TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    ‘विश्व संवाद केंद्र’ संचार माध्यमों, सोशल मीडिया और मीडिया की ताकत को राष्ट्र हित में उचित दिशा देने के लिए प्रयासरत है

    ‘संवाद से सौहार्द’ की ओर ‘विश्व संवाद केंद्र’ की भूमिका

    डूबो डूबो के मारेंगे: राज ठाकरे ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे को डुबोने की धमकी दी

    निशिकांत के ‘पटक के मारेंगे’ पर राज ठाकरे ने कहा- ‘समंदर में डुबो के मारेंगे’; जानें सांसद की प्रतिक्रिया?

    आखिर ईडी ने भूपेश बघेल के बेटे को क्यों गिरफ्तार किया? छत्तीसगढ़ शराब घोटाले पर एक नज़र

    आखिर ईडी ने भूपेश बघेल के बेटे को क्यों गिरफ्तार किया? छत्तीसगढ़ शराब घोटाले पर एक नज़र

    राहुल गांधी ने असम में फिर से हिंसा भड़काई, सीएम सरमा ने कहा: पुलिस भड़काऊ भाषणों की समीक्षा करेगी

    ‘राहुल गांधी ने असम में फिर से हिंसा भड़काई’, जानें, सीएम सरमा ने क्या दिया आदेश

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    दुनिया के रियलटाइम भुगतान सिस्टम वीजा को पीछे छोड़ आगे बढ़ा भारत का UPI: IMF

    दुनिया के रियलटाइम भुगतान सिस्टम वीजा को पीछे छोड़ आगे बढ़ा भारत का UPI: IMF

    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ

    बदलते भारत में युवाओं के लिए क्या हैं मौके? जानें विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ की राय

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    तिरुअनंतपुर में खड़ा ब्रिटिश फाइटर जेट

    अंतत: उड़ने को तैयार हुआ ब्रिटिश फाइटर जेट F-35, जानें कब जाएगा वापस

    चीन की सीमा से सटे 'सब-सेक्टर नॉर्थ' (SSN) तक त्वरित और सुरक्षित आवागमन होगा सुनिश्चित (FILE PHOTO)

    चीन की सरहद पर भारत की रणनीतिक बढ़त, नवंबर 2026 तक तैयार होगा नया ‘सैन्य मार्ग’

    ‘रामा’ कवच वाला दुनिया का पहला ड्यूल स्टील्थ ड्रोन बना रहा भारत, जानें क्या होंगी विशेषताएं?

    ‘रामा’ कवच वाला दुनिया का पहला ड्यूल स्टील्थ ड्रोन बना रहा भारत, जानें क्या होंगी विशेषताएं?

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद, लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय मुरीदके से बहावलपुर स्थानांतरित होने की संभावना

    ऑपरेशन सिंदूर से डरे पाकिस्तानी आतंकी बनाएंगे नया पनाहगाह, जानें कहां होगा नया ठिकाना

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    चीन ने ब्रह्मपुत्र नदी पर शुरू किया सबसे बड़े बांध का निर्माण, जानिए भारत पर क्या होगा इसका असर

    चीन ने ब्रह्मपुत्र नदी पर शुरू किया सबसे बड़े बांध का निर्माण, जानिए भारत पर क्या होगा इसका असर

    तिरुअनंतपुर में खड़ा ब्रिटिश फाइटर जेट

    अंतत: उड़ने को तैयार हुआ ब्रिटिश फाइटर जेट F-35, जानें कब जाएगा वापस

    अज़रबैजान में नया कानून: अब रिश्तेदारों के बीच शादी पर होगी जेल

    अज़रबैजान में नया कानून: अब रिश्तेदारों के बीच शादी पर होगी जेल

    ट्रंप ने मीडिया हाउस पर ठोका ₹86,000 करोड़  का मानहानी का केस, जानें क्या है ‘न्यूड तस्वीर’ का मामला?

