एलन मस्क से इतना डरते क्यों है वैश्विक वामपंथी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन?

जो बाइडेन ने Elon Musk के खिलाफ जांच कराने की बात कही है। ऐसा लग रहा है कि वामपंथियों के बाद अब बाइडेन को भी मस्क से परेशानी होने लगी। जानिए इसके पीछे का कारण

biden musk

एलन मस्क, इन महानुभाव के बारे में हम क्या ही बोलें? वैसे तो एलन मस्क (Elon Musk) का नाम व्यापार जगत के बेहद ही चर्चित लोगों में आता हैं परंतु इसके साथ ही वो कई सारे विवादों से भी अक्सर घिरे ही रहते हैं। कभी वो अपने प्रतिद्वंद्वी से भिड़ते दिख जाते हैं तो कभी अपनी टिप्पणी से लोगों को असमंजस में डाल देते हैं। अब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने मस्क (Elon Musk Twitter) को लेकर बयान दिया है।

टेस्ला कंपनी के मालिक एलन मस्क (Elon Musk) ने कई महीनों से चल रहे नाटक को खत्म करते हुए आखिरकार नीली चिड़िया यानी ट्विटर (Twitter) पर अपना कब्जा जमा ही लिया। मस्क के हाथों में आने के बाद ट्विटर कई बदलावों से गुजरता दिख रहा है, जिसमें इस माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म को पेड करने की बात से लेकर कर्मचारियों से संबंधित कई निर्णय लिए गए हैं।

और पढ़े: “बिना भारतीयों के कैसे चलाओगे”, मस्क का बस नाम है ट्विटर को भारतीय ही चला रहा है

मस्क को लेकर जो बाइडेन का बयान

इन सबके बीच एक बार फिर एलन मस्क सुर्खियों में हैं और इसके पीछे का कारण हैं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन। दरअसल, हाल ही में जो बाइडेन ने ट्विटर के सीईओ एलन मस्क को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। अमेरिका में हुए मध्यावधि चुनाव के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा है कि टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के अन्य देशों के साथ सहयोग और तकनीकी संबंधों के मद्देनजर उनकी जांच होनी चाहिए

मीडिया ने अमेरिकी राष्ट्रपति से प्रश्न किया कि क्या उन्हें लगता है कि एलन मस्क “अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा” हैं और क्या उनके “ट्विटर के संयुक्त अधिग्रहण की जांच की जानी चाहिए”? इसके जवाब में अमेरिकी राष्ट्रपति बोले- “मुझे लगता है कि एलन मस्क का अन्य देशों के साथ सहयोग और तकनीकी संबंध देखने योग्य है। देखना चाहिए कि वह कुछ भी अनुचित कर रहे हैं या नहीं?”

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन का एलन मस्क पर ये बयान कई सवाल खड़े करता है। इससे ऐसा प्रतीत हो रहा है, जैसे मानों अब वामपंथियों के साथ-साथ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को भी एलन मस्क से परेशानी होने लगी है। अब आप सोच रहे होंगे कि भला एक व्यापारी से इन लोगों को क्या समस्या हो सकती है?

और पढ़े: “हमने तो मांगा ही नहीं था”, मस्क के ‘तोहफे’ के बाद ब्लू टिक छोड़कर भाग रहे हैं ‘ऐरे-गैरे नत्थू खैरे’

रिपब्लिकन कांग्रेस के समर्थन में उतरे थे मस्क

दरअसल, हाल ही में मस्क तब अमेरिकी राजनीति में दिलचस्पी दिखाते आये थे, जब उन्होंने मध्याविधी चुनाव के दौरान रिपब्लिकन कांग्रेस को समर्थन की घोषणा की थीं। इसके साथ ही उन्होंने वोटर्स को रिपब्लिकन कांग्रेस को अपना मत देने की अपील की थी। ऐसा लगता है कि यही जो बाइडेन की चिढ़ का कारण है।

