तापसी पन्नू, अर्जुन कपूर, स्वरा भास्कर, ऋचा चड्ढा, टाइगर श्रॉफ, इन सब में समान बात क्या है? बॉलीवुड की ‘वार्षिक रोजगार अभियान’ का सर्वाधिक लाभ उठाने के अतिरिक्त इनमें एक और समान बात है और वो यह है कि ये अभिनय का क, ख, ग, भी ठीक से नहीं जानते हैं परंतु इनके पास फिल्मों की लाइन लगी ही रहती है। परंतु वन गर्ल बीट्स देम ऑल और वो कोई और नहीं, वो हैं सोनम कपूर। इनके पास भी फिल्मों की कमी नहीं है, अब वो अलग बात है कि इन्हें एक्टिंग नहीं आती! इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि धड़ाधड़ फ्लॉप पर फ्लॉप देकर ‘फ्लॉप क्वीन’ का दर्जा हासिल करने वाली सोनम कपूर के पास भी कैसे फिल्मों की लाइन लगी रहती है।
एक समय होता था, जब बॉलीवुड में अभिनय केवल कला ही नहीं थी, साधना भी थी और इसका प्रमाण अनेक अभिनेत्रियों ने अपने अभिनय से दिया। नरगिस हो, मधुबाला हो, वैजयंती माला या फिर रेखा, इनकी प्रतिभा दूर से दिख जाती थी और फिर श्रीदेवी के अभिनय के क्या कहने? आज भी कुछ अभिनेत्रियां ऐसी हैं, जो यदि इतनी उत्कृष्ट नहीं हैं तो कम से कम इनकी जिजीविषा को आत्मसात करने का प्रयास तो करती हैं, जिनमें तब्बू, सुष्मिता सेन, विद्या बालन और कुछ हद तक कंगना रनौत भी सम्मिलित हैं।
परंतु क्या यही बात सोनम कपूर के लिए कही जा सकती है? कतई नहीं। कहते हैं कि “अवसर नहीं दिए जाते”, “हमारे भी स्ट्रगल होते हैं”, परंतु सोनम कपूर के जीवन को देखा जाए तो ऐसा कहना अपने आप में हास्यास्पद होगा। जिनके पिता अनिल कपूर, दादा सुरिंदर कपूर, नाता प्रतिष्ठित कपूर परिवार से हो, ताऊ बोनी कपूर और चचेरे भाई बहन अर्जुन कपूर और जाह्नवी कपूर जैसे हों, वो तो कृपया स्ट्रगल पर न ही बोलें। इनकी स्ट्रगल हम बताते हैं। इनकी प्रथम फिल्म ही संजय लीला भंसाली के साथ आई थी ‘साँवरिया’, और अभिनेता भी कोई ऐसा वैसा नहीं, रणबीर कपूर। फिल्म को भिड़ा दिया सीधा शाहरुख खान के ‘ओम शांति ओम’ से और परिणाम निकला निल बट्टे सन्नाटा क्योंकि 21 करोड़ रुपये का कलेक्शन कोई कलेक्शन है?
