खनिज क्या है प्रकार एवं संरक्षण के उपाय
स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे खनिज क्या है साथ ही इससे जुड़े प्रकार एवं संरक्षण के उपाय बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आप से निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें.
वह पदार्थ जो क्रिस्टलीय हो और भौगोलिक परिस्थितियों के परिणामस्वरूप बना हो, उसे खनिज कहते हैं. खनिज ऐसे भौतिक पदार्थ हैं जो खान से खोद कर निकाले जाते हैं। खनिज होने के लिए उस पदार्थ को कठोर व क्रिस्टलीय होना आवश्यक है।
खनिज का नामकरण –
मूलतः खनिज शब्द का अर्थ है- खनि + ज। अर्थात् खान से उत्पन्न (संस्कृत: खनि= खान)। इसका अंग्रेज़ी शब्द मिनरल भी माइन से संबंध रखता है।
खनिजों का वर्गीकरण-
खनिजों को निम्नलिखित वर्गों में बंटा गया है:
- सिलिकेट वर्ग
- कार्बोनेट वर्ग
- सल्फेट वर्ग
- हैलाइड वर्ग
- ऑक्साइड वर्ग
- सल्फाइड वर्ग
- फास्फेट वर्ग
खनिज के प्रकार –
खनिज तीन प्रकार के होते हैं:
- धात्विक खनिज
- अधात्विक खनिज
- ऊर्जा खनिज
धात्विक खनिज –
जिन खनिजों से धातु प्राप्त होती है उन्हें धात्विक खनिज कहते हैं; जैसे – लौह अयस्क, मैगनीज, निकेल, कोबाल्ट, तांबा, लेड, टिन, बॉक्साइट, आदि।
अधात्विक खनिज –
जिन खनिजों से अधातु प्राप्त होते हैं उन्हें अधात्विक खनिज कहते हैं; जैसे – अभ्रक, लवण, पोटाश, सल्फर, ग्रेनाइट, चूना पत्थर, संगमरमर, बलुआ पत्थर, आदि।
ऊर्जा खनिज –
जिन खनिजों से हमें ऊर्जा की प्राप्ति होती है, वे ऊर्जा खनिज कहलाते हैं; जैसे – कोयला, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस।
खनिज पदार्थ किसे कहते हैं –
जो वस्तुएँ पृथ्वी के धरातल अथवा उसके गर्भ से खोदकर निकाली जाती हैं उन्हें खनिज पदार्थ कहते हैं। खनिज पदार्थ जब भूमि से अनेक अनावश्यक तत्वों के साथ मिश्रित रूप में निकाले जाते हैं तो उन्हें अयस्ककहते हैं। खनिज पदार्थ देष की प्राकृतिक सम्पदा माने जाते हैं। खनिज पदार्थ मूलत: तीन प्रकार के होते हैं।
- धात्विक खनिज, लोहा, ताँबा, चाँदी, सोना टिन आदि।
- अधात्विक खनिज अभ्रक, खड़िया, गन्धक, चूना, पत्थर, बाक्साइड आदि और
- खनिज ईधन-कोयला, पेट्रोल, गैस, डीजल आदि।
खनिज पदार्थ मनुष्य को प्रकृति से प्राप्त वह धरोहर है जिसका समुचित उपयोग किया जाना चाहिए। दुर्भाग्य से मानव सभ्यता खनिज पदार्थों का अन्धाधुन्ध दोहन करती जा रही है जिस प्रकार खनिज पदार्थों का दोहन किया जा रहा है। उसके कारण खनिज भण्डार धीरे-धीरे समाप्त होता जा रहा है।
खनिजों के भौतिक गुण –
खनिज कुछ महत्वपूर्ण भौतिक गुण जैसे रंग, पारदर्शिता, वर्णरेखा, धुति (चमक), कठोरता, आपेक्षिक घनत्व, संरूप, भंजन और विदलन को प्रदर्शित करते हैं। पहचान लक्षण वे विशिष्ट भौतिक गुण होते है जिनके आधार पर खनिजों को पहचाना जा सकता है।
खनिज संसाधन संरक्षण के उपाय –
- खनिज संसाधन और खदानों का संरक्षण उसी प्रकार आवश्यक है जिस प्रकार पर्यावरण संरक्षण जरूरी है। इसके लिए निम्न प्रावधान किये जाने चाहिए-
- खनिज सम्पदा का नियन्त्रित उपयोग किया जाये।
- खनिज को बर्बाद होने से बचाया जाये।
- कोयला, पेट्रोल आदि खनिज ईधनों का प्रयोग कम किया जाये और इनके स्थानापन्न ईधनों की खोज की जाये जैसे-विद्युत, सौर ऊर्जा, नाभिकीय ऊर्जा आदि।
- खनिजों के उपयोग के बाद स्क्रैप को व्यर्थ न फेंक कर उनका बार-बार उपयोग किया जाये।
- खनन कार्य में वैज्ञानिक विधि अपनायी जाय। खनन कार्य पूर्व नियोजित और उन्नत तकनीकी द्वारा किया जाये।
- खनन क्षेत्र में उड़ने वाली धूल तथा कोयले के क्षेत्र में लगने वाली आग से बचाव का पूर्ण प्रबन्ध किया जाये।
- खनिजों पर सरकार का नियन्त्रण होना चाहिए। इसके खनन के लिए सरकार की स्पष्ट और कठोर नीति होनी चाहिए।
FAQ-
Ques- खनिज किसे कहते हैं?
Ans-वह पदार्थ जो क्रिस्टलीय हो और भौगोलिक परिस्थितियों के परिणामस्वरूप बना हो, उसे खनिज कहते हैं.
Ques- खनिजों के कितने प्रकार होते हैं?
Ans- खनिज तीन प्रकार के होते हैं; धात्विक, अधात्विक और ऊर्जा खनिज।
Ques- भारत में लगभग कितने खनिज पाए गए हैं?
Ans- हमारे देश में 100 से अधिक खनिजों के प्रकार मिलते हैं। इनमें से 30 खनिज पदार्थ ऐसे हैं जिनका आर्थिक महत्त्व बहुत अधिक है। उदाहरणस्वरूप कोयला, लोहा, मैगनीज़, बॉक्साइट, अभ्रक इत्यादि।
Ques- खनिज रंग कौन सा है?
Ans-खनिज रंगों में लाल-हिरौंजी तथा गेरू, नीला पीला चमकदार हरतल, पीला गंदा रामरज, मुल्तानी मिट्टी, सफेद खड़िया आदि रंगों का प्रयोग हुआ है तथा सोने-चांदी के वर्क से बने रंग का प्रयोग विशेष है।
Ques- खनिज का हमारे जीवन में क्या उपयोग है?
Ans-खनिज पदार्थ हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि आधुनिक औद्योगिक उन्नति का आधार खनिज पदार्थ ही हैं। कारखानों में लगी मशीनें, पानी पर तैरते विशाल जहाज, ऊँची इमारतें, विभिन्न प्रकार की धातुओं से बनी वस्तुएँ खनिज पदार्थों की देन हैं। देश की औद्योगिक विकास का आधार खनिज पदार्थ है।
आशा करते है कि खनिज क्या है के बारे में सम्बंधित यह लेख आपको पसंद आएगा एवं ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए हमसे फेसबुक के माध्यम से जुड़े।