Rahim Das Ke Dohe and Significance
स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Rahim Das Ke Dohe के बारे में साथ ही इससे जुड़े अर्थ के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें.
नाम | रहीम दास |
पुरा नाम | अब्दुर्रहीम ख़ान-ए-ख़ाना |
जन्म तिथि | 17 दिसंबर 1556 |
जन्म स्थान | लाहौर |
मृत्यु तिथि | 1 अक्टूबर 1627 |
मृत्यु स्थान | आगरा, मुगल साम्राज्य |
धर्म | इस्लाम |
भाषा | ब्रज |
पिता का नाम | बैरम खान |
माता का नाम | सुल्ताना बेगम (जमाल खान की बेटी) |
जीवनसंगी का नाम | मह बानू बेगम |
संतान के नाम | शाहनवाज़, दाराब, रहमानदाद |
जो रहीम ओछो बढ़ै, तौ अति ही इतराय।
प्यादे सों फरजी भयो, टेढ़ो टेढ़ो जाय॥
अर्थ-
रहीम दास जी कहते है जब छोटे लोग तरक्की करते हैं तो बहुत हिचकिचाते हैं। शतरंज की तरह ही, जब मोहरा भ्रमित हो जाता है, तो वह कुटिल चाल चलने लगता है।
छिमा बड़न को चाहिये, छोटन को उतपात।
कह रहीम हरि का घट्यौ जो भृगु मारी लात
अर्थ-
रहीम दास जी कहते है क्षमा बड़ों को और शरारत छोटों को अच्छी लगती है। दूसरे शब्दों में, अगर नाबालिग बदमाशी कर रहे हैं, तो यह कोई बड़ी बात नहीं है और इसके लिए बुजुर्गों को माफ कर दिया जाना चाहिए।
हिमन गली है सांकरी, दूजो नहिं ठहराहिं।
आपु अहै, तो हरि नहीं, हरि, तो आपुन नाहिं॥
अर्थ –
रहीमदास जी कहते है हृदय की गली बहुत सकरी होती है इसमें दो लोग नहीं ठहर सकते है या तो आप इसमें अहंकार को बसा ले
अब रहीम मुसकिल परी, गाढ़े दोऊ काम।
सांचे से तो जग नहीं, झूठे मिलैं न राम ॥
अर्थ –
रहीमदास जी कहते है इस दुनिया में बहुत मुश्किल है अगर आप सत्य का साथ देते है है दुनिया आप से नाराज रहेंगे अगर आप इस दुन्या में झूठ बोलते है तो आपको कभी भगवान नहीं मिलेंगे।
रहिमन नीर पखान, बूड़े पै सीझै नहीं।
तैसे मूरख ज्ञान, बूझै पै सूझै नहीं॥
अर्थ –
रहीमदास जी कहते है जैसे पत्थर पानी में रहने पर भी नरम नहीं होता, जैसे मूर्ख की स्थिति होती है, ज्ञान प्राप्त करने के बाद भी उसे कुछ भी समझ में नहीं आता है।
रचनाएँ –
रहिमन विनोद, रहीम ‘कवितावली, रहिमन चंद्रिका, रहीम रत्नावली, रहीम विलास, रहिमन शतक
FAQ–
Ques- रहीम का पूरा नाम?
Ans- रहीम दास का पूरा नाम अब्दुर्रहीम ख़ान-ए-ख़ाना था।
Ques- रहीम का जन्म कब हुआ था?
Ans- रहीम दास का जन्म 17 दिसंबर 1556 में हुआ था।
Ques- रहीम दास का जन्म कहाँ हुआ था?
Ans- रहीम दास का जन्म लाहौर में हुआ था जोकि, वर्तमान समय में पाकिस्तान में है।
Ques- रहीम जी की मृत्यु कब हुई थी?
Ans- रहीम दास जी की मृत्यु 1 अक्टूबर 1627 में हुई थी।
आशा करते है कि Rahim Das Ke Dohe के बारे में सम्बंधित यह लेख आपको पसंद आएगा एवं ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए हमसे फेसबुक के माध्यम से जुड़े।