एग्जिट पोल्स का विश्लेषण: तो क्षेत्रीय पार्टी बनकर रह जाएगी कांग्रेस?

एग्जिट पोल आपने देख लिए होंगे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि गुजरात-हिमाचल में भाजपा की जीत के साथ-साथ एग्जिट पोल और भी बहुत कुछ कहते हैं। इस लेख में समझिए कि एग्जिट पोल के मायने क्या हैं?

Gujarat Himachal Exit Polls

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Gujarat and Himachal Exit Polls: 1947 को भारत को अंग्रेजों ने स्वतंत्रता दे दी, 1952 में पहला आम चुनाव हुआ और कांग्रेस पार्टी ने देश की सत्ता पर कब्जा किया। 1952 से लेकर 1977 तक देश पर केवल कांग्रेस पार्टी का शासन रहा, आपातकाल के बाद हुए चुनावों में जनता पार्टी ने सत्ता पर कब्जा किया लेकिन वो सरकार नहीं चला पाए और 1980 में कांग्रेस वापस गद्दी पर काबिज हो गई। पूरे देश में वास्तविक अर्थों में कोई एक राष्ट्रीय पार्टी थी तो वो कांग्रेस थी। 1989 में कांग्रेस फिर हार गई लेकिन इसके बाद 1991, 2004 और 2009 में कांग्रेस ने दूसरी पार्टियों के साथ गठबंधन कर सत्ता अपने पास रखी।

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सिर्फ दो राज्यों में सीमित है कांग्रेस

आज पूरे देश में कांग्रेस सिर्फ दो राज्यों में सीमित है, राजस्थान और छत्तीसगढ़। Gujarat और Himachal Exit Polls बताते हैं कि इन दोनों राज्यों में भी कांग्रेस के आने की संभावना नगण्य है। तो सवाल यह है कि क्या कांग्रेस पार्टी देश की सबसे बड़ी और पुरानी राष्ट्रीय पार्टी से सिमटकर अब एक क्षेत्रीय दल बनकर रह जाएगी? सवाल यह भी है कि क्या अमित शाह का कांग्रेस मुक्त भारत का सपना धीरे-धीर सत्य में बदल रहा है?

Gujarat और Himachal के Exit Polls के आपने देख लिए होंगे, इन एग्जिट पोल के अर्थ क्या हैं? भाजपा दोनों राज्यों में सरकार बनाने जा रही है यह तो सर्वविदित है लेकिन सवाल यह है कि क्या यह एग्जिट पोल और भी किसी तरह का संदेश देते हैं। जी हां, बिल्कुल देते हैं, आइए समझने की कोशिश करते हैं कैसे।

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गुजरात और हिमाचल दोनों जगह हालत खराब

सबसे पहले Gujarat Exit Polls को देख लेते हैं, एबीपी न्यूज़ सी वोटर के अनुसार गुजरात में कांग्रेस को 31-43 सीटें मिल सकती हैं, आजतक एक्सिस माय इंडिया के अनुसार कांग्रेस को 16-30 सीटें मिल सकती हैं। न्यूज़ 24-चाणक्य के अनुसार कांग्रेस को 19 सीटें मिल सकती हैं। यदि ये एग्जिट पोल नतीजों में बदलते हैं तो यह कांग्रेस के लिए बहुत बड़ा झटका होगा क्योंकि यदि ऐसा होता है तो कांग्रेस अपने पिछले नतीजों से भी बहुत पीछे चली जाएगी। पिछले विधानसभा चुनाव में गुजरात में कांग्रेस को 77 सीटें मिली थीं, गुजरात में कांग्रेस पिछली बार से भी नीचे गिरने जा रही है यह तो आपने देख लिया।

अब आइए, हिमाचल प्रदेश के एग्जिट पोल (Himachal Exit Polls) पर भी एक नज़र डालते हैं। हिमाचल प्रदेश में पारंपरिक तौर पर प्रत्येक 5 वर्ष में सत्ता बदल जाती है लेकिन इस बार ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है आजतक माय एक्सिस और इंडिया न्यूज जन की बात इन दो एग्जिट पोल को अगर छोड़ दें तो बाकी सभी एग्जिट पोल में हिमाचल में इस बार भी भाजपा की सरकार बनती दिख रही है। अगर ऐसा होता है तो यह कांग्रेस के लिए एक और बड़ा झटका होगा। इन एग्जिट पोल के अनुसार अगर देखें तो कांग्रेस की अभी जिन दो राज्यों- राजस्थान और हिमाचल में सरकार है, उन्हीं राज्यों में रहेगी। इसके साथ ही बिहार, तमिलनाडु और झारखंड में कांग्रेस पार्टी सहयोगी की भूमिका निभा रही है।

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कांग्रेस पार्टी के पास सत्ता ही नहीं होगी

अब थोड़ा-सा और आगे बढ़ते हैं, आने वाले राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में अगर इन दोनों राज्यों में सत्ता परिवर्तन होता है तो कांग्रेस पार्टी के पास एक भी राज्य में सत्ता नहीं होगी। ऐसे में कहा तो यह जा रहा है कि अगर ऐसा होता है तो कांग्रेस पार्टी क्षेत्रीय पार्टी बनकर रह जाएगी और अमित शाह कांग्रेस मुक्त भारत के अपने दावे पर ताल ठोंक पाएंगे।

जो भी हो लेकिन फिलहाल इन सभी स्थितियों के आधार पर हम इतना तो अवश्य कह सकते हैं कि कांग्रेस के दिन बहुरते नज़र नहीं आ रहे हैं क्योंकि इन दोनों राज्यों के चुनावों के दौरान ही राहुल गांधी ने अपने कथित भारत जोड़ो यात्रा भी निकाली है। भले ही यह यात्रा चुनावी राज्यों में न निकाली गई हो लेकिन यदि किसी पार्टी का बड़ा नेता दूसरे राज्यों में जमीन पर लोगों के बीच जा रहा है तो उसका प्रभाव चुनावों पर भी पड़ता है लेकिन इन दोनों राज्यों के एग्जिट पोल के अनुसार यह स्पष्ट तौर पर कहा जा सकता है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस को रत्ती भर भी लाभ नहीं हुआ है।

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प्रियंका गांधी भी फेल

वहीं, कहा जाता था कि प्रियंका गांधी कांग्रेस को पुर्नजीवित करने की ताकत रखती हैं तो उत्तर-प्रदेश विधानसभा चुनावों में और इस बार के हिमाचल चुनावों से प्रियंका गांधी का भी सच सामने आ ही गया। यूपी विधानसभा चुनाव के नतीजे और हिमाचल प्रदेश के एग्जिट पोल यह बात चिल्ला-चिल्ला कर कह रहे हैं कि प्रियंका गांधी, इंदिरा गांधी की तरह दिखती हैं- सिर्फ इसीलिए हम कांग्रेस को वोट नहीं देंगे।

एग्जिट पोल के आधार पर किया गया यह विश्लेषण आपको थोड़ा अजीब लग सकता है लेकिन परेशान मत होइए, बहुत जल्दी नतीजे भी आ जाएंगे और फिर हम आपके सामने नतीजों के आधार पर विश्लेषण लेकर  आएंगे। तब तक कहीं मत जाइए, हमारे दूसरे वीडियो देखिए और चैनल को सब्सक्राइब कर लीजिए।

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