यदि आपकी धार्मिक भावनाओं को कोई आहत कर दे तो आप क्या करेंगे। यदि आप साधारण से मनुष्य है तो फलाने व्यक्ति को समझाएंगे बुझाएंगे। यदि इससे भी बात नहीं बनेगी तो आप कानून का रास्ता लेकर न्याय की आशा करेंगे। लेकिन ऐसे सीधे रास्ते पर चलने की आशा मजहबी कट्टरपंथियों से कतई नहीं की जा सकती है। मजहबी कट्टरता में चूर कुछ शांतिप्रिय लोग दिन प्रतिदिन उग्र होते जा रहे हैं जिसका उदाहरण समय-समय पर मिल ही जाता है। अनदेखा नहीं किया जा सकता है कि ऐसा होना समाज के लिए गहन चिंता का विषय है। हिमांक बंसल मामले के सामने आने के बाद तो कम से कम ऐसा ही लगता है।
हिमांक बंसल मामला
नवीनतम मामला असदुद्दीन ओवैसी के संसदीय क्षेत्र हैदराबाद से सामने आया है। लेकिन कट्टरता का घिनौना रूप दिखाने वाली इस बड़ी घटना पर हमारे देश के तथाकथित सेक्यूलर सूरमाओं को जैसे सांप ही सूंग गया है। जो सेक्यूलर सूरमा हिंदूओं के विरुद्ध विष उगलने के लिए उतारू रहते हैं और ट्वीटर पर ट्वीटों की बाढ़ ला देते हैं वो आज हैदराबाद में हिंदू छात्र के साथ हुई इस घटना पर चुप हैं। पता है क्यों? क्योंकि पीड़ित एक हिंदू है।
हैदराबाद से एक विचलित कर देने वाला वीडियो सामने आया है। जिसमें एक हिंदू छात्र हिमांक बसंल की कुछ कट्टरपंथी मिलकर पिटाई कर रहे हैं। इतना ही नहीं ये कट्टरपंथी हिंदू छात्र से जबरन अल्लाह हू अकबर के नारे लगवा रहे हैं। आपको ये जानकर हैरानी होगी कि इन कट्टरपंथियों के द्वारा इस घटना को अंजाम हिमांक के हॉस्टल में घुसकर दिया गया है। इस पूरी घटना को इन कट्टरपंथियों के द्वारा कैमरे में कैद किया गया जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
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उदयपुर के बाद अब हैदराबाद
याद होगा कि कैसे इस साल 28 जून को मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद के द्वारा उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की हत्या कर दी गयी और वीडियो भी बनाया गया था लेकिन हैदराबाद में तो एक और उदयपुर घटना को अंजाम देने का प्रयास किया गया है। मामला हैदराबाद के ICFAI बिजनेस स्कूल का है जिसमें हिंदू छात्र हिमांक बसंल लॉ का स्टूडेंट है। वायरल वीडियो में सुना जा सकता हैं कि कट्टरपंथी हिमांक बंसल पर अल्लाह हू अकबर बोलने का दबाव बनाते हैं जिसके जबाव में हिमांक जय माता दी बोलकर अल्लाह हू अकबर बोलता है जिसके बाद कट्टरपंथी मुस्काराता है और हिमांक की पिटाई शुरू कर देता है। इसके बाद कट्टरपंथी मिलकर हिंदू छात्र हिमांक के गुप्तांग पर लगातार कई वार करते हैं और हिमांक चिल्लाता रहता है।
यहां तक कि कट्टरपंथियों के द्वारा हिमांक बंसल का पर्स भी छीन लिया गया। इतना ही नहीं हिमांक को निर्वस्तत्र करने का भी प्रयास किया गया। असहाय हिमांक लगातार कहता रहता है कि उसने कुछ नहीं किया है लेकिन कट्टपंथियों पर हिमांक की गुहार का कोई असर नहीं होता और उस पर लात, मुक्कों से वार होते ही रहते हैं। उसके चेहरे और नाक-कान में इन कट्टरपंथियों ने पाउडर भर दिया। हिमांक को अनुचित तरीके से छुआ गया। यह पूरी घटना 1 नवंबर की बताई जा रही है। बताया जाता है कि मारपीट के दौरान हिमांक और उनके परिवार के सदस्यों को भी धमकी भी दी गई थी।
The boy was assaulted bcz he is a Hindu pic.twitter.com/MtWW01VAXW
— Wali- ವಾಲಿ (@bhairav_hara) November 12, 2022
Himank Bansal, Student, assaulted and forced to chant Allah Hu akbar in IBS campus by Islamic Terrorist in Hyderabad. pic.twitter.com/eNuLyNZ1kh
— Wali- ವಾಲಿ (@bhairav_hara) November 12, 2022
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औवेसी के मुंह से नहीं निकला एक भी शब्द
औवेसी के संसदीय क्षेत्र की यह नृशंस घटना है और अब बीजेपी ने औवेसी को निशाने पर ले लिया है। जहां बीजेपी नेता विष्णु वर्धन रेड्डी ने हिमांक के साथ हुई इस बर्बता का वीडियो शेयर करते हुए कहा है कि- ये घटना औवेसी के संसदीय क्षेत्र की है लेकिन औवेसी के मुंह से एक शब्द भी नहीं निकला है।
Himank Bansal studying in IFHE Hyderabad assaulted and forced to chant "Allah Hu akbar" in campus by senior students of another religion.
IFHE comes under Hyderabad parliamentary constituency of @asadowaisi but not a single word by him yet!
Also no media reporting this matter. pic.twitter.com/qGy5Xyvi6H
— Vishnu Vardhan Reddy (Modi ka Parivar) (@SVishnuReddy) November 12, 2022
हिमांक बंसल की शिकायत के अनुसार- 15 से 20 कट्टरपंथियों का एक झुंड हिमांक के हॉस्टल में घुसता है और हिमांक को बुरी तरह पीटना शुरू कर देता है। इन कट्टरपंथियों ने हिमांक को जान से मारने तक की धमकी दी है। हिमांक ने अपनी शिकायत में बताया है कि शुरुआत में उसे नहीं पता था कि कट्टपंथियों ने उसकी पिटाई क्यों की लेकिन बाद में उन लोगों ने बताया कि गलती से उसने मुहम्मद पैगंबर का संदर्भ दिया था। जोकि उसने अपनी एक दोस्त से मेसैज पर कही थी जिसके बाद दोस्त ने निजी चैट्स को सार्वजनिक कर दिया।
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वहीं मामले के तूल पकड़ने के बाद तेलंगाना पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन प्रश्न ये उठता है तेलंगाना पुलिस ने धार्मिक उन्माद फैलाने का मामला होने के बावजूद रैगिंग का मामला दर्ज किया। ऐसे घृणित मामले को बच्चों का खेल बना दिया गया जबकि वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कट्टरपंथियों द्वारा क्या किया गया है। क्या जो केसीआर अपनी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी बनाने का सपना देख रहे हैं वो भी कांग्रेस की तरह मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति करने पर उतर आए हैं।
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