पीयूष मिश्रा ने जिस फिल्म को ठुकराया, उसी फिल्म ने सलमान खान को स्टार बना दिया

पीयूष मिश्रा केवल एक अभिनेता नहीं, फुल पैकेज हैं. हर फिल्म में अपनी 'नेचुरल वे ऑफ़ एक्टिंग' से वो एक अलग ही छाप छोड़ देते हैं.

मैंने प्यार किया

Source- TFI

मैंने प्यार किया फिल्म: ‘आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो, आन बान शान या कि जान का हो दान आज एक धनुष के बाण पे उतार दो’, गुलाल फिल्म का यह गीत सुनकर जहन में एक अलग सी ऊर्जा दौड़ जाती है. भले ही आपने गुलाल फिल्म न देखी हो लेकिन ये गीत तो जरुर सुना होगा लेकिन क्या आपको पता है इस गीत को अपनी आवाज़ किसने दी है? वो और कोई बल्कि ‘नेचुरल वे ऑफ़ एक्टिंग’ के धनी पीयूष मिश्रा हैं.

लेखन हो, गायन हो या अभिनय, हर क्षेत्र में पीयूष मिश्रा ने एक अलग ही बेंच मार्क सेट किया है. उन्होंने मकबूल, दिल से, गैंग्स ऑफ़ वासेपुर, गुलाल, तमाशा, मातृभूमि जैसी बेहतरीन फिल्मों में अपने अभिनय के भिन्न-भिन्न नमूने पेश किये है. लेकिन इस सूची में एक और बड़ी और चर्चित फिल्म का नाम हो सकता था अगर पीयूष मिश्रा ने उसे रिजेक्ट न किया होता. इस लेख में हम आपको एक ऐसी फिल्म से अवगत कराएंगे, जो पहले पीयूष मिश्रा को ऑफर हुई थी लेकिन उन्होंने इसे रिजेक्ट कर दिया. परंतु उसी फिल्म ने सलमान खान को स्टार बना दिया.

और पढ़ें: अमिताभ बच्चन ने शत्रुघ्न सिन्हा के साथ कभी भी काम ना करने की कसम क्यों खाई थी?

‘मैंने प्यार किया’ को ठुकरा दिया

दरअसल, हम सलमान खान की ब्लॉकबस्टर फिल्म मैंने प्यार किया के बारे में बात कर रहे हैं. नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में टॉप करने के बाद उन्हें यह फिल्म ऑफर किया गया था और इस फिल्म के लिए सलमान खान की जगह यानी बतौर लीड एक्टर पीयूष मिश्रा को चुना गया था. लेकिन उन्होंने इस फिल्म को करने से मना कर दिया क्योंकि उन्हें उस फिल्म की स्क्रिप्ट बिल्कुल भी पसंद नहीं आई थी. उनके अभिनय का स्तर अलग था और वो किसी भी ऐसी वैसी कहानी पर काम नहीं करना चाहते थे. उसके बाद मैंने प्यार किया फिल्म में सलमान खान को कास्ट किया गया और यह फिल्म लोगों को पसंद आई. साथ ही इस फिल्म ने सलमान खान के करियर को एक नयी उड़ान दे दी.

अगर आप मैंने प्यार किया फिल्म की कहानी को देखेंगे तो वह एक घिसी पिटी लव स्टोरी है, जिसमें थोड़ा तड़का लगा दिया गया है. और यहीं कारण था कि पीयूष मिश्रा ने इसके लिए मना कर दिया. लेकिन कल्पना कीजिये अगर उस समय सलमान खान जैसे एक नौसिखिये के होने से ये मूवी इतनी ज्यादा हिट हुयी तो अगर इस फिल्म में एक टॉप क्लास एक्टर पीयूष मिश्रा होते तो फिल्म किन बुलंदियों को छूती?

‘हीरो’ नहीं कलाकार हैं पीयूष मिश्रा

हालांकि, किसी भी बेहतरीन कलाकार की सबसे बड़ी पहचान होती है कि वो हमेशा ऐसी फिल्मों का चुनाव करता है, जिसे करने में उसे संतुष्टि मिले. जिसकी कहानी उसके दिल को छुए और वो फिल्म की कहानी और उससे जुडी चीज़ों को दर्शको तक बड़ी ही खूबसूरती से पहुंचा पाए. पीयूष मिश्रा भी इसी पथ पर चलते रहे. अगर आप पीयूष मिश्रा के द्वारा निभाए गए किरदारों पर एक नज़र डालेंगे तो सभी फिल्मों में उन्होंने एकदम अलग और यूनीक किरदारों का चुनाव किया है. उन्होंने अपने सभी किरदारों को पर्दे पर बखूबी निभाने के साथ-साथ उसे जिया भी है.

चाहे वो फिल्म मकबूल में काका का दमदार किरदार हो या क्राइम एक्शन फिल्म गैंग्स ऑफ़ वासेपुर में जबर गुसैल रेत माफिया निसार अहमद का किरदार हो या इन दोनों के बिल्कुल विपरीत कॉमेडी फिल्म द शौकीन्स हो, जिसमें वो बहुत ही अलग रोल करते दिखे थे. फिल्मों के चुनाव में पीयूष मिश्रा ने खुद को कभी भी एक जोन में बाधित नहीं किया.

और पढ़ें: तब्बू: वो इकलौती ‘पुरानी अभिनेत्री’ जो अभी भी फिल्म इंडस्ट्री में धमाल मचाए हुए है

पीयूष मिश्रा एक फुल पैकेज हैं

आज के समय में भले ही दिखने में पीयूष बहुत ज्यादा चार्मिंग और हैंडसम आपको न लगे लेकिन वो अपने समय में कई बड़े और स्मार्ट एक्टर्स को पछाड़ने का दम रखते थे, फिर चाहे बात एक्टिंग की हो या लुक की. उनकी लोकप्रियता और उनका जुझारू अंदाज़ किसी से भी छिपा नहीं है. नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के टॉपर रह चुके मिश्रा ने हिंदी थिएटर से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी. थिएटर करने के बाद उन्होंने निर्देशक, अभिनेता, गीतकार और गायक के रूप में एक अलग ही मुकाम हासिल किया.

थिएटर और फिल्मों में अपनी अभिनय की धाक जमाने के साथ-साथ पीयूष मिश्रा ने कई फ़िल्मों के लिए गीत भी लिखे हैं. फिल्म ‘ब्लैक फ़्राइडे’ का अरे रुक जा रे बंदे पीयूष मिश्रा के क़लम की ही उपज है. इतना ही नहीं, उनका खुद का एक ‘बल्लीमारान’ नाम का बैंड भी है. उन्होने गैंग्स ऑफ़ वासेपुर के ‘एक बगल’ और साहेब बीवी और गैंगस्टर रिटर्न्स का ‘बस छल कपट’ जैसे कई गीतों को अपनी दमदार आवाज़ दी है. कुल मिलाकर पीयूष मिश्रा फिल्मी जगत के एक ऐसे धरोहर हैं, जिनके होने से ही इसकी शोभा में चार चांद लग जाते हैं.

https://www.youtube.com/watch?v=0lWkJNGGtFw

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें.

Exit mobile version