Chandragupta Maurya History in Hindi

Chandragupta Maurya History in Hindi

Chandragupta Maurya History in Hindi

स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Chandragupta Maurya History in Hindi के बारे में साथ ही इससे जुड़े स्थापना एवं विस्तार के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें.

नाम चंद्रगुप्त मौर्य
जन्म  340 ई.पू.
जन्म स्थान         पाटलिपुत्र
पिता  सर्वार्थसिद्धि
माता      मुरा
पत्नी का नाम      दुधारा, हेलेना
मृत्यु स्थान          श्रवणबेलगोला, कर्नाटक
मृत्यु 297 ई.पू.

 

चंद्रगुप्त मौर्य की शिक्षा

चंद्रगुप्त मौर्य अपनी शिक्षा को प्राप्त करने योग्य नहीं थे, जिसके कारण यह अपना पूरा दिन इधर उधर केवल खेलने और अपने परिवार की देखरेख में ही बिता देते थे। एक बार जब महा पंडित चाणक्य जी इस गांव के भ्रमण से निकल रहे थे, तब उन्होंने चंद्रगुप्त को देखा और यह चंद्रगुप्त को देखते ही उनकी शक्तियों को पहचान गए। इसके बाद उन्होंने तुरंत ही इनके पिता के समक्ष इन्हें खरीदने का प्रस्ताव रखा।

इनके पिता के स्थिति इतनी दयनीय थी कि इन्होंने चंद्रगुप्त को महा पंडित चाणक्य को गोद दे दिया। इसके बाद महापंडित चाणक्य ने चंद्रगुप्त मौर्य को शास्त्र और विज्ञान का ज्ञान प्राप्त करवाया, जिसके कारण चंद्रगुप्त मौर्य इस संपूर्ण देश के प्रमुख ज्ञाता बन गए

चंद्रगुप्त मौर्य के मौर्य साम्राज्य की स्थापना –

मौर्य साम्राज्य खड़े होने का पूरा श्रेय चाणक्य को जाता है. चाणक्य ने चन्द्रगुप्त मौर्य से वादा किया था, कि वे उसे उसका हक दिला कर रहेंगें, उसे नवदास की राजगद्दी पर बैठाएंगे. धनानंद से बच निकलने के बाद चाणक्य ने एक सेना बनाने की सोची। क्योंकि उनके पास कोई सैनिक नहीं थे तो उन्होंने गांव-गांव जाकर हर व्यक्ति को चंद्रगुप्त की सेना से जुड़ने के लिए कहा।आचार्य चाणक्य की बातों पर लगभग सभी लोग विश्वास कर रहे थे और बहुत सारे लोग चंद्रगुप्त की सेना में भर्ती हो गए। उनके सैनिकों की संख्या बढ़ती ही जा रही थी।

मौर्य साम्राज्य का विस्तार –

चंद्रगुप्त मौर्य ने भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तर पश्चिम में मैसेडोनियन क्षत्रपों (सूबेदार) को हराया. उसने तब सेल्यूकस के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया, जो एक यूनानी शासक था जिसका अधिकांश भारतीय क्षेत्रों पर नियंत्रण था, जिन्हें पहले सिकंदर महान ने पकड़ लिया था हालांकि सेल्यूकस ने अपनी बेटी का हाथ चंद्रगुप्त मौर्य से शादी में पेश किया और उसके साथ गठबंधन में प्रवेश किया सेल्यूकस की मदद से चंद्रगुप्त ने कई क्षेत्रों को प्राप्त करना शुरू कर दिया और दक्षिण एशिया तक अपने साम्राज्य का विस्तार किया इस व्यापक विस्तार के लिए चंद्रगुप्त मौर्य के साम्राज्य को पूरे एशिया में सबसे व्यापक कहा गया था

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मौर्य साम्राज्य –

लगभग 324 ईसा पूर्व सिकंदर और उनके सैनिकों ने ग्रीस पीछे हटने का फैसला किया था. उन्होंने ग्रीक शासकों की विरासत को पीछे छोड़ दिया था जो अब प्राचीन भारत के शासक भागों में थे. इस अवधि के दौरान चंद्रगुप्त और चाणक्य ने स्थानीय शासकों के साथ गठबंधन किया और ग्रीक शासकों की सेनाओं को हराना शुरू कर दिया. इसने मौर्य साम्राज्य की स्थापना तक उनके क्षेत्र का विस्तार किया.

चंद्रगुप्त मौर्य की मृत्यु –

चंद्रगुप्त मौर्य की मृत्यु 297 ईसा पूर्व को श्रवणबेलगोला की चन्द्रागिरि की पहाड़ियां (वर्तमान कर्नाटक, भारत) में हुई थी।

FAQ-

Ques- चन्द्रगुप्त मौर्य किसका पुत्र था ?

Ans – चन्द्र गुप्त मौर्य नंदवंशी राजा महापद्मानन्द की दूसरी पत्नी मुरा के पुत्र थे.

Ques- चन्द्र गुप्त मौर्य की पत्नी का क्या नाम था ?

Ans –  चन्द्र गुप्त मौर्य की पहली पत्नी दुर्धरा थी, जबकि दूसरी पत्नी देवी हेलना थी.

Ques – चन्द्र गुप्त मौर्य का जन्म कब हुआ ?

Ques-चंद्रगुप्त मौर्य का जन्म कब हुआ था?

Ans- चंद्रगुप्त मौर्य का जन्म 340 ईसा पूर्व में हुआ था।

Ques-चन्द्रगुप्त मौर्य का जन्म स्थान कौनसा हैं?

Ans- चंद्रगुप्त मौर्य का जन्म स्थान पिपलीवान (बिहार) हैं।

Ques- चन्द्रगुप्त मौर्य की पहली पत्नी का क्या नाम था?

Ans-ऐसा कहा जाता है कि चंद्रगुप्त मौर्य ने तीन बार विवाह किया था, जिसमें पहली पत्नी का नाम दुर्धरा था जिससे चंद्रगुप्त मौर्य को बिन्दुसार प्राप्त हुआ।

Ques-चंद्रगुप्त मौर्य किसका पुत्र था?

Ans- इनकी माता की बात करें तो इनका नाम मुरा था। वही उनके पिता का नाम सर्वार्थसिद्धि था। यह बिंदुसार जी के उत्तराधिकारी थे।

Ques-चन्द्रगुप्त मौर्य के पिता कौन थे?

Ans- चन्द्रगुप्त मौर्य के पिता का नाम सर्वार्थसिद्धि था।

Ques-मौर्य साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?

Ans- मौर्य साम्राज्य की स्थापना चन्द्रगुप्त मौर्य की थी।

आशा करते है कि Chandragupta Maurya History in Hindi के बारे में सम्बंधित यह लेख आपको पसंद आएगा एवं ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए हमसे फेसबुक के माध्यम से जुड़े।

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