मोहम्मद शमी के पीछे फिर पड़ा ISI, अब चुप क्यों हैं क्रिकेट जगत के लोग?

मोहम्मद शमी के 'कर्मा' वाले ट्वीट से पाकिस्तानियों को मिर्ची लग गई है। इसके लिए मोहम्मद शमी को एक बार फिर से निशाना बनाया जाने लगा है। इस दौरान क्रिकेट जगत से उन्हें किसी का भी समर्थन नहीं मिल रहा है।

मोहम्मद शमी, ISI is again after Mohammad Shami, where is cricket fraternity now?

Source- TFI

कहते है कि अच्छे-बुरे कर्मों का फल हर किसी को यहीं भुगतना पड़ता हैं, जो कि सही समय आने पर आपको मिल ही जाता है। कुछ इसी तरह का काम पाकिस्तान के साथ भी हुआ। हर समय दूसरों के आगे हाथ फैलाने वाला पाकिस्तान जो टी-20 के फाइनल में रहमो-करम पर ही पहुंचा था, वही पाकिस्तान सेमीफाइनल में भारत की हार का जमकर मजाक बना रहा था। परंतु शीघ्र ही पाकिस्तान को उसने कर्मों का परिणाम मिल गया और उसका टी-20 वर्ल्ड कप में ट्रॉफी जीतने का सपना चकनाचूर हो गया। वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान को इंग्लैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा, जिसके बाद पाकिस्तान में गम का माहौल है। हालांकि इन सबके बीच दिग्गज भारतीय खिलाड़ियों मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) अपनी ट्वीट के कारण सुर्खियों में बने हुए हैं।

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शमी का अख्तर को ‘कर्मा’ वाला जवाब

दरअसल, हर बात पर अपनी टांग अड़ाने वाले और भारतीय खिलाड़ियों पर उल्टी सीधी टिप्पणी करने वाले शोएब अख्तर की मोहम्मद शमी ने ऐसा सबक सिखाया है, जिसे वो कुछ टीका टिप्पणी करने से पहले अवश्य याद करेंगे। पूरा मामला कुछ ऐसा है कि वर्ल्ड कप फाइनल में पाकस्तान की हार के बाद शोएब अख्तर ने दिल टूटने वाली इमोजी ट्वीट की, जिसके बाद मोहम्मद शमी ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बड़ी टिप्पणी की और कहा- “माफ करना भाई, इसे कहते हैं कर्मा।”

अब यहां यह जानना अहम हो जाता है कि आखिर शमी ने शोएब अख्तर को ऐसा क्यों कहा? दरअसल सेमीफाइनल में भारत की हार पर शोएब अख्तर खूब उछल रहे थे। उन्होंने कहा था कि भारतीय टीम की गेंदबाजी में कोई दम नहीं था और वे फाइनल में जाने के हकदार नहीं थे। जबकि उनकी खुद की टीम ने कैसे रो-रोकर फाइनल तक का सफर तय किया, यह हर कोई जानता है। वो पाकिस्तान, जिसे जिम्बाब्वे जैसी टीम ने टूर्नामेंट में रौंद दिया था, वो चले थे भारत को नसीहत देने।

इसके अलावा शोएब अख्तर ने मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) के चयन पर भी प्रश्न उठाए थे। वैसे भी शोएब अख्तर हर बार ही भारत और भारतीय खिलाड़ियों को लेकर आए-दिन बढ़-चढ़कर बयान देते रहते हैं। परंतु इस बार मोहम्मद शमी ने शोएब अख्तर की हेकड़ी निकाल दी।

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पाकिस्तानियों को लग गयी मिर्ची

देखा जाये तो यह मोहम्मद शमी और शोएब अख्तर के बीच का आपसी विवाद था। अख्तर ने कुछ टिप्पणी की, जो जाहिर तौर पर शमी को पसंद नहीं आयी और मौका मिलने पर उन्होंने करारा जवाब भी दे दिया। परंतु हर बार की तरह इससे पाकिस्तानी को मिर्ची लग गयी और वो इस मामले में घुसते हुए मोहम्मद शमी के पीछे पड़ गये। कुछ पाकस्तानी शमी की लताड़ से इतने बौखला गए हैं कि वो कह रहे हैं कि तुम ये कहकर अपनी देशभक्ति का प्रमाण दे रहे हों। वहीं कुछ ने यह भी कहा कि हम समझते हैं कि मोदी के भारत में रहने के लिए आपको यह करने की आवश्यकता है। शमी के इस कमेंट से पाकिस्तानियों की बौखलाहट की सीमा पार हो चुकी है।

हालांकि इस दौरान ध्यान देने वाली बात है कि पाकिस्तानी के द्वारा एक बार फिर मोहम्मद शमी के धर्म को निशाने पर लिया जा रहा है और क्रिकेट जगत चुप्पी साधे हुए हैं। कोई भी अब तक शमी के समर्थन में नहीं आया।

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मोहम्मद शमी के खिलाफ पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा

आपको पिछले वर्ष के टी-20 वर्ल्ड कप की वो घटना तो अवश्य याद होगी, जब भारत ने पहली बार पाकिस्तान के हाथों हार का सामना किया था। पाकिस्तान से हारने के बाद सबसे अधिक ट्रोलिंग का शिकार मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) ही हुए थे। उस दौरान अचानक ही यह खबर फैल गई कि सोशल मीडिया पर शमी को मुसलमान होने की वजह से ट्रोल किया जा रहा है। इसके बाद कई बड़ी हस्तियां और वामपंथी पत्रकारों का समूह शमी के समर्थन में उतर गया, जिसमें राणा अय्यूब, बरखा दत्त आदि लोगों से लेकर वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण जैसे बड़े नाम भी शामिल थे। हालांकि बाद में आयी मीडिया रिपोर्ट से यह बात स्पष्ट हुई थी कि यह पूरा का पूरा खेल पाकिस्तान द्वारा ही रचा गया था। पाकिस्तानी सोशल मीडिया हैंडल्स ने शमी से जुड़े विवाद को जन्म दिया, उनके मुसलमान होने के कारण उन्हें निशाना बनाकर एक दुष्प्रचार अभियान शुरू किया।

परंतु अब यही सब पाकिस्तानियों द्वारा शमी को निशाना बनाये जाने पर चुप बैठे हैं। ऐसा कई बार हुआ है जब पाकिस्तान, मोहम्मद शमी को उनके धर्म को लेकर टारगेट करता रहता है। उदाहरण के लिए दशहरे के मौके पर जब शमी ने ट्वीट कर बधाई दी थी, तब भी ऐसा ही हुआ था।

देखा जाये तो यह सबकुछ एक बड़े षड्यंत्र का हिस्सा है, जिसके तहत बार-बार शमी और उनके धर्म को निशाना बनाया जाता हैं। ऐसे में मोहम्मद शमी को समर्थन की आवश्यकता है। परंतु इस दौरान क्रिकेट जगत से कोई भी उनके साथ नहीं खड़ा हैं।

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