“तुमने हमारा आटा-दाल-चावल खाया है, अब ईसाई बन जाओ, अपने देवताओं की मूर्तियां फेंक दो, पूजा मत करो”

मेरठ के सबसे बड़े धर्मांतरण से हिंदुओं को सबक लेना चाहिए!

मेरठ धर्मांतरण

Source: Amar Ujala

ईसाई मिशनरियां कितनी बुरी तरह से हमारे देश में धर्मांतरण का धंधा चलाती हैं वो हम कई बार आपके सामने ला चुके हैं। कई बार हमने आपको बताया है कि ईसाई मिशनरियां पैसों का लालच देकर- आपको अमीर बनाने का लालच देकर हिंदुओं का धर्मांतरण कराती हैं। अब एक बार फिर ऐसी ही एक ख़बर सामने आई है। इस बार यह ख़बर उत्तर-प्रदेश के मेरठ से हमारे सामने आई है।

ख़बरों के मुताबिक यहां 400 लोगों का धर्मांतरण कराया गया है। शनिवार को सैकड़ों की संख्या में लोग मेरठ के एसएसपी ऑफिस पहुंचे और उन्होंने लालच देकर जबरन धर्मांतरण कराने का आरोप लगाया। इसमें से ज्यादातर लोग मंगतपुरम बस्ती के थे। इन लोगों का आरोप है कि कोरोनाकाल में कुछ ईसाई लोगों ने उनकी मदद की थी।

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दैनिक भास्कर ने अपनी एक रिपोर्ट में एक निवासी के हवाले से लिखा है, “बस्ती में रहने वाले खटीमा बताते हैं, “जब लॉकडाउन लगा था। तब इन लोगों की तरफ से हमें आटा, चावल दिया जाता था। उसका पैसा भी कई बार ले लेते थे। वो पैसा कहां जमा हुआ, हमें नहीं मालूम। लेकिन, अब ये कहते हैं कि हम उनके चर्च में आएं। उनके साथ रहें। हम अपने भगवान को मानते हैं, उनके जैसे कैसे हो जाएं। स्मृति कहती हैं कि हमारे साथ धोखा हुआ। पहले मदद कर हम लोगों का भरोसा जीता, अब मनमानी कर रहे हैं। हममें से कई लोगों को अपने में मिला लिया है। लेकिन, वो लोग अब धीरे-धीरे वापस आ रहे हैं।”

स्थानीय लोगों का कहना है कि जिन ईसाईयों ने हमारी मदद की थी अब वही लोग हमें पूजा करने से रोकते हैं। हमारे घरों से हमारे देवताओं की मूर्तियां हटवा दीं। हम लोगों को मंदिर जाने से भी रोकते हैं। इसके साथ ही लोगों ने कहा कि जब दिवाली पर हम लोगों ने पूजा करने की तैयारियां शुरू की तो इन लोगों ने कहा कि पूजा मत करो। पटाखे मत चलाओ। हमारे धर्म को देखो और हमारे जैसे बन जाओ। इसके बाद ही स्थानीय लोगों ने इन ईसाईयों का विरोध करना शुरू कर दिया।

इसके साथ ही स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले वर्ष क्रिसमस पर पूरी बस्ती को चर्च में न्योता दिया गया था। बहुत से युवा चर्च गए भी थी। वहां पर बहुत अच्छे इंतजाम किए गए थे। लोगों का कहना है कि हम चर्च नहीं जाना चाहते हैं, लेकिन अगर नहीं जाओ तो यह लोग डराते हैं।

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धर्म परिवर्तन मामले में पुलिस ने स्थानीय लोगों और भाजपा नेता की शिकायत पर ब्रह्मपुरी थाने में छबीली उर्फ शिवा, बिनवा, अनिल, सरदार, निक्कू, बसंत, प्रेमा, ततली, रीना पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। तीन महिलाओं को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। पुलिस जांच कर रही है कि धर्म परिवर्तन कराने के लिए फंडिंग कहां से की गई थी। उन्हें दो सालों में कितनी रकम मिल चुकी है। आजतक ने अपनी एक रिपोर्ट में लिखा है कि मेरठ के एसपी सिटी पीयूष सिंह का कहना है कि 9 लोगों के विरुद्ध थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है।

मेरठ से इस ख़बर के सामने आने के बाद से हड़कंप मच गया है, लेकिन इस पर हड़कंप मचना ही नहीं चाहिए क्योंकि ईसाई मिशनरियां इसी तरह वर्षों से देश में धर्मांतरण का धंधा चला रही हैं। पूर्वात्तर भारत हो- पंजाब हो या फिर देश के दूसरे हिस्से, ईसाई मिशनरियां इसी तरह से अपने धंधे को चला रही हैं। टीएफ़आई पर ईसाई मिशनरियों के धर्मांतरण की तमाम ख़बरें आप यहां पढ़ सकते हैं।

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