8000 से अधिक वर्ल्ड वाइड स्क्रीन! रिकॉर्डतोड़ बुकिंग! 2 लाख से अधिक टिकट बिके! बॉयकॉट बॉलीवुड, वो क्या होता है? अब ब्रह्मास्त्र लगाएगी बॉलीवुड का बेड़ा पार! इस तरह की तमाम बातें पिछले कुछ समय से सोशल मीडिया पर घूम रही है। लेकिन इस चकाचौंध के पीछे जिस सफाई से सब कुछ छिपाया जा रहा है, वो किसी को भी नहीं बताया जा रहा है। जो दिखता है, आवश्यक नहीं कि वही शाश्वत सत्य हो। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि कैसे ब्रह्मास्त्र को लेकर फैलाई जा रही तमाम तरह की चीजों के पीछे एक ऐसा अभियान है, जो बॉलीवुड के हर घोटाले को पीछे छोड़ने का दम रखती है।
दरअसल, रणबीर कपूर की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘ब्रह्मास्त्र’ 9 सितंबर को रिलीज होने वाली है और इसके प्रोमोशन से लेकर इसकी बुकिंग तक में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। अब तक बुधवार को एडवांस बुकिंग में लगभग सवा 2 लाख से अधिक टिकट बिकने का दावा किया जा चुका हैं, जिसमें 1,25,000 से अधिक टिकट तो केवल INOX द्वारा बेचे गए हैं, वो भी ओपनिंग वीकेंड में। परंतु हर चमकती चीज सोना नहीं होती। ब्रह्मास्त्र के इस विशेष अभियान के पीछे केवल और केवल एक ही कारण है – PR। जिस उद्योग में एक के बाद एक कर अनेक फिल्में धड़ाधड़ फ्लॉप होती जाए, उसमें ऐसी फिल्म से सबको काफी आशा होती है। निस्संदेह ब्रह्मास्त्र से सभी को काफी आशा है, विशेषकर धर्मा प्रोडक्शंस को।
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परंतु यह खेल उतना भी सरल प्रतीत होता नहीं दिख रहा है। दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, “इतने टिकटों से ब्रह्मास्त्र लगभग 5 करोड़ का ग्रॉस कलेक्शन पहले ही कर चुकी है। वहीं, अगर देशभर के सभी सिनेमाघरों में बिके टिकटों के हिसाब से देखें तो ब्रह्मास्त्र लगभग 6 करोड़ से अधिक का ग्रॉस कलेक्शन कर चुकी है। इन रिपोर्ट्स के आधार पर जानकार मान रहे हैं कि फिल्म पहले दिन 25-30 करोड़ का नेट कलेक्शन कर सकती है।”
कुछ विश्लेषक तो यहां तक दावा ठोंक रहे हैं कि ब्रह्मास्त्र पहले दिन 35 से 40 करोड़ तक कमा सकती है और चलिए एक बार को मान लेते हैं कि यह बड़े आशान्वित हैं कि ब्रह्मास्त्र का कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता। परंतु इसकी क्या गारंटी है कि यह वास्तव में शत प्रतिशत सत्य है? इसमें कितना सत्य है कि ब्रह्मास्त्र का यह कलेक्शन सभी फॉर्मेट, सभी वर्जन और सभी जगह को मिलाकर हैं, केवल भारत के नहीं? यदि ऐसा ही होता तो ब्रह्मास्त्र के मेकर्स सस्ते टिकट दर को अपने फिल्म के साथ असोसिएट भी नहीं करते और वास्तव में इनकी पहुंच चुनिंदा शहरों के अतिरिक्त कहीं भी नहीं है।
विश्वास नहीं होता तो आप किसी भी बुकिंग साइट पर चले जाइए। NCR, चेन्नई, बेंगलुरू से इतर हटके देखा जाए तो लगभग किसी भी शहर के सिंगल स्क्रीन या किसी नॉर्मल सिनेमा में आपको ब्रह्मास्त्र का प्रेजेंस नहीं दिखेगा? क्या यह फिल्म अहमदाबाद, लखनऊ, गुवाहाटी, तिरुचिरापल्ली, गुन्टूर, इत्यादि में उतनी पकड़ बनाए हुए है? जवाब है- बिल्कुल नहीं!
अगर आप यह नहीं समझ पा रहे हैं तो इस बात से जरुर समझ सकते हैं। KGF चैप्टर 2 जब प्रदर्शित हुई थी तो उसने पूरे देश में तहलका मचा दिया था। पहले ही दिन उसने 164 करोड़ का ताबड़तोड़ कलेक्शन किया था, जिसमें उसने 53 करोड़ यानी अपने मूल बजट का आधे से भी अधिक का कलेक्शन केवल हिन्दी संस्करण से किया था। क्या आपको पता है कि एडवांस बुकिंग में इस फिल्म ने हिंदी बेल्ट से कितना कलेक्शन किया? आपको बता दें कि पहले दिन केजीएफ चैप्टर 2 के 10 लाख से अधिक टिकट बिके, जिसमें हिंदी बेल्ड में 5 लाख के करीब टिकट बिके। लेकिन रिलीज से पहले ब्रह्मास्त्र के कितने हिन्दी टिकट बिके? केवल 2 लाख! जबकि ब्रह्मास्त्र का बजट 410 करोड़ रुपये बताया जा रहा है जो केजीएफ 2 के कुल बजट का चौगुना से भी ज्यादा है क्योंकि केजीएफ 2 का बजट 100 करोड़ ही था।
ऐसे में ब्रह्मास्त्र की हालत क्या होगी? अगर इतने प्रपंच के बाद भी ब्रह्मास्त्र का ओपनिंग डे कलेक्शन 30 करोड़ रहता है तो भी उसे कम से कम 120 करोड़ का ओपनिंग वीकेंड चाहिए और कम से कम प्रथम हफ्ते में 600 करोड़ का कलेक्शन चाहिए, वो भी घरेलू स्तर पर। लेकिन जिस प्रकार से नौटंकी चल रही है, उससे ब्रह्मास्त्र का ओपनिंग वीकेंड के बाद क्या हाल होगा, वह तो भगवान ही जानें।
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