Poem On Gandhi Jayanti : and Top 5 Poem

Poem On Gandhi Jayanti

Poem On Gandhi Jayanti :and Top 5 Poem

 स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Poem On Gandhi Jayanti के बारे में साथ ही इससे जुड़े कविता के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें.

1 Poem

2 अक्टूबर खास बहुत है इसमें है इतिहास छिपा,

इस दिन गाँधी जी जन्मे थे दिया उन्होंने ज्ञान नया,

सत्य अहिंसा को अपनाओ इनसे होती सदा भलाई,

इनके दम पर गाँधी जी ने अंग्रेजों की फौज भगाई,

इस दिन लाल बहादुर जी भी इस दुनिया में आये थे,

ईमानदार और सबके प्यारे कहलाये थे,

नहीं भुला सकते इस दिन को ये दिन तो है बहुत महान,

इसमें भारत का गौरव है इसमें तिरंगे की शान हैं।

2 Poem

गांधीजी का चश्मा अद्भुत् और निराला,

देखा जिसने स्वतंत्र भारत का भविष्य उजियाला,

गांधीजी के चश्मे ने देखी कई अनोखी बातें,

हम भी सोचे और समझे और अपनाये,

उनकी दी हुई सिखे।

सच्चाई की राह पर चलकर ही मिसाल बन सकते हो,

तलवार और बंदूक बिना भी बुराई से लड़ सकते हो,

भीड़ की तरह बनने की जरूरत नहीं,

जज्बा है तुममें भी तो अकेले ही दुनिया बदल सकते हो।

3 Poem

देखो महात्मा गाँधी की जयंती आई,

बच्चों के चेहरों पर मुस्कान है लाई।

हमारे बापू थे भारतवर्ष के तारणहार,

आजादी के सपने को किया साकार।

भारत के लिए वह सदा जीते-मरते थे,

आजादी के लिए संघर्ष किया करते थे।

खादी द्वारा स्वावलंबन का सपना देखा था,

स्वदेशी का उनका विचार सबसे अनोखा था।

आजादी के लिए सत्याग्रह किया करते थे,

सदा मात्र देश सेवा के लिए जीया करते थे।

भारत की आजादी में है उनका विशेष योगदान,

इसीलिए तो सब करते हैं बापू का सम्मान,

और देते है उन्हें अपने दिलों में स्थान।

देखो उनके कार्यो कभी भूल ना जाओ,

इसलिए तुम इन्हें अपने जीवन में अपनाओ।

तो आओ सब मिलकर सब झूमें गाये,

साथ मिलकर गाँधी जयंती का यह पर्व मनायें।

4 Poem

राष्ट्रपिता तुम कहलाते हो सभी प्यार से कहते बापू,

तुमने हमको सही मार्ग दिखाया सत्य और अहिंसा का पाठ पढ़ाया,

हम सब तेरी संतान है तुम हो हमारे प्यारे बापू।

सीधा सादा वेश तुम्हारा नहीं कोई अभिमान,

खादी की एक धोती पहने वाह रे बापू तेरी शान।

एक लाठी के दम पर तुमने अंग्रेजों की जड़ें हिलायी,

भारत माँ को आजाद कराया राखी देश की शान।

5Poem

आजादी के आप पुरोधा भारत की पहचान हो बापू,

नाम तुम्हारा सदा अमर है सूरज की संतान हो बापू,

सदा सत्य के रहे पुजारी करुणा की जलधार हो बापू,

दिनों के तो सेवक हो और दुखियों के भरतार हो बापू,

जन्म दिवस पर कोटि नमन हर साँस तुम्हें अर्पण हो बापू,

सदा तुम्हारी कीर्ति शेष है हर युग का दर्पण हो बापू,

आजादी के आप पुरोधा भारत की पहचान हो बापू,

नाम तुम्हारा सदा अमर है सूरज की सन्तान हो बापू।

6 Poem

गौरों की ताकत बाँधी थी गांधी के रूप में आंधी थी,

बड़े दिलवाले फकीर थे वो पत्थर के अमिट लकीर थे वो,

पहनते थे वो धोती खादी रखते थे इरादें फौलादी,

उच्च विचार और जीवन सादा उनको प्रिय थे सबसे ज्यादा,

संघर्ष अगर तो हिंसा क्यों खून का प्यासा इंसा क्यों,

हर चीज का सही तरीका है जो बापू से हमने सिखा है,

क्रांति जिसने लादी थी सोच वो गाँधी वादी थी,

उन्होंने कहा करो अत्याचार थक जाओगे आखिरकार,

जुल्मों को सहते जाएंगे पर हम ना हाथ उठाएंगे,

एक दिन आएगा वो अवसर जब बाँधोगे अपने बिस्तर,

आगे चलके ऐसा ही हुआ गाँधी नारों ने उनको छुआ,

Also Read-

आगे फिरंग की बर्बाद थी और पीछे उनकी समाधि थी,

गौरों की ताकत बाँधी थी गाँधी के रूप में आंधी थी।

आशा करते है कि Poem On Gandhi Jayanti के बारे में सम्बंधित यह लेख आपको पसंद आएगा एवं ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए हमसे फेसबुक के माध्यम से जुड़े।

Exit mobile version