सत्य को छुपाना असंभव ही नहीं बल्कि नाममुकिन होता है। विलंब से ही सही लेकिन सच एक न एक दिन सबके सामने आकर ही रहता है परंतु सच के बाहर आने से कुछ लोगों को समस्याएं अवश्य होने लगती हैं। अब उदाहरण के लिए आप ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म को ही ले लीजिए। इस फिल्म के माध्यम से 1990 में कश्मीरी पंडितों के साथ हुए नृशंस हत्याओं से पर्दा क्या उठाया गया, इस कटुसत्य को देखकर वामपंथी वर्ग भड़क उठा था और उसने फिल्म की भर-भरकर आलोचना की थी। अब इसी तरह केरल में महिलाओं की तस्करी और धर्मांतरण की कहानी बयां करने वाली ‘द केरल स्टोरी’ से इस्लामिस्टों की जलने लगी है और वे इसके बैन (Ban) की मांग कर रहे हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे विपुल अमृतलाल शाह की फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ (The Kerala Story) ने इस्लामिस्टों की रातों की नींद उड़ाकर रख दी हैं।
दरअसल, केरल में महिलाओं का जबरन धर्म परिवर्तन कराकर उन्हें ISIS में शामिल कराने वाली सच्ची घटना पर द केरल स्टोरी फिल्म की कहानी आधारित है। 4 नवंबर को फिल्म का टीजर सामने आया, जिसके बाद से ही फिल्म को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। फिल्म के मेकर्स पर आरोप लगाया जा रहा है कि वे इसके माध्यम से केरल को बदनाम करने के प्रयास कर रहे हैं। द केरल स्टोरी रिलीज न हो पाये और लोगों के सामने केरल का वो सच लोगों के सामने न आ पाए इसके लिए इस्लामिस्टों के द्वारा एड़ी-चोटी का जोर लगाया जा रहा हैं।
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The Kerala Story के खिलाफ FIR
दरअसल, ‘द केरल स्टोरी’ में टीजर पर FIR दर्ज करने के निर्देश दिये गए हैं। जानकारी के अनुसार केरल के डीजीपी अनिल कांत ने तिरुवनंतपुरम के पुलिस आयुक्त को ‘द केरल स्टोरी’ के टीजर पर FIR दर्ज करने का निर्देश जारी किया है। केरल पुलिस ने बताया कि FIR दर्ज करने का आदेश सीएम को भेजी गई शिकायत के बाद दिया गया है। तमिलनाडु के एक पत्रकार ने फिल्म का टीजर देखने के बाद केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को पत्र लिखा था। पत्रकार ने केरल सरकार से फिल्म के टीजर की सच्चाई की जांच करने को कहा था। उन्होंने कहा था कि जब तक कि निर्माता अपने दावों के लिए पर्याप्त सबूत पेश नहीं करते, फिल्म पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए।
Kerala DGP directed Thiruvananthapuram city police commissioner to register FIR on the teaser of the movie 'The Kerala Story'. This was based on a complaint sent to CM. High Tech Crime Enquiry Cell conducted a preliminary enquiry & report was sent to DGP: Kerala Police
— ANI (@ANI) November 8, 2022
फिल्म The Kerala Story के टीजर में केरल की उन हजारों महिलाओं की दर्दनाक कहानी को दिखाया गया है, जिन्हें ISIS आतंकवादी समूह में शामिल होने के लिए मजबूर किया गया था। बताया जाता है कि वर्ष 2009 में केरल और मैंगलोर से 32 हजार महिलाओं का धर्म परिवर्तन कराकर उन्हें सीरिया, अफगानिस्तान भेजा गया था। टीजर में एक्ट्रेस अदा शर्मा बताती हैं कि कैसे हिंदू से मुस्लिम बनाकर उनका धर्मांतरण किया गया और शालिनी उन्नीकृष्णन से फातिमा बा बनाकर आतंकी संगठन ISIS से जुड़ने को मजबूर किया गया।
ऐसा प्रतीत होता है कि मानों इस फिल्म के रिलीज होने से इस्मालिस्टों को डर सता रहा है, इसलिए तो वे द केरल स्टोरी के विरोध में उतरे हुए हैं और निरंतर इसे बैन (Ban) करने की मांग उठा रहे हैं।
#TheKeralaStoryboycott.
Hated mongers stop.
BJP increase hate this movie.
Ban the Kerala story.
Ban hated mongers in India.
Vasudev please #bycott this film.
Sham on Adah Sharma.
Adah Sharma hated mongers.— Turgut Bhai (@ChabutraSpace) November 4, 2022
# the Kerala story ban kro
— NASRUDDIN ANSARI (@NASRUDD16697766) November 5, 2022
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कांग्रेस-CPI फिल्म के विरोध में उतरे
केवल इतना ही नहीं कांग्रेस के द्वारा भी द केरल स्टोरी (The Kerala Story) फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग उठायी जा रही हैं। फिल्म के टीजर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता और केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने कहा– ‘मैंने इस फिल्म का टीजर देखा है। इससे लोगों के बीच गलत सूचना फैल रही है। केरल में ऐसा कुछ नहीं हो रहा है। ये अन्य राज्यों के समक्ष केरल की छवि को खराब करने के लिए है। ये नफरत फैला रहा है, इसलिए इसे बैन (Ban) कर देना चाहिए।’
इसके अलावा CPI (M) के राज्यसभा सांसद जॉन ब्रिटास ने फिल्म के विरुद्ध कार्रवाई करने की अपनी मांग को लेकर गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में उनके द्वारा मांग की गयी है कि फिल्म का टीजर झूठी सूचना फैला रहा है। यह सार्वजनिक शांति को भंग कर सकता है और इसके पीछे का उद्देश्य केरल को बदनाम करना है।
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इससे स्पष्ट है कि द केरल स्टोरी (The Kerala Story) के विरोध में कांग्रेस, वामपंथी और इस्लामिस्ट सब एक हो गए हैं। विवेक अग्निहोत्री ने फिल्म द कश्मीर फाइल्स के माध्यम से कश्मीर में हिंदुओं के दमन को पर्दे पर उतारा था तो वही अब विपुल अमृतलाल शाह अपनी फिल्म के जरिए लोगों के सामने केरल की उन महिलाओं की पीड़ा लेकर आए हैं, जो इस्लामी धर्मांतरण और तस्करी की शिकार हुईं। अभी तो केवल इस फिल्म का टीजर ही सामने आया है उससे ही यह लोग इतना डर गए हैं कि फिल्म पर बैन (Ban) लगवाने की पूरी कोशिशें कर रहे हैं। 30 नवंबर को जब द केरल स्टोरी रिलीज होगी तब इनका क्या हाल होगा, यह देखना काफी दिलचस्प होगा।
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