विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे की विजयी विश्व तिरंगा प्यारा के बारे में साथ ही इससे जुड़े कुछ तथ्यों के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें.
झण्डा ऊँचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
झण्डा ऊँचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
सदा शक्ति सरसाने वाला
प्रेम सुधा बरसाने वाला
वीरों को हर्षाने वाला
मातृभूमि का तन मन सारा
मातृभूमि का तन मन सारा
झण्डा ऊँचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
स्वतंत्रता के भीषण रण में
रख कर जोश बढ़े क्षण-क्षण में
काँपे शत्रु देखकर के मन में
मिट जाये भय संकट सारा
मिट जाये भय संकट सारा
झण्डा ऊँचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
झण्डा ऊँचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
झण्डा ऊँचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
इस झँडे के नीचे निर्भय
ले स्वराज यह अविचल निश्चय
बोलो भारत माता की जय
स्वतंत्रता है ध्येय हमारा
स्वतंत्रता है ध्येय हमारा
झण्डा ऊँचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
आओ प्यारे वीरों आओ
देश धर्म पर बलि-बलि जाओ
एक साथ सब मिल कर गाओ
प्यारा भारत देश हमारा
प्यारा भारत देश हमारा
झण्डा ऊँचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
झण्डा ऊँचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
झण्डा ऊँचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
इसकी शान न जाने पाए
चाहे जान भले ही जाए
विश्व विजयी कर के दिखलाएं
तब होवे प्रण पूर्ण हमारा
तब होवे प्रण पूर्ण हमारा
झण्डा ऊँचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
सदा शक्ति सरसाने वाला
प्रेम सुधा बरसाने वाला
वीरों को हर्षाने वाला
मातृभूमि का तन मन सारा
मातृभूमि का तन मन सारा
झण्डा ऊँचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
झण्डा ऊँचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
झण्डा ऊँचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
झंडा ऊंचा रहे हमारा गाने से जुड़े कुछ तथ्य –
श्यामलाल गुप्ता जी जलिया वाले बाग़ हत्या कांड से बहुत आहत थे. इसीलिए उन्होंने इस काण्ड में मारे गए लोगों की याद में उन्होंने “झंडा ऊंचा रहे हमारा” गीत की रचना की थी. आपको बता दें, जब उन्होंने पहली बार यह लाइनें पंडित जवाहर लाल नेहरु जी के सामने गाई तो पंडित नेहरु भावुक हो उठे और श्यामलाल गुप्ता जी को अपने गले से लगा लिया था.
श्यामलाल गुप्ता से जुड़े कुछ रोचक तथ्य –
- श्यामलाल गुप्ता बहुत ही साधारण परिवार से थे उनका बचपन बेहद गरीबी में बीता था.
- देश की आजादी के लिए उन्होंने सन 1921 में यह संकल्प लिया था कि जब तक भारत देश आजाद नहीं हो जाएगा तब तक वह नंगे पैर ही रहेंगे.
- श्याम लाल गुप्ता नमक आन्दोलन, भारत छोड़ो आन्दोलन समेत कई आंदोलन में भी शामिल रहे.
FAQ-
Ques-विजयी विश्व तिरंगा प्यारा किसने लिखा?
Ans-विजयी विश्व तिरंगा प्यारा गाना श्यामलाल गुप्ता जी ने लिखा था।
Ques-श्यामलाल लाल गुप्ता का जन्म कब और कहाँ हुआ था?
Ans- श्यामलाल लाल गुप्ता का जन्म 16 सितम्बर 1983 कानपुर के नर्वल गांव में हुआ था.
Ques-श्यामलाल लाल गुप्ता के माता-पिता का क्या नाम था?
Ans-श्यामलाल लाल गुप्ता के पिता का नाम विश्वेश्वर प्रसाद और मां का नाम कौशल्या देवी था।
Ques-श्यामलाल गुप्ता ने झंडा ऊंचा गीत की रचना कब की थी ?
Ans-श्यामलाल गुप्ता ने झंडा ऊंचा गीत की रचना 3 मार्च 1924 को की थी.
आशा करते है कि विजयी विश्व तिरंगा प्यारा के बारे में सम्बंधित यह लेख आपको पसंद आएगा एवं ऐसे ही रोचक लेख एवं देश विदेश की न्यूज़ पढ़ने के लिए हमसे फेसबुक के माध्यम से जुड़े।