भारतीय वायुसेना के हथियार खरीद की यह सूची दुश्मनों के लिए प्रलयंकारी साबित हो रही है

यह भारत के लिए अत्यंत लाभकारी है क्योंकि देश के दुश्मन अब आंख उठाकर देखने से पहले 101 बार सोचेंगे!

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Source- TFI

कहते है कि जो जितना मजबूत होता चला जाता है, उसके दुश्मन भी उतने ही बढ़ने लगते हैं। भारत के मामले में भी यह बात एकदम सटीक बैठती हुई नजर आती है। विश्व पटल पर वर्तमान समय में भारत की छवि लगातार मजबूत हो रही है। हमारी ताकत का लोहा आज दुनिया मान रही है। ऐसे में भारत के दुश्मन भी बढ़ने लगे हैं। खास तौर पर पाकिस्तान और चीन जैसे पड़ोसियों के रूप में हमें चुनौती मिलती है। जो देश स्वयं बर्बाद हो चुका हो, वो पाकिस्तान तो हमारे लिए गंभीर चुनौती नहीं है परंतु मक्कार चीन अपनी कुटिल चालों से भारत के लिए समस्याएं खड़ी कर सकता है। ऐसे में इनसे निपटने और भविष्य के लिए पैदा होने वाली गंभीर चुनौतियों का सामना करने के लिए भारत अपनी तीनों सेनाओं को लगातार मजबूत करता जा रहा है। अब भारतीय वायुसेना की एक भावी शॉपिंग लिस्ट सामने आई है, जो भारत के लिए तो अत्यंत लाभकारी है लेकिन यह शत्रुओं के लिए प्रलयंकारी साबित होने वाली है।

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भारतीय वायुसेना अपनी स्थापना के समय से ही हमारी राष्ट्रीय रक्षा और सुरक्षा में एक रणनीतिक भूमिका निभाती आई है। हाल ही में हुए एक वैश्विक सर्वेक्षण में भारतीय वायु सेना को दुनिया की तीसरी सबसे शक्तिशाली वायु शक्ति का स्थान दिया गया है। अब भारतीय वायुसेना को और मजबूत बनाने और युद्ध के बदलते तरीके के लिए तैयार करने की योजना पर काम किया जा रहा है।

हाल ही में वायु सेना प्रमुख वीआर चौधरी ने इसे लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि युद्ध के तरीके अब बदलने लगे हैं। जैसे कि यूक्रेन युद्ध ने हमें कुछ सबक भी सिखाए। युद्ध अब मिश्रित प्रकृति के होते हैं। यह हाइब्रिड युद्ध है। दुश्मन विचित्र तरीकों का सहारा लेकर असंगत प्रभावों का लक्ष्य रखता है। उन्होंने आगे कहा कि भविष्य के युद्धों में हमें जिन हथियारों की जरूरत होगी, वो एक छोटे कंप्यूटर से लेकर हाइपरसोनिक मिसाइल तक होंगे। हमें एक नए उभरते प्रतिमान के बीच भारत की पारंपरिक युद्ध लड़ने वाली मशीनरी का पुनर्निर्माण करना होगा। भारत के संयुक्त सेवा संस्थान (USI) द्वारा 30 अगस्त को मेजर जनरल समीर सिन्हा का 20वां स्मृति व्याख्यान आयोजित किया गया था। इसी दौरान “भारतीय वायु सेना: वर्तमान स्थिति और आगे का रास्ता” के बारे में बात करते हुआ वायुसेना प्रमुख ने यह बात कही।

इसी मौके पर एयर मार्शल चीफ वीआर चौधरी ने वायुसेना में संसाधनों की कमी और  भविष्य की योजनाओं पर भी बात रखी। उन्होंने भारतीय वायुसेना के भविष्य की योजनाओं की एक सूची भी बताई, जो उन्हें आने वाले समय की चुनौतियों को तैयार करेगा। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि संख्याएं मायने नहीं रखती हैं। हमारी सूची विस्तार की आवश्यकता है। वायुसेना प्रमुख के मुताबिक वायुसेना के भविष्य की योजना की सूची कुछ इस प्रकार है-

भारतीय वायुसेना के भविष्य की योजना को तैयार करने की यह सूची जाहिर तौर पर दुश्मनों की नींद उड़ाकर रख देगी और भारतीय वायुसेना को मजबूती देने का काम करेगी।

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