अतंकवाद पर निबंध

aatankwad par nibandh

अतंकवाद पर निबंध –

स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे की अतंकवाद पर निबंध के बारे में साथ ही इससे जुड़े कुछ तथ्यों के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें.

आतंकवाद –

आतंकवाद गैर कानूनी कार्य है, जिसका मकसद आम लोगों के अंदर हिंसा का डर पैदा करना है. आतंकवाद एक शब्द मात्र नहीं है, यह मानव जाति के लिए दुनिया का सबसे बड़ा खतरा है, जिसे मानव ने खुद निर्मित किया है. कोई भी एक इन्सान या समूह मिलकर यदि किसी जगह हिंसा फैलाये, दंगे फसाद , चोरी, बलात्कार, अपहरण, लड़ाई-झगड़ा, बम ब्लास्ट करता है, तो ये सब आतंकवाद है.

भारत में नक्सलवादीयों के रूप में पहली बार आतंकवाद को देखा गया था. 1967 में पहली बार बंगाल के क्षेत्र में कुछ लोग उग्र हो गए थे, अपनी बात मनवाने के लिए वे नक्सलवादी बनकर सामने आये थे.

भारत में स्थिति –

आतंकवादी और विघटनकारी कार्यकलाप (निवारण) अधिनियम, 1987 अर्थात् टाडा भारत में ऐसा पहला विशेष कानून था जिसने आतंकवाद की परिभाषा देने का प्रयास किया था। इसके बाद आतंकवाद निवारण अधिनियम, 2002 (पोटा) आया। वर्ष 2004 में गैर-कानूनी कार्यकलाप (निवारण) अधिनियम, 1967 को ‘आतंकवादी गतिविधि’ की परिभाषा शामिल करने के लिये संशोधित किया गया था।

आतंकवादी और विघटनकारी कार्यकलाप (निवारण) अधिनियम, 1987 उल्लेख करता है कि ‘जो कोई भी कानून द्वारा स्थापित सरकार को आतंकित करने अथवा लोगों या लोगों के किसी वर्ग में आतंक फैलाने अथवा उन्हें मारने या विभिन्न वर्गों के बीच सौहार्द को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करने के आशय से बम, डायनामाइट या अन्य विस्फोटक पदार्थ अथवा ज्वलनशील पदार्थ या घातक हथियारों अथवा ज़हर या हानिकारक गैसों अथवा अन्य रसायनों या खतरनाक प्रकृति के अन्य किसी पदार्थ (जैविक या अन्य) का इस तरीके से प्रयोग करते हुए कोई कार्य करता है, जिससे व्यक्ति या व्यक्तियों की मृत्यु हो अथवा उन्हें चोट पहुँचे अथवा संपत्ति की हानि या विनाश हो अथवा समुदाय के जीवन के लिये अनिवार्य आपूर्तियों अथवा सेवाओं में बाधा पहुँचे अथवा किसी व्यक्ति को रोके या सरकार अथवा किसी अन्य व्यक्ति को कोई कार्य करने से अलग रहने के लिये बाध्य करने हेतु लोगों को मारने या घायल करने की धमकी देता है, वह अपनी प्रकृति में एक आतंकवादी कार्य करता है।’

आंतकवाद की समस्या के कुछ मुख्य कारण –

बन्दूक, मशीन गन, तोपें, एटम बोम, हाईड्रोजन बम, परमाणु हथियार, मिसाइल आदि का अधिक मात्रा में निर्माण होना.

आतंकवाद के साधन

परंपरागत साधन –

गैर-परंपरागत साधन-

आतंकवाद की समस्या का निदान  –

धर्म को सही ढंग से समझना होगा. मानवजाति धर्म, जातिवाद के भंवर में इस कदर फंस गई है, कि धर्म के उपर इंसानियत के बारे में सोचती ही नहीं है. धर्म हमारी सुविधा के लिए है,  धर्म अच्छी शिक्षा, ज्ञान की बातें इंसानियत  सिखाता. हमें धर्म, जाति के उपर इंसानियत को रखना चाहिए. दुनिया में प्यार से बड़ी कोई चीज नहीं है, कहते है

आतंकवाद को दूर करने के लिए अच्छी शिक्षा की बहुत जरूरत है. अनुकूल शिक्षा मिलने पर इन्सान की सोच बदलेगी, उसकी सोचने समझने की शक्ति में बदलाव आएगा और वो सही दिशा में ही सोचेगा. शिक्षित व्यक्ति अपना अच्छा बुरा जानता है, उसको गलत शिक्षा देकर बहलाया नहीं जा सकता.

FAQ-

Ques-आतंकवाद की परिभाषा क्या होती है?

Ans-आतंकवाद एक असामाजिक गतिविधि है, जिसमें उद्देश्य प्राप्त करने के लिए गलत तरीकों को अपनाया जाता है, जिससे अपार जनधन की क्षति होती है।

Ques-आतंकवाद का उद्देश्य क्या है?

Ans-हिंसात्मक गतिविधियों द्वारा अपनी मनमानी मांगो को सरकार द्वारा पूरा करवाना आतंकवाद  का उद्देश्य होता है।

Ques-आतंकवाद दिवस कब मनाया जाता है?

Ans-21 मई 1991 कोभारत के कांग्रेसी प्रधानमंत्री राजीव की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी, इसलिए प्रत्येक वर्ष 21 को आतंकवाद विरोधी दिवस  के रूप में मनाया जाता है।

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