दिन-दहाड़े, बीच चौराहे, 15 पुलिसकर्मियों के सामने, हिंदू नेता सुधीर सूरी की हत्या, पंजाब में आतंकवाद की वापसी?

पंजाब में आम आदमी पार्टी के राज में खालिस्तानी आतंकी किस कदर बेखौफ हो चुके हैं, इसका ताजा उदाहरण हमें अमृतसर में देखने को मिला, जब 15 पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में हिंदू नेता सुधीर सूरी की गोली मारकर हत्या की गयी।

सुधीर सूरी

मौजूदा समय में यदि कोई राज्य बर्बादी की कगार पर खड़ा है, तो वो निश्चित तौर पर पंजाब है। पंजाब इस वक्त खतरे में है। पंजाब की जनता डर के साये में जीने को मजबूर है। राज्य की कानून व्यवस्था एकदम चरमरा चुकी है। खालिस्तानी आतंकी सरेआम पंजाब की सड़कों पर खूबखराबा मचा रहे हैं। इन सबका श्रेय यदि किसी को दिया जायेगा तो वो निश्चित तौर पर आम आदमी पार्टी, अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुखिया भगवंत मान होंगे।

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हिंदू नेता सुधीर सूरी की हत्या

आम आदमी पार्टी के पंजाब की सत्ता पर काबिज होने के बाद की कुछ घटनाओं पर यदि गौर करेंगे तो ऐसा प्रतीत होगा कि जैसे पंजाब पर खालिस्तानी ही राज करने लगे हैं। ऐसा लग रहा है कि पंजाब में आम आदमी पार्टी सत्ता की चाबी खालिस्तानियों को सौंपकर केजरीवाल और भगवंत मान गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव में व्यस्त हो गये हैं। पंजाब में खालिस्तानी जमकर खून बहा रहे हैं। उन्हें न तो किसी प्रशासन का डर है और न ही सरकार का, क्योंकि शायद वो अब मान चुके हैं कि सरकार तो आखिर अब अपनी ही है।

पंजाब से एक बार फिर ऐसी घटना सामने आयी है, जिसने सबके सामने राज्य की कानून व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। पंजाब के अमृतसर में हिंदू नेता सुधीर सूरी की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गयी है। अमृतसर में गोपाल मंदिर के बाहर 5 गोलियां मारी गयी। सुधीर सूरी पर AK-47 से बड़ा हमला हुआ है। इस मामले में जो सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात है वो यह कि सुधीर सूरी की हत्या पुलिस प्रोटेक्शन में हुई। जी हां, हिंदू नेता सुधीर सूरी को पंजाब पुलिस की Y कैटेगरी की सिक्योरिटी प्राप्त थीं। जब उनको यूं सरेआम गोली मारी गयी तो सूरी की सुरक्षा में 15 पुलिसकर्मी भी मौजूद थे।

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कनाडा में बैठे आतंकी ने ली जिम्मेदारी

इस पूरी घटना की जिम्मेदारी कनाड़ा में बैठे खालिस्तानी आतंकी लखबीर लंडा ने ली है। बता दें कि आतंकी लखबीर लंडा पाकिस्तान में बैठे आतंकी हरमिंदर सिंह उर्फ रिंदा के साथ पंजाब में आतंकी नेटवर्क चला रहा है। लखबीर लंडा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि सूरी की हत्या हमारे भाईयों ने की है। आतंकी ने आगे धमकाते हुए यह भी कहा कि जो सिख कौम या किसी अन्य धर्म के बारे में बुरा बोलते हैं, वे सभी तैयार रहें। सबकी बारी आएगी। सिक्योरिटी लेकर यह न समझें कि वह बच जाएंगे। यह तो अभी शुरुआत है, हक लेना अभी बाकी है।

इस घटना ने ये साबित कर दिया कि पंजाब में कानून व्यवस्था नाम की चीज नहीं बची। यह मामला बताने के लिए पर्याप्त है कि पंजाब में खालिस्तानी किस तरह बेखौफ होकर खूनखराबा मचा रहे हैं। आम आदमी पार्टी के पंजाब में यदि आप पुलिस की सुरक्षा में ही सुरक्षित नहीं है, तो जरा सोचिए, पूरे पंजाब की कानून व्यवस्था की स्थिति कैसी होगी।

ऐसा नहीं है कि सुधीर सूरी की हत्या को लेकर पहले से सावधान नहीं किया गया था। दो दिन पूर्व ही खुफिया एजेंसियों ने सुधीर सूरी की हत्‍या की आशंका जतायी थी। वहीं चार दिन पहले उन्हें धमकी भी दी गई थी कि उन्हें गोली मार दी जाएगी। फिर भी पंजाब सरकार और पुलिस ने इन धमकियों और अलर्ट की कोई सुध नहीं ली, जिसका परिणाम अब हमारे सामने हैं।  ​

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हिंदुओं के मंदिर पर बढ़ रहे हमले

यहां यह भी बता दें कि जिस वक्त सुधीर सूरी की हत्या हुई उस समय वे एक मंदिर के बाहर प्रर्दशन कर रहे थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार सुधीर सूरी अमृतसर के गोपाल मंदिर के बाहर कूड़े में भगवान की मूर्ति मिलने को लेकर मंदिर के बाहर धरना दे रहे थे। इसी दौरान ही भीड़ में मौजूद खालिस्तानी आतंकी ने उन्हें गोली मार दी।

देखा जाये तो आम आदमी पार्टी के पंजाब के सत्ता में आने के बाद हिंदुओं और हिंदुओं के मंदिरों पर हमले बढ़ रहे हैं। आज पंजाब में हिंदू अपने मंदिरों को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। इससे पहले भी पंजाब के पटियाला में हिंसा के दौरान काली मंदिर पर खालिस्तानियों द्वारा हमला करने का मामला सामने आया था, जिसके बाद हिंदू संगठन और खालिस्तानी समर्थक आमने सामने आ गए थे। यानी पंजाब में आम आदमी पार्टी के शासन में न तो हिंदू सुरक्षित हैं, न हिंदुओं के मंदिर। आम आदमी पार्टी के राज में केवल खुली छूट मिली हुई है तो केवल खालिस्तानियों को। हालांकि यह बात अब हमें उतना हैरान भी नहीं करती कि क्योंकि कुमार विश्वास द्वारा किए गये खुलासे के अनुसार केजरीवाल तो वैसे भी पंजाब के मुख्यमंत्री या फिर खालिस्तान के पहले प्रधानमंत्री बनने के सपने देखते आये हैं।

वर्तमान समय में पंजाब में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है और आम आदमी पार्टी चुनावी प्रचार में व्यस्त है। सच तो ये है कि आप पंजाब चला ही नहीं पा रही है। खालिस्तान में बैठे आंतकी हत्या करने की धमकी देते हैं और फिर हत्या कर भी देते हैं और पंजाब की मान सरकार की पुलिस मूकदर्शक बनकर पूरा का पूरा तमाशा देखे जा रही है।

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