नवीन निश्चल- एक सौम्य मुख वाले अभिनेता के पीछे छिपा एक ‘डरावना दैत्य’

पहली पत्नी ने निश्चल को छोड़ दिया तो वहीं दूसरी पत्नी ने आत्महत्या कर ली। पत्नी ने अपने सुसाइड लैटर में जो लिखा था, उसके बाद इस अभिनेता को हिरासत में भी लिया गया था।

Navin Nischol

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हर सिक्के के दो पहलू होते हैं, और आवश्यक नहीं कि जो जैसा दिखे, वो अंदर से भी वैसा ही हो। राजनीति हो या रंगमंच, ऐसे कई लोग आपको मिलेंगे जो होते कुछ और हैं और वास्तव में कुछ और निकलते हैं और ऐसे लोग पे ‘हाथी के दांत’ वाला कथन पूर्णत्या चरितार्थ होती है। इस लेख में जानेंगे नवीन निश्चल (Navin Nischol) के बारे में जो ऑनस्क्रीन जितने सौम्य और सुशील प्रतीत होते हैं, ऑफस्क्रीन उतने ही निकृष्ट और डरावने थे।

1946 में लाहौर में जन्में नवीन निश्चल (Navin Nischol) ने अपनी शिक्षा बेंगलुरू में स्थित किंग जॉर्ज रॉयल मिलिट्री कॉलेज, जो कि अब बेंगलुरू मिलिट्री स्कूल है, वहां से पूरी की। वे रूपवान भले थे, परंतु उन्हें सुझाव दिया गया कि केवल रूप के बल पर ही फिल्म उद्योग में भर्ती नहीं की जाती। उन्हें अभिनय में भी कुशल होना होगा और इसीलिए उन्होंने पुणे स्थित फिल्म एंड टेलीविज़न इंस्टीट्यूट में प्रवेश किया। उन्होंने यहां पर अभिनय में न केवल कुशलता प्राप्त की, अपितु उन्होंने स्वर्ण पदक सहित स्नातक किया। कहा जाता है कि उनके परीक्षकों में से चर्चित अभिनेता राज कपूर भी थे।

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सावन भादों से रखा बॉलीवुड में कदम

1967 से स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद इन्होंने काम के लिए आवेदन प्रारंभ किया और अंत में इन्हें निर्माता–निर्देशक मोहन सहगल ने अपनी फिल्म के लिए चुना, जिसका नाम था “सावन भादों”। परंतु इससे केवल नवीन का ही नहीं, दो अन्य कलाकारों का भी हिन्दी फिल्म उद्योग में पदार्पण हुआ- प्रख्यात एक्ट्रेस रेखा का और हिन्दी फिल्मों में अपने नकारात्मक किरदारों के लिए जाने जाने वाले रंजीत का।

अगले ही वर्ष एक साथ कई फिल्में आई, जिनमें परवाना, गंगा तेरा पानी अमृत, बुड्ढा मिल गया प्रमुख थी। परवाना और बुड्ढा मिल गया की अपार सफलता ने नवीन निश्चल (Navin Nischol) को स्टार्स की श्रेणी में लाकर खड़ा किया और अगले ही वर्ष आई ‘विक्टोरिया नंबर 203’ की सफलता ने उन्हें एक भरोसेमंद अभिनेता के रूप में स्थापित कर दिया। परवाना में वे लीड रोल में थे और अमिताभ बच्चन ने नकारात्मक भूमिका अदा की और फिल्म देखकर ऐसा लगा जैसे अमिताभ पर नवीन भारी पड़ रहे थे।

1975 तक नवीन निश्चल (Navin Nischol) क्या अमिताभ बच्चन, क्या शत्रुघ्न सिन्हा, क्या शशि कपूर, लगभग समस्त बॉलीवुड को अपनी प्रतिभा से टक्कर दे रहे थे। परंतु 1980 के बाद उनके करियर में ढलान आ गया और 90 के दशक तक वे केवल सपोर्टिंग रोल तक ही सिमट गए। एक अभिनेता के रूप में उनकी अंतिम फिल्म “ब्रेक के बाद” आई और 2011 में हृदयाघात से वे परलोक सिधार गए।

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निजी जीवन का काला पन्ना

परंतु केवल अपने फिल्मों के लिए ही नवीन निश्चल (Navin Nischol) चर्चा में नहीं रहे। इस बात पर कम ही प्रकाश डाला गया कि नवीन निश्चल वास्तविक जीवन में अपने ऑनस्क्रीन छवि के ठीक उलट थे। इन्होंने दो बार विवाह किया और दोनों ही बार इनका अलग अलग रूप देखने को मिला। प्रथम विवाह इन्होंने नीलू कपूर से किया, जो शेखर कपूर की बहन थी और जिनका नाता बहुचर्चित अभिनेता देव आनंद के परिवार से भी था। परंतु नवीन निश्चल (Navin Nischol) द्वारा सह अभिनेत्री पद्मिनी कपिला के साथ अफेयर की खबरें सामने आने पर इनकी पत्नी ने इनसे अलग होना ही उचित समझा। पद्मिनी भी इन्हें छोड़कर चली गई, और इन्होंने फिर मदिरा का सेवन करना प्रारंभ किया।

1996 में इन्होंने गीतांजलि नामक महिला से विवाह किया, जो स्वयं तलाश ले चुकी थी। परंतु गीतांजलि का जीवन इन्होंने नर्क से भी बदतर बना दिया। 2006 में इन्हें हिरासत में लिया गया, क्योंकि गीतांजलि ने आत्महत्या कर ली थी और मरने से पूर्व उन्होंने अपने आत्महत्या पत्र में अपनी अवस्था के लिए नवीन को दोषी ठहराया था। आश्चर्यजनक रूप से नवीन निश्चल (Navin Nischol) को हिरासत के कुछ समय बाद ही जमानत मिल गई थी, पर इन आरोपों ने जीवन भर पीछा नहीं छोड़ा।

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