बिहार का राजधानी कहाँ है और वहाँ पर घूमने लायक स्थान

बिहार का राजधानी कहाँ है

बिहार का राजधानी कहाँ है और वहाँ पर घूमने लायक स्थान

स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे बिहार का राजधानी कहाँ है के बारे में साथ ही इससे जुड़े कुछ तथ्यों के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें.

बिहार की राजधानी पटना सन 1912 में बना जब बंगाल का विभाजन हुआ तो इससे दो नए राज्य, बिहार और उड़ीसा का जन्म हुआ वर्तमान में पटना गंगा नदी के किनारे पर स्थित एक शहर है।

यह शहर सिखों के लिए अत्यंत पवित्र स्थान है क्योंकि सिखों के दसवें गुरु और अंतिम ‘गुरु गोविंद सिंह’ का जन्म पटना में ही हुआ था।

बिहार का  इतिहास –

पटना का इतिहास और परंपरा सभ्यता की शुरुआत से ही आरम्भ होती है | पटना का पुराना नाम पाटलिपुत्र या पाटलीपट्टन था जो 600 ईसा पूर्व इतिहास में पाया गया | पटना का नाम समय के साथ परिवर्तित होकर पाटलिग्राम, कुसुमपुर, अजीमाबाद और आधुनिक दौर में पटना नाम से जाना जाता है | चंद्रगुप्त मौर्य ने 4वी. ईसा में यहाँ अपनी राजधानी बनाई | इसके बाद इस नगर का महत्त्व कम होता गया और 16वी ईसा में इसे फिर पहचान मिली जब शेरशाह सूरी का शासन आया  एक अन्य मान्यता के अनुसार पट्टन नाम के एक ग्राम से आज का पटना का जन्म हुआ  कहा जाता है कि आजादशत्रु ने पाटलिपुत्र बनाई | प्राचीन ग्राम पाटली के साथ पट्टन जुड़ कर पाटलिपुत्र बना ग्रीक इतिहास में पाटलीबोथरा शब्द आता है

आजाद शत्रु ने इस नगर के लिय कई सुरक्षा इन्तेजाम कराया ताकि लिक्छवियों के लगातार आक्रमण से इसे बचाया जा सके | उसने पाया की यह नगर तीन दिशाओ से नदियों से घिरा था जो इसे नदियों के किला की सुरक्षा प्रदान करती थी |

 

दुनिया का सबसे लंबा सड़क पुल –

दुनिया का सबसे लंबा सड़क पुल पटना में स्थित है जो कि 5575 मीटर लम्‍बा है, इसे महात्‍मा गांधी सेतू के नाम से जाना जाता है।

बिहार के ऐतिहासिक   स्थल –

पूर्वी भारत में बसा बिहार दुनियाँ के सबसे पुराने स्थलों में से एक है। यहाँ का इतिहास 3,000 वर्षो से भी पुराना है।  बिहार के टूरिस्ट स्थलों में ऐतिहासिक धरोहर, आस्था , और संस्कृति का हमेशा से महत्वपूर्ण स्थान रहा है।

जयमंगला गढ़ बेगूसराय – बिहार का प्रमुख पर्यटन स्थल में से एक है ,देश के 52 शक्तिपीठों में शुमार जयमंगला स्थान में मां के मंगलकारी रूप ‘माता जयमंगला’ की पूजा आदिकाल से होती आ रही है। यहां देवी सती का वाम स्कंध गिरा था।

गोलघर पटना- यह गोलघर बिहार की राजधानी पटना शहर के गाँधी मैदान के पश्चिम दिशा की ओर स्थित है।  इस गोलघर को ब्रिटिश सरकार द्वारा अनाज रखने के लिए बनाया गया था।

महावीर मंदिर पटना – यह मंदिर बिहार के पटना जंक्शन के बाहर उत्तर दिशा की ओर स्थित है। यह मंदिर उत्तर भारत के सबसे मशहूर मंदिरो में से एक है। जिसे हनुमान मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।

बड़ी दरगाह बिहार शरीफ – यह दरगाह नालंदा जिला के बिहार शरीफ शहर में स्थित है। इस दरगाह में महान सूफी , हज़रत बख़दूम , शेख़ सफरुद्दीन , अहमद यहिया, मनेरी पीर बाबा की मज़ार शरीफ़ है

नालंदा विश्वविद्यालय नालंदा – यह वोश्वविद्यालय नालंदा जिला के राजगीर शहर में स्थित है। नालंदा विश्वविद्यालय दुनियाँ के सबसे पुराना विश्वविद्यालय है।  इसकी स्थापना 4050 ई०  में गुप्त वंश के शासक कुमार गुप्त ने किया था।  यहाँ पढ़ने के लिए विदेशी क्षेत्र आते थे।

संजय गाँधी जैविक उद्यान पटना -जिसे चिड़ियाँ घर के नाम से भी जाना जाता है। यह चिड़ियाँ घर पटना शहर के बेली रोड के पास स्थित है। इस चिड़ियाँ घर में पार्क भी स्थित है।

महाबोधि मंदिर बोधगया – यह मंदिर गया जिला के बोधगया शहर में स्थित है।  इस मंदिर में भगवान गौतम बुध का मंदिर स्थित है।  इस महबोधी मंदिर की बनावट सम्राट अशोक द्वारा स्थापित स्तूप के समान है।  भगवान गौतम बुध को बौधि पेड़ के निचे तपस्या करने पर ज्ञान की प्राप्ति हुई थी।

बिहार राज्य के प्रमुख शिक्षा संस्थान/यूनिवर्सिटी –

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ऐतिहासिक तथ्य-

आशा करते है कि बिहार का राजधानी कहाँ है के बारे में सम्बंधित यह लेख आपको पसंद आएगा एवं ऐसे ही रोचक लेख एवं देश विदेश की न्यूज़ पढ़ने के लिए हमसे फेसबुक के माध्यम से जुड़े।

 

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