गुजरात में भाजपा को ऐतिहासिक जनादेश पीएम मोदी ने नहीं बल्कि इस शख्स ने दिलवाया है

गुजरात में भाजपा ने पहली बार सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए 156 सीटें जीती हैं। गुजरात में किसी भी पार्टी ने पहली बार इतने बड़े जनादेश के साथ जीत दर्ज की है। 'रेगुलर चुनावी पंडितों' के द्वारा इसे मोदी की जीत बताई जा रही है, लेकिन सच यह नहीं है। इस लेख में समझिए कि किस शख्स ने भाजपा को यह ऐतिहासिक जीत दिलवाई है।

Gujarat Election Results

SOURCE hindustan Times

Gujarat Election Results 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने रिकॉर्ड तोड़ जीत दर्ज की है जिसके बाद 7वीं बार भाजपा गुजरात की सत्ता में लौट रही है। गुजरात विधानसभा चुनाव के जैसे नतीजे सामने आए हैं वैसे नतीजों की बीजेपी ने भी शायद उम्मीद नहीं की होगी। बीजेपी ने 182 विधानसभा सीटों में से 156 सीटें हासिल की हैं जिसके बाद जीत के सभी रिकॉर्ड टूट गए हैं। गुजरात में इतना बड़ा जनादेश आज तक किसी पार्टी को नहीं मिला है। इस बार गुजरात विधानसभा चुनाव में कोई भी विपक्षी पार्टी बीजेपी को दूर-दूर तक टक्कर देती नहीं दिखी। जहां 2017 के चुनाव में भाजपा को टक्कर देने वाली कांग्रेस 17 सीटों पर ही सिमट कर रह गई जबकि लिखित रूप से जीत का दावा करने वाली अरविंद केजरीवाल की पार्टी 5 सीटें ही निकाल पाई। अब सवाल ये उठता है कि गुजरात में बीजेपी की सीटों में इतना बड़ा उछाल कैसे आया।

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उम्मीद से भी अधिक खराब प्रर्दशन

पीएम मोदी और अमित शाह की रणनीति के दम पर भाजपा ने Gujarat Election Results में शानदार जीत दर्ज की है और गुजरात की सत्ता को अपने हाथों में बरकरार रखा है। लेकिन कांग्रेस का जो हश्र इस चुनाव में हुआ है उससे हर कोई हैरान है क्योंकि कांग्रेस ने उम्मीद से भी अधिक खराब प्रर्दशन किया है। लंबे समय से ऐसा कहा जा रहा है कि कांग्रेस अपने पतन की ओर अग्रसर है लेकिन अब गुजरात के नतीजों ने इस धारणा को और मजबूती दी है। कांग्रेस का हाल ऐसा है कि गुजरात के नतीजों ने हिमाचल प्रदेश के चुनाव को जीतने के जश्न को भी फीका कर दिया है।

नतीजें देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि जैसे कांग्रेस ने गुजरात में जीतने की कोशिश तक नहीं की। राहुल गांधी भारत जोड़ों यात्रा में व्यस्त रहे, हालांकि वो गुजरात तो आए लेकिन चुनाव को लेकर कोई जोश न तो उनमें और न तो उनके कार्यकर्ताओं में दिखा। अब आंकड़ों के जरिए ये समझने की कोशिश करते हैं कि कैसे बीजेपी ने गुजरात में रिकॉर्ड तोड़ सीटें हासिल की हैं।

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2017 का विधानसभा चुनाव

दरअसल, अगर 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव को देखा जाए तो कांग्रेस ने मुख्य विपक्षी दल की भूमिका निभाई थी और भाजपा के साथ टक्कर की लड़ाई लड़ी थी। जबकि आम आदमी पार्टी के सभी उम्मीद्वारों की गुजरात में जमानत जब्त हो गई थी। 2017 विधानसभा चुनावों में भाजपा को 49.44 प्रतिशत वोट मिले थे जबकि कांग्रेस ने 41.4 प्रतिशत वोटों के साथ मुख्य विपक्षी दल की भूमिका निभाई थी। वहीं अब अगर 2022 गुजरात विधानसभा चुनाव के आंकड़ों पर नजर डालें तो इस बार बीजेपी को 52. 50% वोट मिले हैं जबकि कांग्रेस को पहले से घटकर 27.28 प्रतिशत वोट मिले हैं और आम आदमी पार्टी को 12.92 फीसदी वोट मिले हैं।

अब यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि इस बार के विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी ने थोड़ा और दम लगाया और वोटकटुआ की भूमिका को बहुत अच्छें से निभाते हुए कांग्रेस के वोट को काटने का काम किया है जिससे कांग्रेस का वोट प्रतिशत तो गिरा ही साथ ही सीटें भी घटकर मात्र 17 ही रह गईं। जिसका सीधा लाभ भाजपा को मिला और भाजपा ने राज्य में ऐतिहासिक बहुमत हासिल कर लिया। गुजरात में आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के वोट बैंक में सेंधमारी की और अपने वोट प्रतिशत को बढ़ा लिया। जहां भाजपा को 2017 से ज्यादा वोट प्रतिशत मिला साथ ही सीटों में भी बढ़त मिली।

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आप की वजह से कांग्रेस हो गयी बर्बाद

आम आदमी पार्टी ने स्वयं को मुख्य विपक्षी दल साबित करने के लिए बहुत प्रयास किए लेकिन दूसरी तरफ राज्य में चुनावी माहौल तक नहीं बना पाई। वो बात और है कि बीजेपी को लाभ पहुंचाने और कांग्रेस की लुटिया डुबोने के बीच के प्रकरण में यह पार्टी राष्ट्रीय पार्टी अवश्य बन गयी। आने वाले समय में गुजरात में कांग्रेस के पतन के साथ ही आम पार्टी मुख्य विपक्षी दल की भूमिका में आ तो जाएगी लेकिन इसी के समानांतर बीजेपी को अधिक और अधिक लाभ भी कराती रहेगी।

और अधिक ध्यान दें तो Gujarat Election Results को 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है और अगर 2024 तक गुजरात में बीजेपी के लिए यही स्थिति बनी रही तो बीजेपी विपक्षी दलों के होश तो उड़ाएगी ही इसके साथ ही एक बार फिर केंद्र की सत्ता पर भी काबिज होगी। वहीं, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी निकम्मी पार्टियों की संज्ञा पाती रहेंगी जो जनता के लिए तो दूर स्वयं के लिए भी कुछ नहीं कर पाती है।

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