    ट्रंप ने मीडिया हाउस पर ठोका ₹86,000 करोड़ का मानहानी का केस, जानें क्या है ‘न्यूड तस्वीर’ का मामला?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

    ‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    'स्ट्रैटस' कोविड-19 वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    ‘स्ट्रैटस’ कोविड-19 का वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    ‘विश्व संवाद केंद्र’ संचार माध्यमों, सोशल मीडिया और मीडिया की ताकत को राष्ट्र हित में उचित दिशा देने के लिए प्रयासरत है

    ‘संवाद से सौहार्द’ की ओर ‘विश्व संवाद केंद्र’ की भूमिका

    डूबो डूबो के मारेंगे: राज ठाकरे ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे को डुबोने की धमकी दी

    निशिकांत के ‘पटक के मारेंगे’ पर राज ठाकरे ने कहा- ‘समंदर में डुबो के मारेंगे’; जानें सांसद की प्रतिक्रिया?

    आखिर ईडी ने भूपेश बघेल के बेटे को क्यों गिरफ्तार किया? छत्तीसगढ़ शराब घोटाले पर एक नज़र

    आखिर ईडी ने भूपेश बघेल के बेटे को क्यों गिरफ्तार किया? छत्तीसगढ़ शराब घोटाले पर एक नज़र

    राहुल गांधी ने असम में फिर से हिंसा भड़काई, सीएम सरमा ने कहा: पुलिस भड़काऊ भाषणों की समीक्षा करेगी

    ‘राहुल गांधी ने असम में फिर से हिंसा भड़काई’, जानें, सीएम सरमा ने क्या दिया आदेश

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    दुनिया के रियलटाइम भुगतान सिस्टम वीजा को पीछे छोड़ आगे बढ़ा भारत का UPI: IMF

    दुनिया के रियलटाइम भुगतान सिस्टम वीजा को पीछे छोड़ आगे बढ़ा भारत का UPI: IMF

    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ

    बदलते भारत में युवाओं के लिए क्या हैं मौके? जानें विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ की राय

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    तिरुअनंतपुर में खड़ा ब्रिटिश फाइटर जेट

    अंतत: उड़ने को तैयार हुआ ब्रिटिश फाइटर जेट F-35, जानें कब जाएगा वापस

    चीन की सीमा से सटे 'सब-सेक्टर नॉर्थ' (SSN) तक त्वरित और सुरक्षित आवागमन होगा सुनिश्चित (FILE PHOTO)

    चीन की सरहद पर भारत की रणनीतिक बढ़त, नवंबर 2026 तक तैयार होगा नया ‘सैन्य मार्ग’

    ‘रामा’ कवच वाला दुनिया का पहला ड्यूल स्टील्थ ड्रोन बना रहा भारत, जानें क्या होंगी विशेषताएं?

    ‘रामा’ कवच वाला दुनिया का पहला ड्यूल स्टील्थ ड्रोन बना रहा भारत, जानें क्या होंगी विशेषताएं?

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद, लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय मुरीदके से बहावलपुर स्थानांतरित होने की संभावना

    ऑपरेशन सिंदूर से डरे पाकिस्तानी आतंकी बनाएंगे नया पनाहगाह, जानें कहां होगा नया ठिकाना

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    चीन ने ब्रह्मपुत्र नदी पर शुरू किया सबसे बड़े बांध का निर्माण, जानिए भारत पर क्या होगा इसका असर

    चीन ने ब्रह्मपुत्र नदी पर शुरू किया सबसे बड़े बांध का निर्माण, जानिए भारत पर क्या होगा इसका असर

    तिरुअनंतपुर में खड़ा ब्रिटिश फाइटर जेट

    अंतत: उड़ने को तैयार हुआ ब्रिटिश फाइटर जेट F-35, जानें कब जाएगा वापस

    अज़रबैजान में नया कानून: अब रिश्तेदारों के बीच शादी पर होगी जेल

    अज़रबैजान में नया कानून: अब रिश्तेदारों के बीच शादी पर होगी जेल

    ट्रंप ने मीडिया हाउस पर ठोका ₹86,000 करोड़  का मानहानी का केस, जानें क्या है ‘न्यूड तस्वीर’ का मामला?

