द्रौपदी मुर्मू का जीवन परिचय
स्वागत है आपका आज के लेख में हम बात करने जा रहे है, भारत की द्वितीय महिला राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के बारें में, इस लेख में हम द्रौपदी मुर्मू के बायोग्राफी पढ़ने जा रहे है (Draupadi Murmu biography in Hindi) एवं आशा करते है यह लेख आपको पसंद आएगा।
द्रौपदी मुर्मू- कौन-द्रौपदी मुर्मू का जन्म ओडिशा के मयूरभंज जिले में 20 जून 1958 को एक आदिवासी परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम बिरंची नारायण टुडू था, जो अपनी परंपराओं के मुताबिक, गांव और समाज के मुखिया थे।
रामनाथ कोविंद का कार्यकाल पूरा होने के बाद द्रोपदी मुर्मू भारत की दूसरी महिला राष्ट्रपति बन गई। वे भाजपा की ओर से राष्ट्रपति पद के लिए महिला उम्मीदवार थी तो वहीं विपक्ष की तरह से यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाया गया था। द्रौपदी मुर्मू ने 24 जून को अपना नामांकन दाखिल किया था। भाजपा की महिला उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू चुनाव जीत कर भारत की दूसरी महिला राष्ट्रपति बन गई है।
बता दें कि इसके पहले प्रतिभा पाटिल को भारत की पहली महिला राष्ट्रपति होने का गौरव प्राप्त हुआ था। एक बार फिर महिला देश के सर्वोच्च पद पर आसीन पर आसीन हुई है।
Draupadi Murmu short biography in Hindi
द्रौपदी मुर्मू ने 1997 में भारतीय जनता पार्टी के साथ राजनीति में प्रवेश किया। ये उड़ीसा में भारतीय जनता पार्टी और बीजू जनता दल गठबंधन सरकार के दौरान, वह 6 मार्च 2000 से 6 अगस्त 2002 तक वाणिज्य और परिवहन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थीं। व 6 अगस्त 2002 से 16 मई 2004 तक मछली पालन और विकास राज्य मंत्री थीं। और 2002 से 2009 तक भाजपा के एसटी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रही।
2006 से 2009 तक भाजपा के एसटी मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष रही। 2013 से अप्रैल 2015 तक एसटी मोर्चा, भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रही। 2015 से 2021 तक झारखंड की माननीय राज्यपाल रही।र्ष 2016 में प्रत्यूषा बनर्जी के माता-पिता ने द्रौपदी से मुलाकात की और अपनी बेटी की मौत की सीबीआई जांच का अनुरोध किया। मुर्मू को बचपन से ही राजनीतिक में लगाव था क्योंकि जब वह छोटी थी, तब उनके पिता और दादा ग्राम प्रधान थे।
वर्ष 2016 में मुर्मू ने घोषणा किया कि वह रांची के कश्यप मेमोरियल आई अस्पताल में मृत्यु के बाद अपनी आंखें दान करेंगी।
द्रौपदी मुर्मू की शिक्षा-
द्रौपदी ने अपने गृह जनपद से शुरुआती शिक्षा पूरी करने के बाद भुवनेश्वर के रामादेवी महिला महाविद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल की। पढ़ाई पूरी होने के बाद एक शिक्षक के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की और कुछ समय तक इस क्षेत्र में काम किया।
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Draupadi Murmu short biography in Hindi
द्रौपदी मुर्मू का विवाह श्याम चरण मुर्मू से हुआ, जिससे उनके दो बेटे और एक बेटी हुई। बाद में उनके दोनों बेटों का निधन हो गया और पति भी छोड़कर पंचतत्व में विलीन हो गए। बच्चों और पति का साथ छूटना द्रौपदी मुर्मू के लिए कठिन दौर था लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और समाज के लिए कुछ करने के लिए राजनीति में कदम रखा।द्रौपदी मुर्मू एक भारतीय राजनेत्री हैं, जिन्हें भारतीय जनता पार्टी की तरफ से 2022 के भारतीय राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार के रूप में जाना जाता है।
द्रौपती मुर्मू को बचपन से ही राजनीतिक में लगाव था क्योंकि जब वह छोटी थी, तब उनके पिता और दादा ग्राम प्रधान थे।
वर्ष 1997 में राजनीति में आने से पहले, वह श्री अरबिंदो इंटीग्रल एजुकेशन एंड रिसर्च सेंटर, राजगांगपुर में सहायक प्रोफेसर थीं। उन्होंने 1979 से 1983 तक ओडिशा के सिंचाई विभाग में एक कनिष्ठ सहायक के रूप में भी काम किया। उन्होंने अपने बच्चों की देखभाल के लिए 1983 में अपनी सरकारी नौकरी छोड़ दी थी। वर्ष 2015 में वह झारखंड की नौवीं और पहली राज्यपाल महिला बनीं।
Draupadi Murmu biography facts in Hindi
वास्तविक नाम – द्रौपदी मुर्मू
जन्म – 20 जून 1958
जन्म स्थान – मयूरभंज, उड़ीसा भारत
उम्र – 64 साल ( 2022 तक )
पति – स्वर्गीय ( श्याम चरण मुर्मू )
बच्चे – बेटा : दो (दिवंगत) तथा एक बेटी ( इतिश्री मुर्मू )
पिता – बिरंची नारायण टूडू
धर्म – हिंदू
शिक्षा – कला स्नातक
रूचि – लेखन (कविता)
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