‘श्याम रजक ने मेरी बहन को गाली दी’, RJD की कार्यकारिणी को छोड़कर भागे तेज प्रताप

कार्यकारिणी थी या फिर नौटंकी सभा?

Shyam Rajak

Shyam Rajak controversy: नई दिल्ली में राष्ट्रीय जनता दल की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का आयोजन किया गया। अब आप कहेंगे कि इसमें क्या नयी बात है। दरअसल, इस बैठक में होने वाली चर्चा पर कम और बैठक के दौरान होने वाले विवादों की अधिक बात हो रही है। बीते रविवार को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जमकर हंगामा हुआ। बताया जा रहा है कि लालू यादव के बड़े बेटे और राज्य में मंत्री तेज प्रताप यादव बैठक से तमककर बाहर निकल गये। बैठक से बाहर निकलते हुए तेजप्रताप यादव ने RSS का एजेंट श्याम रजक को बता दिया और आरोप लगाया कि श्याम रजक ने उनकी बहन को गाली दी है। इन्हीं बातों को लेकर राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक चर्चाओं के केंद्र में है।

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बैठक से तमतमाकर निकले तेज प्रताप

दरअसल, जो बात खुलकर सामने आयी है उसके अनुसार तेज प्रताप ने राजद के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री श्याम रजक (Shyam Rajak) पर आरोप लगाया है कि उन्होंने गाली दी है। नई दिल्ली में आयोजित पार्टी की की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल हुए बिहार के वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा है कि “कार्यक्रम के बारे में जब हमने श्याम रजक से पूछा तो उन्होंने गंदी-गंदी गालियां दीं. मेरी बहन और पीए को गाली दी गई।” तेज प्रताप यादव ने बैठक से निकलते हुए कहा कि यहां कोई गाली सुनने नहीं आया है। उन्होंने ये तक कहा है कि उनके पास इस घटना का ऑडियो भी है।

इस पूरे मामले पर श्याम रजक (Shyam Rajak) ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि “मुझे इस पर कोई टिप्पणी नहीं करनी है। जो कहना चाहते हैं तेज प्रताप, वह कह रहे हैं, वह शक्तिशाली हैं और मैं एक दलित हू। मैं और कुछ नहीं कह सकता।”

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श्याम रजक (Shyam Rajak) के बारे में बात करें तो पटना के फुलवारी शरीफ विधानसभा सीट से वो लगातार छह बार विधानसभा चुनाव जीतते आ रहे हैं और इस समय 68 साल के श्याम रजक राजद के राष्ट्रीय महासचिव हैं। साल 2019 से 2020 के बीच वो बिहार सरकार में उद्योग मंत्री हुआ करते थे। माना जाता है कि रजक तेजस्वी यादव के करीबी हैं।

दो दिन चलने वाले इस राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में की शुरुआत रविवार को नई दिल्ली में हुई जिसमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह भी उपस्थित रहे। दरअसल, जगदानंद सिंह अपने बेटे सुधाकर सिंह के मंत्री पद से दिए गए इस्तीफे के बाद पार्टी के शीर्ष नेताओं से नाराज चल रहे हैं। बिहार सरकार में सुधाकर सिंह कृषि मंत्री के पद पर थे। तमाम तरह की तनातनी और विवादों के बाद उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया था।

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लालू यादव फिर से बने अध्यक्ष  

ज्ञात हो कि आरजेडी राष्ट्रीय परिषद की बैठक नई दिल्ली स्थित तालकटोरा स्टेडियम में हुई जहां पर फिर से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में लालू प्रसाद यादव का चुनाव कर लिया गया। दिल्ली के एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में रविवार को आरजेडी कार्यकारिणी की बैठक तो हुई ही इसके साथ ही पार्टी के खुले अधिवेशन के प्रस्तावों पर भी यहां चर्चा की गयी।

देखा जाए तो कुछ ही दिन पुरानी इस सरकार में साफ-साफ दिख रहा है कि कुछ भी ठीक नहीं है और न तो सरकार में गठबंधन की पार्टी राजद में सबकुछ ठीक दिखायी दे रहा है। ऊपर से सरकार में शामिल नेता और मंत्री की आपस में कतई बन नहीं रही। ऐसे में पहले से बदहाल बिहार का ऐसी सरकार में क्या हाल होगा यह समझना अधिक कठिन नहीं होगा।

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