    ट्रंप ने मीडिया हाउस पर ठोका ₹86,000 करोड़ का मानहानी का केस, जानें क्या है ‘न्यूड तस्वीर’ का मामला?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

    ‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    'स्ट्रैटस' कोविड-19 वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    ‘स्ट्रैटस’ कोविड-19 का वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

द्रोणाचार्य का एकलव्य से अंगूठा मांगना पूरी तरह से तार्किक और देशभक्तिपूर्ण था

क्या आप उन वास्तविक कारणों को जानना चाहते हैं जिन्हें ध्यान में रखते हुए गुरु द्रोण ने एकलव्य का अंगूठा मांगा? यदि हां, तो इस लेख को अवश्य पढ़िए।

Devesh Sharma द्वारा Devesh Sharma
27 December 2022
in ज्ञान, संस्कृति
एकलव्य का अंगूठा

Source- Google

Share on FacebookShare on X

द्रोणाचार्य कैसे गुरु थे जिन्होंने एकलव्य का अंगूठा ही ले लिया? कैसे गुरु थे वे, जिन्होंने अपने प्रिय शिष्य अर्जुन को श्रेष्ठ बताने की चाह में एकलव्य से गुरु दक्षिणा में एकलव्य का अंगूठा ही मांग लिया? कुछ ऐसे ही प्रश्न उठते हैं न गुरु द्रोण को लेकर और ऐसे ही तीखे आरोप लगाए जाते हैं न उन पर, परन्तु क्या कभी किसी ने उन वास्तविक कारणों को जानने का प्रयास किया है जिससे गुरु द्रोण विवश हो गए एकलव्य से उसका अंगूठा मांगने के लिए।

इस लेख में हम उन वास्तविक कारणों को जानेंगे जिन्हें ध्यान में रखते हुए गुरु द्रोण ने एकलव्य से गुरु दक्षिणा में उसका अंगूठा ही मांग लिया।

संबंधितपोस्ट

हस्तिनापुर से वफादारी, अर्जुन से प्रेम… द्रोणाचार्य ने क्यों माँगा एकलव्य का अँगूठा? राहुल गाँधी फैला रहे झूठ, कहानी में ‘जाति’ कहीं नहीं

महाभारत के कई रहस्यों से उठेगा पर्दा, पांडवों की राजधानी में काम पर लगी ASI

और लोड करें

बहुत समय से लोग तो यही जानते हुए आ रहे हैं कि एकलव्य कितना प्रतिभावान था जो गुरु की प्रतिमा स्थापित कर उनके समाने ही शस्त्र विद्या सीख गया और एक कुशल धनुर्धर बन गया। लेकिन सत्य तो यह है कि वह एक चोर था जो चोरी से विद्या ग्रहण करता रहा। ठीक वैसे ही जैसे कर्ण ने छलपूर्वक भगवान परशुराम से विद्या ग्रहण किया था। अतः गुरु द्रोण और एकलव्य के प्रकरण का वर्णन करते हुए इससे संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तारपूर्वक अवश्य ध्यान देना होगा।

और पढ़ें: मानवता के मार्गदर्शक हैं भारत के महान 7 संत, जिन्हें कहा जाता है सप्तर्षि

