FIFA World Cup 2022 का आयोजन इस बार इस्लामिक देश कतर (Qatar) में हो रहा है जोकि पूरे विश्व में खूब सुर्खियां बटोर रहा है। इस विश्व कप के इस्लामिक देश कतर में होने के कारण विवाद भी बहुत बढ़ गया है। यह फीफा विश्वकप कम और इस्लामिक कट्टपंथ का प्रचार अधिक दिखाई पड़ रहा है क्योंकि कतर में इस्लाम का प्रचार करने के लिए कट्टरपंथी इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक को बुलाया गया है। जाकिर नाइक भारत के खिलाफ जहर उगलने के लिए विख्यात है। जोकि अब कतर में मेहमान बन गया है। इस कट्टरपंथी इस्लामिक उपदेशक पर भारत में मनी लॉन्ड्रिंग और दूसरे धर्मों के अपमान करने के साथ-साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के भी आरोप हैं।
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खेल के जरिए इस्लाम का प्रचार
दरअसल, इस्लामिक देश Qatar FIFA World Cup 2022 के आयोजन के जरिए इस्लाम का प्रचार कराना चाह रहा है। जिसके लिए उसने फीफा विश्वकप 2022 में कट्टपंथी इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक को बुलाया है। इसके बारे में जानकारी कतर के स्पोर्ट्स चैनल अलकास के प्रजेंटर फैसल अल्हाजरी ने ट्विटर पर दी है उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि, “प्रचारक शेख जाकिर नाइक विश्व कप के दौरान कतर में हैं और पूरे विश्व कप में कई धार्मिक व्याख्यान देंगे।” वहीं लोगों का कहना है कि कतर फीफा विश्व कप का गलत इस्तेमाल कर रहा है। बता दें कि जाकिर नाइक वह व्यक्ति है जिसे भारत में भगोड़ा घोषित किया जा चुका है। भगोड़ा जाकिर नाइक दूसरे धर्म का मजाक उड़ाकर इस्लाम का प्रचार करने के लिए जाना जाता है। जिसके चलते कई इस्लामिक देशों से जाकिर नाइक को फंडिंग मिलती रही है।
जाकिर नाइक को भारत में ही नहीं बल्की भारत और बांग्लादेश समेत 5 देशों ने बैन किया हुआ है और अब यह विवादित इस्लामिक कट्टरपंथी प्रचारक कतर में है। जाकिर नाइक युवाओं के बीच दूसरे धर्मों के विरुद्ध विष उगलता है और उन्हें आतंकवाद के रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित करता है। बता दें कि साल 2016 के जुलाई के महीने में बांग्लादेश की राजधानी ढाका में 5 आतंकियों ने एक हमला किया था। जिसमें 29 लोगों की जान चली गई थी। इस घटना की जांच में गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक आरोपी ने बताया था कि वो जाकिर नाइक के भाषणों से प्रभावित था।
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हिंदूओं की भावनाओं को ठेस
वहीं अगर इस्लामिक देश कतर की बात की जाए तो कतर हमेशा से ही कई मामलों को लेकर भारत का विरोध करता आया है। विवादित भारतीय चित्रकार एमएफ हुसैन को कतर ने ही शरण दी थी। एमएफ हुसैन वही चित्रकार था जिसने हिंदू देवियों के ऐसे चित्र बनाए थे जिससे हिंदूओं की भावनाओं को ठेस पहुंची थी। वहीं नूपुर शर्मा विवाद में भी कतर ने भारत का विरोध किया था। तो देखा जाए तो कतर हमेशा से हिंदू विरोध और भारत विरोध में बढ़ चढ़कर आगे रहा है।
वहीं Qatar FIFA World Cup 2022 देखने गए दर्शकों के लिए भी मुसीबत कम नहीं है क्योंकि वो क्या खाएंगे, क्या पीएंगे और क्या पहनेंगे उस पर भी कई तरह की पांबदियां हैं। जिसके कारण अब फीफा विश्व कप 2022 विवादों से भरा हुआ है। दरअसल, यूरोप, अमेरिका से मैच देखने पहुंचने वाले लोगों के लिए बीयर पीना, डांस करना आदि एक आम बात है लेकिन यहां कतर में ये सब करना बहुत मुश्किल है। ऐसे में फैंस काफी नाराज हैं।
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इस्लामिक देश कतर के लिए गए ऐसे विवादित फैसलों से उसकी मंशा साफ दिखाई पड़ने लगी है। कतर अब खेल के अंदर धर्म को मिला रहा है, कट्टरपंथी कतर अब खेल का भी इस्लामीकरण करना चाह रहा है और इसके लिए उसने भगोड़े जाकिर नाइक को अपना मेहमान बनाया है। जाकिर नाइक को फीफा विश्व कप में कतर के द्वारा बुलाए जाने का दूर दूर तक कोई सही और स्पष्ट आधार दिखाई नहीं पड़ रहा है। ऐसे में खेल को आधार बनाकर कतर क्या करना चाह रहा है यह अब किसी से छुपा नहीं है।
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