Aurangzeb History in Hindi and Biography

Aurangzeb History in Hindi

Aurangzeb History in Hindi and Biography –

स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Aurangzeb History in Hindi के बारे में साथ ही इससे जुड़े शासन एवं घटनाएं के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें.

औरंगजेब की जीवनी एवं  इतिहास

 

पूरा नाम अब्दुल मुज्जफर मुहीउद्दीन मोह्हमद औरंगजेब आलमगीर
जन्म स्थान दाहोद, गुजरात
जन्म 4 नवम्बर 1618
धर्म मुस्लिम
माता-पिता शाहजहाँ, मुमताज़ महल
पत्नियाँ औरंगाबादी महल, झैनाबादी महल, बेगम नबाव बाई
मृत्यु 3 मार्च 1707

औरंगजेब का जन्म 3 नवम्बर 1618 को गुजरात राज्य के दाहोद में हुआ था। मुग़ल सम्राट शाहजहाँ के पुत्र के रूप ये मुमताजमहल की छठी संतान थे। औरंगजेब के जन्म के समय मुग़ल गद्दी पर मुग़ल बादशाह जहाँगीर विराजमान थे। 1626 में गुजरात के सूबेदार शाहजहाँ द्वारा अपने पिता के विरुद्ध विद्रोह करने पर जहाँगीर द्वारा शाहजहाँ एवं उनके परिवार को बंदी बना लिया गया जिसमे औरंगजेब भी शामिल थे।

औरंगजेब का शासन –

औरंगजेब पुरे भारत को मुस्लिम देश बना देना चाहते थे, उन्होंने हिन्दू पर बहुत जुल्म किये व हिन्दू त्योहारों को मनाना पूरी तरह से बंद कर दिया. औरंगजेब ने गैर मुस्लिम समुदाय के लोंगो पर अतिरिक्त कर भी लगाया था, वे काश्मीर के लोगों पर मुस्लिम धर्म मानने के लिए जोर भी डालते थे. जब सिख गुरु तेगबहादुर ने कश्मीरी लोगों के साथ खड़े होकर इस बात का विरोध किया, तो औरंगजेब ने उन्हें फांसी दे दी. औरंगजेब ने बहुत से मंदिर तोड़े व उसकी जगह मस्जिद बनवा दिए. औरंगजेब ने सती प्रथा को एक बार फिर से शुरू करवा दिया था, औरंगजेब के राज्य में मांस खाना, शराब पीना, वेश्यावृत्ति जैसे कार्य बढ़ते गए. हिन्दुओं को मुग़ल साम्राज्य में कोई भी काम नहीं दिया जाता था.

औरंगजेब का सत्ता पर आगमन –

मुग़ल साम्राज्य में उत्तराधिकारी के लिए कोई भी निर्धारित नियम ना होने के कारण सदैव से गद्दी के लिए जंग छिड़ी रहती थी। शाहजहाँ इस बात से वाकिफ थे की उनकी मृत्यु के पश्चात दिल्ली की गद्दी के लिए भीषण संग्राम होगा यही कारण रहा की अपने जीवनकाल के दौरान ही उन्होंने दारा शिकोह को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया था। हालांकि बचपन से ही औरंगजेब अपने सबसे बड़े भाई दारा शिकोह की बिलकुल भी पसंद नहीं करते थे जिसका कारण दोनों का विपरीत स्वभाव था।

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मृत्यु –

औरंगज़ेब के अन्तिम समय में दक्षिण में मराठों का ज़ोर बहुत बढ़ गया था। उन्हें दबाने में शाही सेना को सफलता नहीं मिल रही थी। इसलिए सन् 1683 में औरंगज़ेब स्वयं सेना लेकर दक्षिण गये। वह राजधानी से दूर रहते हुए, अपने शासन−काल के लगभग अंतिम 25 वर्ष तक उसी अभियान में रहे। वही युद्ध के दौरान एक हाथी के प्रहार से चोटिल हो गये। जिससे उन्हें कई दिनों तक चोटिल रहने के बाद भी वे युद्ध में लड़ते रहे, युद्ध का लगभग पूरा क्षेत्र हथियो से भरा पड़ा था और लड़ते-लड़ते ही अंत में 3 मार्च सन् 1707 ई. को मृत्यु हो गई।

FAQ

Ques– औरंगजेब का जन्म कब हुआ ?

Ans- 14 अक्टूबर 1618

Ques- औरंगजेब की कितनी पत्नी थी ?

Ans-औरंगजेब की 4 पत्नी थी ,औरंगाबादी महल, झैनाबादी महल, बेगम नबाव बाई व उदैपुरी महल।

Ques- औरंगजेब की मृत्यु कब हुई ?

Ans-90 साल की उम्र में औरंगजेब ने 3 मार्च 1707 में अपने प्राण त्याग दिए थे ।

Ques- औरंगजेब ने कितने समय तक मुगल साम्राज्या पर राज्य किया ?

Ans-औरंगजेब ने सन 1658 से 1707 तक शासन किया ।

Ques-औरंगजेब के पिता का क्या नाम था ?

Ans-औरंगजेब के पिता का नाम बादशाह शाहजहाँ एवं माता का नाम मुमताजमहल था।

Ques-औरंगजेब की मृत्यु कब हुयी ?

Ans-औरंगजेब की मृत्यु  3 मार्च 1707 को महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में हुयी।

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