प्रथम बिंदु- हस्तिनापुर के साथ शिक्षा का अनुबंध

गुरु द्रोण ने पांचों पाडवों और कोरवों को शिक्षा देने के लिए हस्तिनापुर के साथ एक प्रकार से अनुबंध किया था जिसके अंतर्गत अर्जुन से लेकर दुर्योधन तक सभी कुरु राजकुमारों को सुशिक्षित और पराक्रमी योद्धा बनाना उनका लक्ष्य था, उनका धर्म भी था। द्रोणाचार्य इस समयावधी में किसी भी अन्य व्यक्ति को शिक्षा नहीं दे सकते थे। इसीलिए जब एकलव्य उनके पास शिक्षा ग्रहण करने के लिए पहुंचा तो द्रोणाचार्य ने राज्य के प्रति अपने अनुबंध के कारण उसे शिक्षा देने से मना कर दिया। ऐसे में एकलव्य एक चोर की भांति गुरु द्रोण की प्रतिमा बनाकर उसके समक्ष अभ्यास करने लगता है। बस फिर क्या था चोरी से एकलव्य ने विद्या ग्रहण करना शुरू कर दिया।

और पढ़ें- महाजनपदों का गौरवशाली इतिहास- भाग 1: अंग महाजनपद

द्वितीय बिंदु- एकलव्य की सनक

इस बिंदु को समझने के लिए समझना होगा कि त्रेता युग में अधिकतर लोग शस्त्र के रूप में धनुष बाण को धारण करते हैं, भगवान राम से लेकर राक्षस रावण सभी, परन्तु युगांतर में अर्थात् द्वापर युग में कुछ ही लोग धनुष रखते हैं। किसी के पास गदा है तो किसी के पास तलवार है, कोई भाला चलाता है तो कोई कुछ और। यदि धनुष की बात करें तो अर्जुन जैसे योद्धा के हाथ में धनुष ही है जो अपनी शक्तियों और अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखते हैं, अर्जुन के पास अनेक शक्तियां हैं लेकिन वो हमेशा ही साधारण बाणों का उपयोग करते हैं ताकि कम से कम जनहानि हो। अर्थात युग बदलने पर लोगों की शक्ति और इच्छा शक्ति कम होती जाती है। हर कोई धनुष बाण लेकर तो नहीं घूम सकता है। कहीं क्रोधवश संसार का ही सर्वनाश न कर बैठे।

और पढ़ें: कौन हैं प्राचीन भारत के 7 सबसे महान दानवीर?

इच्छा शक्ति पर नियंत्रण ही नहीं था

एकलव्य के साथ भी ऐसी ही स्थिति थी, अपने क्रोध, ईर्षा जैसी भावनाओं के उमड़ते ही वह उनका दुरुपयोग भी कर सकता था और ऐसा होना अत्यंत घातक हो सकता था। उदाहरण के लिए एक घटना सामने आती है जब एकलव्य निरीह कुत्ते पर अपनी शक्ति का प्रदर्शन करते हुए उसके मुख को बांणों से भर देता है। सोचिए कि एकलव्य अपनी शक्तियों का प्रयोग करने के लिए कितना उद्वेलित था या ये कहें कि उस पर कैसी सनक सवार थी कि उसने कुत्ते के मुख को उसने बाणों से ही भर दिया, जबकि वह चाहता तो कुत्ते को भगा सकता था या फिर कोई और युक्ति अपना सकता था। ऐसे तो एकलव्य के पास यदि ब्रह्मास्त्र जैसी कोई बड़ी शक्ति होती तो उसे भी किसी पर छोड़ देता। आने वाले समय में अपनी सनक और अपनी शक्तियों और अपनी भावनाओं पर नियंत्रण के अभाव में एकलव्य और न जाने क्या-क्या कर बैठता। इन परिस्थितियों का आंकलन करते हुए और भविष्य की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए गुरु द्रोण ने एकलव्य का अंगूठा मांग लिया।

और पढ़ें: हनुमान जी का वह चरित्र जिसके बारे में कोई बात नहीं करता

तृतीय बिंदु- राजनीतिक कारण

एकलव्य को शिक्षा न देने और एकलव्य का अंगूठा मांगने का तीसरा कारण है एकलव्य का शत्रु राज्य के साथ संबंध। गुरु द्रोण हस्तिनापुर के राजकुमारों के गुरु थे, हस्तिनापुर से ही उनकी राष्ट्रभक्ति थी। ध्यान दीजिए कि हर राज्य का कोई न कोई शत्रु राज्य तो होता ही है इस तरह हस्तिनापुर के शत्रु राज्य थे मगध और चेदि ये दोनों ही हस्तिनापुर के बड़े शत्रु राज्यों में आते थे। चेदि के पास एक जनजाति सेना भी थी जिसका सेनापति और कोई नहीं एकलव्य के पिता थे।

