बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ निबंध कक्षा 5 से 9 तक के विद्यार्थियों के लिए

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ निबंध

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ निबंध

स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ निबंध के बारे में साथ ही इससे जुड़े कुछ तथ्यों के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें.

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ निबंध प्रस्तावना: बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का अर्थ है लड़कियों को बचाना और उन्हें पूर्ण रूप से शिक्षित करना। इस योजना की शुरुआत भारतीय सरकार द्वारा हुई। इस योजना का उदेश्य भारतीय समाज में लड़कियों और महिलाओं के लिए कल्याणकारी कार्यों की कुशलता को बढ़ाने के साथ-साथ लोगों के बीच जागरुकता उत्पन्न करती है। इस योजना के लिए कई करोड़ की शुरुआती पूँजी की आवश्यकता थी। इस योजना की शुरुआत साल 2001 के सेंसस के आँकड़ों के अनुसार हुई, जिसके तहत हमारे देश में 0 से 6 साल के बीच का लिंग अनुपात हर 1000 लड़कों पर 930 लड़कियों का था। इसके बाद इसमें 2011 में और गिरावट देखी गयी तथा अब आँकड़ा 1000 लड़कों पर 915 लड़कियों तक पहुँच चुका था। 2012 में यूनिसेफ द्वारा पूरे विश्वभर में 195 देशों में भारत का स्थान 41वाँ पर था। इसी वजह से भारत में आज महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा के प्रति लोगों की जागरुकता जरुरी हो गयी है।

भारतीय समाज के लड़कियां –

भारतीय समाज में लड़कियों के खिलाफ भेदभाव और लिंग असमानता की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ नाम से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक सरकारी सामाजिक योजना की शुरुआत की गयी है। हरियाणा के पानीपत में तारीख 22 जनवरी 2015, दिन बुधवार को प्रधानमंत्री के द्वारा इस योजना की शुरुआत हुई। यह योजना समाज में लड़कियों के महत्व के बारे में लोगों को जागरुक करने के लिए बनाई गयी है। महिला भ्रूण हत्या को पूरी तरह समाप्त करने हेतु तथा लड़कियों के जीवन को बचाने के लिए ये योजना शुरू की गयी है। यह योजना आम लोगों के बीच जागरुकता बढ़ाने का कार्य करेगी तथा इसमें लड़के की भाँति ही लड़की को दर्जा देने के लिए कहा गया है। सभी लड़की एवं महिला को पुरे जिम्मेदारी से शिक्षित करने के लिए कहा गया है।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान –

देश में लगातार कन्या शिशु दर में गिरावट को संतुलित करने और उनका भविष्य सुरक्षित करने के लिए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत की गयी थी। स्त्री और पुरुष जीवन के दो पहलू है, दोनों को एक साथ चलना होगा तभी जीवन का मार्ग सरलतापूर्वक निकलेगा।

देश का प्रत्येक दंपति केवल लड़का पाने की इच्छा रखता है और इसी इच्छा के कारण देश में लिंगानुपात में भारी गिरावट आई। उसी गिरावट को एक सही दिशा में उछाल लाने के लिए ऐसी योजना या अभियान की शुरुआत करनी पड़ी, जो देश के लिए शर्मनाक बात है। भारत के अलावा पूरे विश्व में स्त्रियों के साथ भेदभाव किया जाता है, पुरुषों से अधिक काबिल स्त्रियों को समान काम में पुरुषों के मुक़ाबले कम वेतन दिया जाता है।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का उद्देश्य –

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम का उद्देश्य बेटियों के अस्तित्व को सुरक्षा प्रदान करना है और बेटियों के जन्म दर में बढ़ोतरी करना है। कन्या भ्रूण हत्या को रोकना है, इसलिए हर चिकित्सालय में बाहर कन्या भ्रूण हत्या कानूनन अपराध है यह वाक्य देखने को मिलता है। लड़कियों के प्रति शोषण का खत्मा करके उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के लिए आवेदन कैसे करें –

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज  –

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के लक्ष्य और उद्देश्य –

कन्या भ्रूण हत्या रोकने के उपाय –

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना लाभ-

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बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ निबंध उपसंहार : 

FAQ-

Ques-बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान क्या है ?

Ans-बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान लडकियों को शाश्क्त और शिक्षित बनाने का अभियान है, इसके अंतर्गत कन्या भूर्ण हत्या जैसे गंभीर समस्या को कम करने का भी अभियान है।

Ques-बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत कब हुई ?

Ans-बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत वर्ष 2015 में हुई थी।

Ques-बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत किसने की थी ?

Ans-बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा की गई थी।

Ques- भारत में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान किस प्रधानमंत्री के शासन काल में प्रारंभ हुआ?

Ans- श्री नरेंद्र मोदी जी के।

Ques- भारत में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के कारण कन्या भ्रूण हत्या में कितने प्रतिशत की कमी आई है?

Ans- लगभग 50 से 60 प्रतिशत की कमी आई है।

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