जो बाइडेन ने मध्यावधि चुनावों को लोकतंत्र के लिए एक “अच्छा दिन” बताया था और विशाल ‘रेड वेव’ नहीं होने के लिए रिपब्लिकन पार्टी पर भी खुलकर कटाक्ष भी किया था। उन्होंने कहा था “हाल के वर्षों में हमारे लोकतंत्र की परीक्षा हुई है, लेकिन अमेरिकी लोगों के वोटों से हमने एक बार फिर साबित कर दिया है कि लोकतंत्र ही हम हैं।”

इससे पहले एलन मस्क ने अपने ट्विटर पर कहा था कि सत्ता में दो राजनीतिक दलों का होना सबसे अच्छा होता है। स्वतंत्र विचारधारा वाले मतदाताओं के लिए साझा शक्ति दोनों पार्टियों की सबसे बुरी ज्यादतियों पर अंकुश लगाती हैं। इसलिए मैं  रिपब्लिकन कांग्रेस के लिए मतदान करने की सलाह देता हूं, क्योंकि राष्ट्रपति पद पहले से ही डेमोक्रेट का है।

और पढ़े: दुनिया के सबसे बड़े ‘स्नेक ऑयल सेल्समैन’ हैं एलन मस्क

मस्क से परेशान हैं वामपंथी

वामपंथी तो पहले से ही एलन मस्क से खींझ खाये बैठे हैं। मस्क ने जब से ट्विटर खरीदा है, तब से ही ऐसा लग रहा है कि मानो वामपंथियों के पेट में दर्द उठ रहा है। इसके पीछे का कारण स्पष्ट तौर पर एलन मस्क के विचार हो सकते हैं। दरअसल, मस्क हमेशा से ही फ्री स्पीच की वकालत करते आये हैं और इसके साथ ही वे वामपंथियों के खिलाफ खुलकर अपने विचार भी रखते हैं।

ट्विटर खरीदने के बाद एलन मस्क ने खुले तौर पर यह कहा था कि यह प्लेटफॉर्म एक ‘मजबूत वामपंथी पूर्वाग्रह’ से ग्रसित  है । एक बार एक यूजर के द्वारा एलन मस्क से ये मांग की गयी कि वॉशिंगटन पोस्ट और हर लेफ्ट विंग के ब्लू टिक की फिर से जांच की जानी चाहिए।

जिस पर उन्होंने ने साफ तौर पर कहा था कि हमले बड़े और तेज हो रहे हैं। खासतौर से लेफ्ट (वामपंथी विचारधारा वाले) की ओर से। लेकिन ये कोई आश्चर्य की बात नहीं है। हालांकि, मुझे साफ कहना होगा कि राइट (दक्षिणपंथी) भी शायद थोड़ा नाखुश होंगे। मेरा लक्ष्य सभी लोगों की खुशियों को मद्देनजर रखते हुए इसके क्षेत्र को अधिकतम बढ़ाना है। आसान शब्दों में समझें तो एलन मस्क ट्विटर को तटस्थ यानी न्यूट्रल बनाने के पक्ष में है।

एलेन मस्क का हमेशा से ही ऐसा कहना रहा है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को दुनिया के बारे में जानकारी का सबसे सटीक स्रोत बनने की आवश्यकता है। हाल ही में एलन मस्क ने एक ट्वीट कर लिखा कि लोगों का भरोसा जीतने के लिए ट्विटर को राजनीतिक रूप से तटस्थ रहना होगा, जिसका सीधा सा मतलब है कि धुर-दक्षिणपंथी और धुर-वामपंथी बराबरी से परेशान होंगे। जाहिर तौर पर एलन मस्क के इन बयानों से वामपंथियों को अपने ऊपर खतरा मंडराता नजर आ रहा है।

देखा जाये तो मस्क के ट्विटर खरीदने के बाद से ही वामपंथियों का पूरा इकोसिस्टम डामाडोल हो गया है। यहां ये बात तो साबित हो जाती है कि एलन मस्क न तो वामपंथियों और न ही अमेरिकी सरकार के अनुसार चलने वाले हैं। इसलिए उनके ट्विटर खरीदने के बाद दुनियाभर के वामपंथियों के साथ-साथ अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के पेट में मरोड़ उठती साफ तौर पर नज़र आ रही है।

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Exit mobile version