Johnson & Johnson कंपनी के बारे में भला कौन नहीं जानता होगा। कभी न कभी आपके घर में भी इस कंपनी का कोई न कोई उत्पाद तो अवश्य आया ही होगा। विशेषकर Johnson & Johnson का बेबी पाउडर का उपयोग तो पूरी दुनिया में किया जाता रहा है। छोटे बच्चों की नाजुक त्वचा के लिए माताएं इस बेबी पाउडर पर भरोसा जताकर इसका उपयोग करती आयी हैं, इस बात से अनजान होकर कि Johnson का बेबी पाउडर उनके मासूमों को आराम पहुंचाने के बजाए किसी खतरे में डाल सकता है। कैंसर होने के खतरे के कारण Johnson का बेबी पाउडर लंबे समय से विवादों में घिरा है। अब महाराष्ट्र FDA ने इसके विनिर्माण लाइसेंस को रद्द कर दिया।
इस लेख में जानेंगे कि क्यों केवल बेबी पाउडर ही नहीं बल्कि Johnson & Johnson के सभी बेबी प्रोडक्ट पर पूरे देश में तुरंत बैन लगना चाहिए।
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Johnson & Johnson के विरुद्ध बड़ा एक्शन
दरअसल, महाराष्ट्र खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने Johnson & Johnson के विरुद्ध बड़ा एक्शन लेते हुए बेबी पाउडर के मैन्यूफैक्चरिंग लाइसेंस को रद्द कर दिया है। बताया जा रहा है कि क्योंकि Johnson का बेबी पाउडर तय मानकों पर खरा नहीं उतरा जिसके बाद यह निर्णय लिया गया।
महाराष्ट्र के FDA ने अपने एक बयान के जरिए दावा किया कि Johnson के बेबी पाउडर छोटे बच्चों की त्वचा को खराब कर सकता है। FDA के अनुसार इस पाउडर के पुणे और नासिक से जो सैंपल लिए गए हैं वो गुणवत्ता मानकों पर खरे नहीं उतरे। जिसके प्रश्चात FDA द्वारा ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट 1940 के तहत कंपनी को एक शो-कॉज नोटिस भी जारी किया गया है और उससे पूछा गया है कि उसका लाइसेंस क्यों नहीं रद्द किया जाना चाहिए? इसके साथ ही FDA ने Johnson के बेबी पाउडर के भंडार को बाजार से वापस लेने को भी कहा है। बता दें कि कंपनी के विरुद्ध यह कार्रवाई कोलकाता के सेंट्रल ड्रग्स लैबोरेटरी की रिपोर्ट आने के बाद की गयी जिसमें कहा गया था कि पाउडर का सैंपल pH मानकों के हिसाब से नहीं है।
ऐसा पहली बार कतई नहीं है जब Johnson & Johnson का बेबी पाउडर संदेह के घेरे में आया हो। दावा किया जाता रहा है कि Johnson के बेबी पाउडर में हानिकारक फाइबर एस्बेस्टस मिला हुआ है, जिससे कैंसर होने का खतरा रहता है यानी जिस पाउडर का उपयोग महिलाएं अपने मासूम बच्चे पर करती आ रही हैं, उसमें कैंसर होने का खतरा रहेगा तो सोचिए यह कितनी डराने वाली बात है। 1990 से लगातार कंपनी अपने इस उत्पाद के कारण विवादों का हिस्सा बनी हुई है और अनगिनत केस का सामना कर रही है।
केवल इतना ही नहीं कई केस ऐसे हुए जिनके कारण कंपनी को जुर्माना तक भरना पड़ा था। दरअसल, कैंसर पीड़ित महिलाओं ने यह आरोप लगाते हुए कंपनी के विरुद्ध केस कर दिया था कि उसके पाउडर के कारण उनमें गर्भाशय का कैंसर विकसित हुआ है, जिसके बाद अमेरिका के मिसौरी राज्य के न्यायालय ने Johnson & Johnson को 4.7 बिलियन डॉलर का जुर्माना लगाया। Johnson & Johnson के विरुद्ध ऐसे हजारों की संख्या में केस दर्ज हुए। बताया जाता है कि कंपनी के खिलाफ दुनिया भर में 34 हजार से भी अधिक केस दर्ज कराए गए हैं। यही कारण है कि इन सबसे परेशान होकर अंत में पिछले माह ही Johnson & Johnson ने 2023 तक अपने बेबी प्रोडेक्ट को पूरी तरह से बंद करने का निर्णय ले लिया था। वैसे दो वर्ष पूर्व यानी साल 2020 में ही कंपनी अमेरिका और कनाडा में अपने बेबी पाउडर बेचना बंद कर चुकी है।
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कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी डराती है
Johnson & Johnson अमेरिका की एक दिग्गज और बहुत पुरानी कंपनी रही है। करीब 128 वर्षों से दुनियाभर में महिलाएं अपने बच्चों पर इस कंपनी के बेबी पाउडर का उपयोग करती आ रही थीं। परंतु इससे कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी होने की बात डराती है। यह सुनने के बाद तो कोई भी महिला Johnson & Johnson के इस उत्पाद का उपयोग कर अपने बच्चे की जान को खतरे में डालना नहीं चाहेगी।
वैसे केवल बेबी पाउडर ही नहीं देखा जाए तो कंपनी के दूसरे बेबी प्रोडेक्ट भी संदेह के घेरे में हैं। Johnson & Johnson के उत्पादों में बहुत सारे केमिकल पाए जाते रहे हैं। Johnson & Johnson बेबी पाउडर के अतिरिक्त बच्चों के लिए शैम्पू, साबुन से लेकर तेल तक बनाती आ रही है। परंतु इनकी विश्वसनीयता पर भी समय-समय पर प्रश्न खड़े होते आए हैं।
वर्ष 2019 में Johnson & Johnson के बेबी शैम्पू के नमूने क्वालिटी टेस्ट में फेल हो गए थे। दरअसल, उस दौरान राजस्थान ड्रग कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन ने कंपनी के शैम्पू के दो बैच में गड़बड़ी पायी थी। तब शैम्पू में हानिकारक फार्मल्डिहाइड होने की रिपोर्ट सामने आयी थी। यह तत्व कैंसर का भी कारण माना जाता है। हालांकि उस दौरान जॉनसन एंड जॉनसन ने संस्था के परिणाम को स्वीकारने से मना कर दिया था।
Johnson & Johnson के उत्पाद पूरी दुनिया में बहुत लोकप्रिय है और लोग आंख बंद कर कंपनी के प्रोडेक्ट पर भरोसा भी कर लेते हैं। परंतु एक के बाद एक करके जिस तरह से कंपनी के कई उत्पादों में हानिकारक तत्व मिलने की बात सामने आ रही है, ऐसे में अपने बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए यह आवश्यक हो जाता है कि बेबी पाउडर ही नहीं Johnson & Johnson के बच्चों से जुड़े सभी उत्पादों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाया जाए और पूरे देश में इसका उत्पादन बंद किया जाए।
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