Investment in Uttar Pradesh: आम आदमी पार्टी के शासन काल में पंजाब की स्थिति डावांडोल हो चुकी है, राज्य में कानून व्यवस्था बेहाल है, यह राज्य नशे के मकड़जाल में फंस चुका है। किसी भी राज्य सरकार की मूल जिम्मेदारी वहां के निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना होता है लेकिन भगवंत मान सरकार है कि इस मामले में पूरी तरह से असफल साबित हुई है। ऐसे में अब वहां के उद्योगपति पंजाब छोड़-छोड़कर भाग रहे हैं, ये लोग अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ की शरण में आना चाहते हैं।
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व्यापार के लिए एक सुरक्षित स्थान
दरअसल, पंजाब के उद्योगपति उत्तर प्रदेश को व्यापार के लिए एक सुरक्षित स्थान समझते हैं और इसी सोच के साथ उत्तर प्रदेश में निवेश (Investment in Uttar Pradesh) करने की योजना भी बना रहे हैं। देखिए कैसी विचित्र स्थिति है कि एक तरफ तो पंजाब के उद्योगपति पंजाब छोड़कर यूपी की तरफ भाग रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ पंजाब के सीएम भगवंत मान पंजाब में निवेश करने के लिए हैदराबाद और चेन्नई में निवेशकों को खोजते फिर रहे हैं। दर-दर जाकर भगवंत मान दूसरे राज्यों के उद्योगपतियों को पंजाब में उद्योग करने की संभावनाओं को बता रहे हैं।
दरअसल, करीब 50 उद्योगपतियों ने हाल ही में सीएम योगी आदित्यानाथ से लखनऊ आकर मुलाकात की है और Uttar Pradesh में कम से कम 5 लाख करोड़ रुपये के Investment का वादा भी कर दिया है। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यानाथ से मुलाकात करने वाले उद्योगपतियों में पंजाब के उद्योगपतियों की अच्छी संख्या थी। जानकारी के अनुसार, पंजाब के उद्योगपतियों के द्वारा 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के प्रस्ताव दिए गए और पंजाब के साइकिल, ऑटो पार्ट्स, रंगाई और बॉयलर उद्योग ने भी Uttar Pradesh में Investment करने में रुचि दिखाई।
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अपराध के दल-दल में फंसा पंजाब
उद्योगपतियों की पंजाब छोड़कर यूपी में व्यापार (Investment in Uttar Pradesh) करने की रुचि बताती है कि पंजाब भगवंत मान सरकार के नेतृत्व में आर्थिक रूप से गर्त में पहुंचने के लिए तैयार है। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पहले से और अधिक अच्छी हुई है। जिसके बाद राज्य से बाहर के लोग भी यहां स्वयं को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। व्यापारी तो अपराध के दल-दल में फंसे पंजाब से अपना व्यापार उत्तर प्रदेश में शिफ्ट तक करने की योजना बना रहे हैं। पंजाब की भगवंत मान सरकार के लिए इससे बड़ा झटका और क्या हो सकता है।
एक समय ऐसा था जब बिगड़ती कानून व्यवस्था के कारण, निवेशक और कंपनियां Uttar Pradesh में Investment करने से बचती थीं। दंगे, लूट और हिंसा के कारण एक समय में चर्चा में रहे इस राज्य में कंपनियां निवेश करने से कतराती थीं लेकिन भाजपा के सत्ता में आने के बाद, कानून और व्यवस्था में आए सुधार ने यहां के युवाओं के लिए रोजगार और अन्य अवसर पैदा करने में बहुत मदद की है। उत्तर प्रदेश आज सीएम योगी आदित्यानाथ के नेतृत्व में व्यापार के लिए बेहतर माहौल तैयार करने में लगा है।
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युवाओं के लिए व्यापार के अवसर
जिस उत्तर प्रदेश में कभी सैफई महोत्सव में बॉलीवुड की डांस पार्टियों का आयोजन किया जाता था, अब उसी उत्तर प्रदेश में ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट 2023 का आयोजन होने जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और ईज ऑफ स्टार्टिंग बिजनेस जैसे नये प्रोजेक्ट्स लाकर युवाओं को बेहतर व्यापार के अवसर प्रदान करवाने में लगे हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से कुछ तो सीख लेनी ही चाहिए ताकि पंजाब के युवाओं का भविष्य सुरक्षित हो सके। लेकिन वहां तो युवाओं को अवसर प्रदान करने की जगह खालिस्तानी विचारधारा को फलने फूलने का अवसर दिया जा रहा है। अब तो ऐसा लगने लगा है कि हर मूलभूत मोर्चे पर असफल हो रही मान सरकार पंजाब के सर्वनाश के बाद ही चैन की सांस लेगी।
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