13 February ko kya hai and history about this day in Hindi

13 february ko kya hai

13 february ko kya hai

स्वागत है आपका आज के इस लेख में 13 फरवरी को क्या है? (13 february ko kya hai), इस दिन का सम्पूर्ण इतिहास, एवं उद्देश्य के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें।

13 फरवरी को क्या है? (13 february ko kya hai) बता दे कि इस दिन को भारत में राष्ट्रीय महिला दिवस हर साल 13 फरवरी के दिन मनाया जाता है. यह 8 मार्च को मनाए जाने वाले महिला दिवस से अलग है क्योंकि उस दिन अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस होता है और 13 फरवरी को भारत का महिला दिवस होता है.

राष्ट्रीय महिला दिवस सरोजिनी नायडू को समर्पित है. सरोजिनी नायडू का जन्म 13 फरवरी 1879 को हुआ था. वह बचपन से बुद्धिमान थीं. जब सरोजिनी नायडू 12 साल की थीं, तब से उन्हें कविताएं लिखनी शुरू कर दी थी. बाद में स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया.

देश की आजादी और महिलाओं के अधिकारों के लिए संघर्ष किया. आजादी के बाद सरोजिनी नायडू को पहली महिला राज्यपाल बनने का भी मौका मिला. उनके कार्यों और महिलाओं के अधिकारों के लिए उनकी भूमिका को देखते हुए सरोजिनी नायडू के जन्मदिन के मौके पर राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है.

राष्ट्रीय महिला दिवस कब से शुरुआत हुई –

जब देश को 1947 में आजादी मिली तो उत्तर प्रदेश की राज्यपाल बनने का गौरव एक महिला को प्राप्त हुआ. वह महिला सरोजिनी नायडू थी. बाद में साल 2014 में सरोजिनी नायडू की जयंती को राष्ट्रीय महिला दिवस के तौर पर मनाने की शुरुआत की गई.

महिला दिवस अनमोल वचन-

अगर एक आदमी को शिक्षित किया जाता हैं तब एक आदमी ही शिक्षित होता हैं लेकिन जब एक औरत को शिक्षित किया जाता हैं तब एक पीढ़ी शिक्षित होती हैं. – ब्रिघैम यंग

औरत ही समाज की वास्तविक शिल्पकार हैं- चेर

नारि प्रेम करने के लिए हैं समझने की वस्तु नहीं. – आस्कर वाइल्ड

जब एक आदमी औरत से प्यार करता हैं उसे अपनी जिंदगी का एक हिस्सा देता हैं लेकिन एक औरत जब प्यार करती हैं तब अपना सब कुछ दे देती हैं – आस्कर वाइल्ड

आदमी अपनी नियति को सम्भाल नहीं सकते हैं उनके लिए यह कार्य उनके जीवन से जुड़ी औरत करती हैं. – ग्रुशो मार्क्स

किसी भी समाज की उन्नति उस समाज की औरतों की उन्नति से मापी जा सकती हैं. – बी. आर. अम्बेडकर

किसी भी सभ्यता का आंकलन औरतो के व्यवहार से किया जा सकता हैं. – राल्फ वाल्डो एमर्सन

महिला दिवस का उद्देश्य एवं महत्व –

महिला दिवस मनाने का सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य महिला और पुरुषो में समानता बनाए रखना है. आज भी दुनिया में कई हिस्से ऐसे है, जहां महिलाओं को समानता का अधिकार उपलब्ध नहीं है. नौकरी में जहां महिलाओं को पदोन्नति में बाधाओं का सामना करना पड़ता है, वहीं स्वरोजगार के क्षेत्र में महिलाए आज भी पिछड़ी हुई हैकई देशों में अब भी महिलाएं शिक्षा और स्वास्थ्य की दृष्टि से पिछड़ी हुई है. इसके अलावा महिलाओं के प्रति हिंसा के मामले भी अब भी देखे जा सकते है. महिला दिवस मनाने के एक उद्देश्य लोगों को इस संबंध में जागरूक करना भी है.

भारत में कब मनाया जाता है राष्ट्रीय महिला दिवस –

भारत में राष्ट्रीय महिला दिवस हर साल 13 फरवरी के दिन मनाया जाता है. यह 8 मार्च को मनाए जाने वाले महिला दिवस से अलग है क्योंकि उस दिन अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस होता है और 13 फरवरी को भारत का महिला दिवस होता है.

सरोजिनी नायडू को क्यों कहते हैं भारत कोकिला –

सरोजिनी नायडू के नाम कई उपलब्धियां हैं लेकिन साहित्यिक योगदान पूरे विश्व में प्रसिद्ध है. उन्होंने कई कविताएं लिखी, कुछ कविताएं तो पाठ्यक्रम में शामिल की गईं.  क्योंकि वह बहुत ही मधुर स्वर में अपनी कविताओं का पाठ किया करती थीं, इसी कारण सरोजिनी नायडू को भारत कोकिला कहा जाता था.

(13 february ko kya hai) 13 फरवरी को ही महिला दिवस क्यों मनाया जाता है-

राष्ट्रीय महिला दिवस सरोजिनी नायडू को समर्पित है. सरोजिनी नायडू का जन्म 13 फरवरी 1879 को हुआ था.

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FAQ

Ques-अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस कब मनाया जाता है ?

Ans- 8 मार्च

Ques- पहला अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस कब मनाया गया था ?

Ans- सन 1911 में

Ques-पहला महिला दिवस कहां मनाया गया था ?

Ans- न्यूयॉर्क

Ques-पहला महिला दिवस कब मनाया गया था ?

Ans- सन 1908 में

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