पर पर्दा डालने के प्रयास कर रही हैं।

सच दिखाने से बौखलाईं BYJUs की को-फाउंडर?

दरअसल, आपके पसंदीदा प्लेटफॉर्म TFI द्वारा लगातार आपको BYJUs की वित्त स्थिति का सच बताया जा रहा है। हमने आपको बताया था कि कैसे जो कंपनी कुछ वर्ष पूर्व ही काफी मुनाफे में चल रही थी, उसके अच्छे दिन अब लदने लगे हैं और कंपनी घाटे में चल रही है। परंतु TFI के यही लेख कंपनी की को-फाउंडर दिव्या गोकुलनाथ को पसंद नहीं आ रहे हैं। हाल ही में TFI ने BYJUs के वित्तीय आंकड़े आपको बताए थे, जिस पर दिव्या गोकुलनाथ ने अपनी प्रतिक्रिया दी हैं। दिव्या गोकुलनाथ ने लिंक्डइन पर पोस्ट को साझा करते हुए कहा- “ब्रह्मास्त्र के बाद इस साल की दूसरी ब्लॉकबस्टर रिलीज BYJUs के वित्तीय परिणाम थे। मैंने अभी तक ब्रह्मास्त्र नहीं देखी है, लेकिन मुझे BYJUs के परिणाम पता हैं क्योंकि एक निदेशक के रूप में मैं इसके निर्माण में शामिल थी।”

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इसके साथ ही अपने दिव्या गोकुलनाथ ने कहा, “आपने बॉलीवुड ब्लॉकबस्टर देखी या नहीं, मुझे यकीन है कि आपने हमारे परिणाम देखे होंगे, लेकिन क्या आपने पूरी तस्वीर देखी है? क्योंकि फिल्म समीक्षाओं की तरह ही, 280वर्ण पढ़ने वाले इस युग में सच्चाई से अधिक सनसनीखेजता को क्लिक किया जाता है।“ इस दौरान दिव्या गोकुलनाथ ने TFI के अलग अलग लेखों को लेकर सवाल उठाए हैं, जबकि सच कहें तो उन्होंने सत्य से ही अपनी आंखे बंद कर रखी हैं।

दिव्या गोकुलनाथ ने TFI के लेखों पर प्रश्न उठाते हुए लिखा, “हमारे बारे में लिखी गई कहानियों से मुझे कभी कोई परेशानी नहीं हुई। वास्तव में हमारे परिणामों पर अधिकांश रिपोर्ट की सामग्री सकारात्मक है लेकिन कुछ सुर्खियों की बात और है। यह भूलना आसान है कि वित्त वर्ष 2022 के बाद हम 18 महीने आगे आ चुके हैं और इस अवधि में BYJUs 4 गुना से अधिक बढ़ गया या फिर वित्त वर्ष 2021 में हमारे ‘चौड़े घाटे’ को वित्त वर्ष 2022 ने घटाकर आधा कर दिया गया है।“

BYJUs का घाटा 17 गुना बढ़ा

BYJUs की को-फाउंडर ने TFI द्वारा लिखे लेख पर प्रश्न तो उठाए। परंतु इसके साथ ही हम आपको बताएंगे कि कैसे दिव्या गोकुलनाथ ने अपनी इस पोस्ट के माध्यम से जनता को भ्रमित भी किया है। दरअसल TFI आपको यह लगातार बता रहा है कि दो वर्षों पहले तक जो BYJUs मुनाफे में चल रही थी, वो कैसे अब बर्बाद होती चली जा रही है। हमारी यह बातें हवा-हवाई नहीं है। हमने यह सबकुछ यूं ही नहीं कहा, बल्कि हमारी इन बातों की पुष्टि करते हुए बीते दिनों ही वित्त वर्ष 2020-21 के वित्तीय परिणाम भी सामने आए है, जो देश की सबसे बड़ी एडटेक कंपनी BYJUs की वर्तमान हालत को जाहिर कर रहे थे।

रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2020-21 में BYJUs का घाटा 17 गुना बढ़ गया है। कंपनी को 4500 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है, जो एक वर्ष पूर्व यानी वित्त वर्ष 2019-20 में 262 करोड़ रुपये था। इसके साथ ही कंपनी के राजस्व में भी भारी कमी आयी है। BYJUs का राजस्व 2020-21 में 14 फीसदी घटकर 2428 करोड़ रुपये रह गया है जबकि पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का राजस्व 2704 करोड़ रुपये रहा था।

खास बात यह है कि वित्तीय नतीजे घोषित करने में 18 महीने की देरी की गई और अब जब नतीजे सामने आए तो अपने साथ घाटा ही लाए। TFI के लेख की एक-एक हेडिंग पर आपत्ति जाहिर करने वाली दिव्या गोकुलनाथ सच से मुंह मोड़ने के प्रयास कर रही हैं और इसके साथ ही अपने ग्राहकों को मूर्ख बनाते हुए दिव्या अपनी कंपनी के वित्तीय आंकड़ों को ब्लॉकबस्टर बता रही हैं।

दिव्या गोकुलनाथ का कहना कि TFI केवल कैची हेडलाइन डालकर लोगों को हैरान करने के लिए BYJUs के विरुद्ध अभियान चला रहा है। उन्होंने बताया है कि TFI ने BYJUs की काम की शैली बतायी और लेख में हमारे काम करने का पैटर्न भी बताया, परंतु कैची हेडलाइन केवल लोगों को आकर्षित करने के लिए डाली है। TFI ने BYJUS के पांच बड़े खतरे के संकेत बताए, तो इस दिव्या गोकुल नाथ ने कहा है कि आर्थिक तौर पर उनके सामने कोई भी चुनौती या खतरे का संकेत नहीं है।

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असल बात यह है कि आर्थिक तौर पर दिव्या गोकुलनाथ TFI के लेख से परेशान हो गईं हैं। वह यह भली भांति जानती हैं कि यदि लोगों को यह पता चला तो कंपनी की नकारात्मक छवि के चलते उसके ग्राहक घट सकते हैं और TFI की भविष्यवाणी शीघ्र ही सत्य साबित हो सकती है। खास बात यह है कि TFI की यह भविष्य सच साबित होगी ही, क्योंकि मैडम का कहना है कि जितना नुकसान 2021 में हुआ उतना ही फायदा 2022 में होगा। अब जरा यह भी सोचिए कि कोरोना अब अपने अंत की कगार पर आ गया है। ऐसे में जो कारोबार कोरोना के दौर में ही फला फूला था, वो अब लगातार गिर रहा है और यह आपके लिए एक बड़ा झटका है।

हास्यास्पद बात यह है कि दिव्या गोकुलनाथ ने कहा है कि उनके वित्तीय नतीजे ब्रह्मास्त्र की तरह ब्लॉकबस्टर हैं। अब इन्हें यह भी पता नहीं है कि फिल्म की कमाई के आंकड़े स्वयं प्रश्न के घेरे में हैं। वर्तमान समय में BYJUs जिस प्रकार से घाटे में चल रही है, उससे तो यह स्पष्ट होता है कंपनी की हालत काफी खराब है और वो दिवालिया होने की कगार पर पहुंच चुकी हैं। इसके साथ ही समस्या यह है कि इस दौरान जिम्मेदार लोगों द्वारा सच से मुंह मोड़ने और उस पर पर्दा डालने के प्रयास किए जा रहे हैं।

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