Positive Thinking in Hindi
स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Positive Thinking in Hindi के बारे में साथ ही इससे जुड़े साकारत्मक एवं विशेषताएं के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें.
साकारत्मक सोच –
दुनिया का तंत्र चलने की एक प्रक्रिया होती है। कोई भी काम एक प्रक्रिया के तहत किया जाता है, लेकिन कई बार ऐसा होता है कि हमें वह प्रक्रिया बहुत बड़ी नज़र आती है। हमें. ऐसा लगता है कि यह हमसे नहीं होगा या हम इस प्रक्रिया को पूरा नहीं कर पाएंगे, इसी सोच को नकारात्मक सोच कहा जाता है।
सबसे पहले सकारात्मक सोच को पाने के लिए नकारात्मक सोच को मन से निकाल दें। जहां पर नकारात्मक सोच मौजूद रहेगी, वहां सकारात्मक सोच नहीं लाई जा सकती। आपको ऐसा करने के लिए अपने विचारों पर ध्यान देना होगा। आप क्या सोचते हैं और वह किस हद तक नकारात्मक होता है
सकारात्मक सोच कैसे पाएं –
- सकारात्मक सोच लाने के लिए किताबें एक अच्छा जरिया साबित हो सकती हैं। गौरतलब है कि किताबों और लेखों में ऐसी शक्ति है जिनसे सकारात्मक सोचने की प्रेरणा मिलती है। सही किताब का चुनाव करें और उसे पूरी तरह पढ़ें। यह काफी ज्यादा मददगार साबित होगा।
- सकारात्मक सोच हासिल करने के लिए आप को अपने अंदर भी ध्यान देना होगा। यह जानना बहुत जरूरी है कि दिक्कत आखिर आ कहाँ रही है? ऐसा कौन सा कदम है जो आप नहीं उठा सकते या ऐसी कौन सा हुक है जो आपको सकारात्मक कार्य करने से रोक रहा है।
- सकारात्मक सोच के लिए यह भी बहुत जरूरी है कि आप तनाव वाले माहौल को त्याग दें। कई बार आपके आसपास का वातावरण भी आपकी सोच को प्रभावित करता है। आप के आसपास सकारात्मक सोच का माहौल नहीं है या आपके आस पास के लोग सकारात्मक नहीं सोचते तो यह आपके ऊपर काफी बुरा प्रभाव डालेगा।
सकारात्मक सोच की विशेषताएं-
- सकारात्मक सोच के इंसान हमेशा अन्य व्यक्तियों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं । अन्य व्यक्तियों को सकारात्मक व्यक्तित्व के इंसान में भविष्य की अपार संभावनाएं नज़र आती हैं।
- सकारात्मक सोच वाले व्यक्ति हमेशा भविष्य की संभावनाओं पर विचार करता है । भूतकाल की गलतियों से सीख लेकर भविष्य और वर्तमान में अपना सत प्रतिशत देने पर विश्वास करता हैं।
- सकारात्मक सोच के व्यक्ति की जो सबसे बड़ी विशेषता होती हैं कि वो हमेशा नकारात्मक स्तिथि में भी कुछ सकारात्मक ढूंढने के प्रयास करता हैं ।
- विपरीत से विपरीत परिस्तिथि में भी खुद तो हौसला बनाएं रखता ही हैं साथ ही दूसरों को भी हौसला देने का कार्य करता हैं।
मेडिटेशन है जरूरी –
मेडिटेशन (दिमागी अभ्यास) एक बेहतरीन तरीका है, ताकि आप बेहतर प्रबंध के साथ अच्छे समय का आनंद उठा सकें। यह आपको एकाग्रचित कर आपकी स्मरणशक्ति बढ़ाने में मदद करेगा। अगर आप सोच रहे हैं कि आपका परिवार, आपके साथी, बच्चे, बास, सब खुश सिर्फ इसलिए रह सकते हैं क्योंकि आप ऐसा चाहते हैं। तो बिल्कुल नहीं !! बल्कि इसके लिए उनको एक उचित वातावरण और अनुकूल परिस्थितियां, देनी होंगी। अपने भीतर एक सकारात्मक माहौल पैदा करना होगा। मेडिटेशन से आप नेगेटिव एनर्जी को दूर कर सकते हैं।
सकारात्मक सोच लाने के मूलमंत्र –
- विश्वास रखें ख़ुशी एक विकल्प है, जिसे अपने लिए आप खुद चुन सकते है.
- नकारात्मक भरी ज़िन्दगी से दूर रहें.
- हर परिस्थति में सकारात्मक बातें ढूढें.
- खुशियों को दूसरों के साथ बाटें
आशा करते है कि Positive Thinking in Hindi के बारे में सम्बंधित यह लेख आपको पसंद आएगा एवं ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए हमसे फेसबुक के माध्यम से जुड़े।