अब सोचिए कि शत्रु राज्य के सेनापति के पुत्र को शिक्षा देना कहा तक तर्क संगत है। गुरु द्रोण यदि एकलव्य को शिक्षा देते तो क्या यह हस्तिनापुर के साथ वो विश्वासघात नहीं कर रहे होते? आगे चलकर शत्रु राष्ट्र का एकलव्य हस्तिनापुर पर ही आक्रमण कर सकता था। इन राजनैतिक परिस्थितियों को समझबूझकर और अपने राज्यधर्म को निभाते हुए गुरु द्रोण ने एकलव्य से उसका अंगूठा ही मांग लिया।

कोई भी गुरु ऐसे व्यक्ति को शिक्षा नहीं देना चाहेगा जो आने वाले समय में उसके शत्रु की सेना में कार्य करे और न तो एक ऐसे व्यक्ति को शिक्षा देगा जिसका अपनी भावनाओं पर ही नियंत्रण नहीं न हो। एकलव्य एक ऐसा ही व्यक्ति था। इतना ही नहीं उन संभावनाओं का भी अंत करना अति आवश्यक था जो आने वाले समय में घातक हो सकती थीं। इसमें कोई दो राय नहीं है कि गुरु द्रोण द्वारा एकलव्य का अंगूठा मांगना उनके राजधर्म और शिक्षकधर्म के अंतर्गत था।

https://www.youtube.com/watch?v=5SGiA6gT6ao

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: Dronacharyaएकलव्य का अंगूठाद्रोणाचार्यहस्तिनापुर
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

करदाताओं के 500 करोड़ अपने चुनावी प्रचार में फूंकने जा रहे हैं नीतीश कुमार?

अगली पोस्ट

क्या चीन-रूस की बढ़ती मित्रता भारत के लिए ख़तरा है? बिल्कुल भी नहीं!

संबंधित पोस्ट

ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)
इतिहास

इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

18 July 2025

इज़रायल ने हाल ही में सीरिया की राजधानी दमिश्क पर हवाई हमले किए और इनमें सीरियाई रक्षा मंत्रालय व राष्ट्रपति भवन के आसपास के क्षेत्र...

आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया
इतिहास

वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

14 July 2025

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों के लिए ‘14 जुलाई’ का दिन विशेष स्मृति दिवस होता है, क्योंकि 14 जुलाई 2003 को संघ चतुर्थ सरसंघचालक प्रो....

हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य
इतिहास

नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

13 July 2025

एक हज़ार साल से भी पहले, जब दुनिया का ज़्यादातर हिस्सा अंधकार में डूबा हुआ था, तमिल हृदयभूमि का एक शक्तिशाली सम्राट समुद्र पर राज...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Maharashtra targets crypto christians. fake dalit quota scam exposed.

Maharashtra targets crypto christians. fake dalit quota scam exposed.

00:04:16

The Forgotten Maratha Legacy in Tamil Nadu

00:07:37

India’s ULRA Bomber: 12,000-km Beast That Can Strike Anywhere Without Refueling

00:07:39

The Shocking Truth About Mass Conversions in Tamil Nadu

00:07:26

The Butcher of Pahalgam: Sulaiman — Trained by ISI, Pakistan’s Commando-Turned-Terrorist

00:04:13
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
MASHABLE IS A GLOBAL, MULTI-PLATFORM MEDIA AND ENTERTAINMENT COMPANY. FOR MORE QUERIES AND NEWS, CONTACT US AT info@mashablepartners.com


©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited