अडानी, अंबानी और केंद्र सरकार दिवालिया कंपनी को खरीदने की होड़ में क्यों हैं?

करीब 15 हजार करोड़ के घाटे में चल रही कंपनी के लिए अडानी और अंबानी के बीच तलवारें खिच गईं।

Why Adani Ambani and Modi govt. want to buy a bankrupt company

Source: TFI

लैंको अमरकंटक पावर (Lanco Amarkantak Power) कंपनी बिकाऊ है। छत्तीसगढ़ के कोरबा-चांपा स्टेट हाईवे पर स्थित यह कंपनी इतने बड़े घाटे में है कि बिकने के सिवाय इसके पास कोई विकल्प नहीं है। इस कंपनी के बारे में विस्तार से हम आपको बताएंगे लेकिन उससे पहले आप यह जान लीजिए कि इस कंपनी के ऊपर 17 बैंकों का करीब 14,632 करोड़ रुपये का कर्ज है।

अब एक सवाल हमारे सामने स्पष्ट तौर पर आता है कि जिस कंपनी के ऊपर इतना कर्ज है उसे कौन खरीदेगा, लेकिन यकीन कीजिए इस कंपनी को खरीदने के लिए बड़े-बड़े अरबपतियों के बीच होड़ मची है। इस कंपनी को खरीदने की होड़ में दुनिया के तीसरे सबसे अमीर शख्स अरबपति गौतम अडानी हैं तो वहीं भारत के दूसरे सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी भी हैं। इसके साथ ही भारत सरकार भी इस कंपनी को खरीदना चाहती है। अब हमारे सामने एक और सवाल है कि आखिरकार क्यों इस कंपनी को खरीदने की होड़ मची है?

और पढ़ें: NDTV का ‘अडानीकरण’ अब स्पष्ट दिखाई दे रहा है

खरीदने की होड़

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस कंपनी को खरीदने के लिए गौतम अडानी ने 1800 करोड़ रुपये की बोली लगाई है। वहीं, मुकेश अंबानी ने इसके लिए 1960 करोड़ रुपये की बोली लगाई है। इसके साथ ही अगर भारत सरकार की बात करें तो सरकारी कंपनी पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (Power Finance Corporation) ने REC लिमिटेड के साथ मिलकर 3400 करोड़ रुपये की बोली लगाई है। सरकारी कंपनी ने बोली तो सबसे ज्यादा लगाई है लेकिन पैसे चुकाने का प्रस्ताव 20 साल का रखा है। वहीं, गौतम अडानी ने बॉन्ड के रुप में पैसे चुकाने का प्रस्ताव रखा है। जिन्हें 5 वर्षों में 8 फीसदी ब्याज के साथ चुकाया जाएगा।

कंपनी के बारे में

गौतम अडानी और मुकेश अंबानी इस कंपनी को क्यों खरीदना चाहते हैं वो हम आपको बताएंगे लेकिन उससे पहले जान लीजिए कि आखिरकार यह कंपनी है क्या? लैंको अमरकंटक पावर कंपनी छत्तीसगढ़ के कोरबा-चांपा स्टेट हाईवे पर कोयला आधारित थर्मल पावर प्रोजेक्ट चलाती है। 300-300 मेगावॉट की 2 यूनिट बनी हुई हैं। जिनसे बिजली का उत्पादन किया जा रहा है। इसके साथ ही दूसरे चरण में दो यूनिट बन रही हैं। जिनकी क्षमता 660 मेगावॉट की है। वहीं, तीसरे चरण में 660 मेगावॉट क्षमता की दो यूनिट बननी हैं। कुल मिलाकर इस प्लांट से 1920 मेगावॉट बिजली पैदा करने का लक्ष्य रखा गया है।

और पढ़ें: जो मुकेश अंबानी और जैक मा नहीं कर पाए वो अडानी ने कर दिखाया, बने दुनिया के तीसरे बड़े अमीर

अडानी क्यों खरीदना चाहते हैं?

गौतम अडानी भारत में ‘अधिग्रहण किंग’ के नाम से जाने जाते हैं। हाल ही में उन्होंने कई कंपनियां का अधिग्रहण किया है- इसी में डीबी पावर लिमिटेड का नाम भी शामिल है। डीबी पावर लिमिटेड के पास छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले में पहले से ही 600 मेगावॉट के थर्मल पावर प्लांट की दो ईकाइयां मौजूद हैं। ऐसे में अडानी लैंको अमरकंटक पावर प्लांट को खरीदकर अपना मुनाफा और बढ़ाना चाहते हैं।

अंबानी क्यों खरीदना चाहते हैं?

पिछले कुछ वक्त में हमने देखा है कि मुकेश अंबानी और गौतम अडानी के बीच अधिग्रहण की एक जंग छिड़ी है। दोनों अरबपति कई क्षेत्रों में एक-दूसरे से टकरा रहे हैं। सबसे पहले दोनों अरबपतियों के बीच 5G की नीलामी में आमना-सामना हुआ। इंटरनेट कनेक्टिविटी के क्षेत्र में जहां पहले से ही मुकेश अंबानी अपना वर्चस्व बनाए बैठे हैं, वहीं अब गौतम अडानी भी उन्हें टक्कर देते हुए इस क्षेत्र में घुस गए। इसके बाद बायगैस प्लांट को लेकर भी दोनों के बीच टक्कर देखने को मिली। अब जिस तरह से मुकेश अंबानी ने भारी बोली लगाई है, उससे प्रतीत हो रहा है कि मुकेश अंबानी इस सेक्टर में घुसने को बेताब हैं।

और पढ़ें: एकदम से झपट्टा मारके रॉय के हाथों से NDTV छीन ले गया अडानी

इसके साथ ही केंद्र सरकार भी बिजली कंपनी खरीदने की कोशिशों में जुटी हैं जिससे कि वो ज्यादा से ज्यादा बिजली का उत्पादन कर पाए।

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Exit mobile version