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सोनम कपूर की फ्लॉप फिल्में
ठहरिए, ये तो मात्र प्रारंभ है। कुछ ही समय बाद 2009 में आई ‘दिल्ली 6’। गीत तो बड़े दमदार थे और इसका काफी जोर शोर से प्रचार किया गया। तनिक एजेंडे का भी तड़का लगाया गया परंतु परिणाम सेम टू सेम। सांवरिया की भांति ‘दिल्ली 6’ भी सुपर फ्लॉप रही। इनके फ्लॉप का क्रम टूटा 2010 में, जब ‘I Hate Luv Stories’ ने अपेक्षा से तनिक अधिक कमाया परंतु उसके तुरंत बाद आई ‘आयशा’ फ्लॉप हो गई। दोनों ने क्रमश: 43.17 करोड़ रुपए और 17.55 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया था।
सोनम कपूर 2011 में फिर दो फिल्मों में नजर आईं लेकिन बदकिस्मती से दोनों ही फ्लॉप रहीं। बॉक्स ऑफिस पर ‘थैंक यू’ ने लगभग 46.57 करोड़ और ‘मौसम’ ने लगभग 29.75 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया था। 2012 में भी सोनम के हाथ निराशा ही लगी। इस साल उनकी इकलौती फिल्म ‘प्लेयर्स’ आई, जिसने बॉक्स ऑफिस पर सिर्फ 28.93 करोड़ रुपए कमाए।
डेब्यू के बाद 2013 पहला वर्ष रहा, जब सोनम की दोनों फ़िल्में हिट और सुपरहिट हो गईं। ये दोनों फ़िल्में थीं ‘रांझणा’ और ‘भाग मिल्खा भाग’। दोनों फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर क्रमशः 60.35 करोड़ रुपए और 108.93 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया था। 2014 में इन्होंने दो फिल्मों में काम किया। इनमें से ‘बेवकूफियां’ 14.01 करोड़ रुपए पर सिमटकर फ्लॉप साबित हुई और ‘खूबसूरत’ भी लगभग फ्लॉप ही रही। 2015 में सोनम कपूर की फिल्मों में से एक ‘डॉली की डोली’ फ्लॉप हुई, जिसने लगभग 19.26 करोड़ रुपए कमाए थे, जबकि प्रेम रतन धन पायो सुपरहिट रही थी।
इनकी आधे से ज्यादा फिल्में फ्लॉप रही है
हिट एंड फ्लॉप की यह रीति 2016 तक जारी रही, जब सोनम कपूर को ‘नीरजा’ मिली। राम माध्वानी के निर्देशन में बनी इस फिल्म से लोगों को पता चला कि हाँ भैया, सोनम को तनिक एक्टिंग भी आती है। यह फिल्म एयरहोस्टेस नीरजा भानोट के बलिदान पर आधारित थी और इसने लगभग 75.61 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया था।
परंतु प्रश्न तो अब ये उठता है – अगर इस फिल्म में सोनम न होती, और किसी अन्य अभिनेत्री, जैसे मृणाल ठाकुर, या कियारा आडवाणी, या फिर यामी गौतम को लिया जाता, तो? फिल्म तो तब भी चलती और क्या पता और भी भयानक चलती, क्योंकि मूल रूप से ये निर्देशक प्रधान फिल्म थी। परंतु 2018 में सोनम की सफलता ने इस तथ्य पर प्रकाश नहीं आने दिया। आता भी कैसे, क्योंकि ‘पैड मैन’, ‘वीरे दी वेडिंग’ और ‘संजू’ रिलीज हुईं। तीनों फिल्मों ने क्रमश: 81.82 करोड़, 81.39 करोड़ और 342.53 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया।
परंतु असल औकात 2019 में सामने आई, जब सोनम कपूर की दो फ़िल्में आई, ‘एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा’ और ‘द जोया फैक्टर’। दोनों ही फिल्में फ्लॉप साबित हुईं। दोनों फिल्मों का कलेक्शन क्रमशः 20.28 करोड़ औउर 3.12 करोड़ रुपए रहा था। मजे की बात यह है कि इन दोनों फिल्में को उठाने का भार सोनम के कंधों पर था और स्पष्ट था कि सोनम में इतना भी सामर्थ्य नहीं कि एक्टिंग कर ले, फिल्म को हिट कराना तो दूर की कौड़ी है।
बात यह है कि इंडस्ट्री में सोनम कपूर के 15 वर्ष पूरे हो चुके हैं। उन्होंने कम से कम 20 फिल्मों में काम किय है और उनमें से 10 फिल्में फ्लॉप हो चुकी हैं, उनकी कुछ फिल्में मामूली हिट के आस पास है तो वही 2 या 3 फिल्में ब्लॉकबस्टर निकली हैं। इसके बावजूद भी उन्हें न केवल फिल्में मिलती है अपितु डायरेक्टर और प्रोड्यूसर के लिए वो एक विकल्प भी हैं। एक दक्षिण कोरियाई फिल्म ‘ब्लाइंड’ के आधिकारिक रीमेक में उन्हें चुना गया है और ‘बैटल ऑफ बिटोरा’ नामक फिल्म में भी इनका चयन पक्का है। भगवान ही जाने क्या होगा बॉलीवुड का।
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