Baba Balak Nath Ji ki Aarti : बाबा बालक नाथ जी की आरती
स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Baba Balak Nath Ji ki Aarti साथ ही इससे जुड़े आरती के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें
- बाबा बालक नाथ जी
- बाबा बालक नाथ जी
- ॐ जय कलाधारी हरे,
- स्वामी जय पौणाहारी हरे,
- भक्त जनों की नैया,
- दस जनों की नैया,
- भव से पार करे,
- ॐ जय कलाधारी हरे ॥
- बालक उमर सुहानी,
- नाम बालक नाथा,
- अमर हुए शंकर से,
- सुन के अमर गाथा ।
- ॐ जय कलाधारी हरे ॥
- शीश पे बाल सुनैहरी,
- गले रुद्राक्षी माला,
- हाथ में झोली चिमटा,
- आसन मृगशाला ।
- ॐ जय कलाधारी हरे ॥
- सुंदर सेली सिंगी,
- वैरागन सोहे,
- गऊ पालक रखवालक,
- भगतन मन मोहे ।
- ॐ जय कलाधारी हरे ॥
- अंग भभूत रमाई,
- मूर्ति प्रभु रंगी,
- भय भज्जन दुःख नाशक,
- भरथरी के संगी ।
- ॐ जय कलाधारी हरे ॥
- रोट चढ़त रविवार को,
- फल, फूल मिश्री मेवा,
- धुप दीप कुदनुं से,
- आनंद सिद्ध देवा ।
- ॐ जय कलाधारी हरे ॥
- भक्तन हित अवतार लियो,
- प्रभु देख के कल्लू काला,
- दुष्ट दमन शत्रुहन,
- सबके प्रतिपाला ।
- ॐ जय कलाधारी हरे ॥
- श्री बालक नाथ जी की आरती,
- जो कोई नित गावे,
- कहते है सेवक तेरे,
- मन वाच्छित फल पावे ।
- ॐ जय कलाधारी हरे ॥
- ॐ जय कलाधारी हरे,
- स्वामी जय पौणाहारी हरे,
- भक्त जनों की नैया,
- भव से पार करे,
- ॐ जय कलाधारी हरे ॥
बाबा बालकनाथ जी –
बाबा बालकनाथ जी हिन्दू आराध्य हैं, जिनको उत्तर-भारतीय राज्य हिमाचल प्रदेश , पंजाब , दिल्ली में बहुत श्रद्धा से पूजा जाता है, इनके पूजनीय स्थल को “दयोटसिद्ध” के नाम से जाना जाता है, यह मंदिर हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के चकमोह गाँव की पहाड़ी के उच्च शिखर में स्थित है। मंदिर में पहाडी के बीच एक प्राकॄतिक गुफा है, ऐसी मान्यता है, कि यही स्थान बाबाजी का आवास स्थान था।
- Om Jai Kaladhari Hare,
- Swami Jai Paunahari Hare,
- Bhakt Janon Ki Naiya,
- Das Janon Ki Naiya,
- Bhav Se Paar Kare,
- Om Jai Kaladhari Hare.
- Balak Umar Suhani,
- Naam Balak Natha,
- Amar Hue Shankar Se,
- Sun Ke Amar Gatha.
- Om Jai Kaladhari Hare.
- Sheesh Pe Bal Sunaihari,
- Gale Rudrakshi Mala,
- Hath Mein Jholi Chimata,
- Aasan Mrgashala.
- Om Jai Kaladhari Hare.
- Sundar Seli Singee,
- Vairagan Sohe,
- Gau Palak Rakhavalak,
- Bhagatan Mann Mohe.
- Om Jai Kaladhari Hare.
- Ang Bhabhoot Ramai,
- Murti Prabhu Rangi,
- Bhay Bhanjan Duhkh Nashak,
- Bharathari Ke Sangi.
- Om Jai Kaladhari Hare.
- Rot Chadhat Raviwar Ko,
- Phal, Phool Mishri Mewa,
- Dhup Deep Kudanun Se,
- Aanand Siddh Dewa.
- Om Jai Kaladhari Hare.
- Bhaktan Hit Avatar Liyo,
- Prabhu Dekh Ke Kallu Kala,
- Dusht Daman Shatruhan,
- Sabake Pratipala.
- Om Jai Kaladhari Hare.
- Shri Balak Nath Ji Ki Aarti,
- Jo Koi Nit Gave,
- Kahate Hai Sewak Tere,
- Man Vancchhit Phal Pawe.
- Om Jai Kaladhari Hare.
- Om Jai Kaladhari Hare,
- Swami Jai Paunahari Hare,
- Bhakt Janon Ki Naiya,
- Das Janon Ki Naiya,
- Bhav Se Paar Kare,
- Om Jai Kaladhari Hare.
आशा करते है कि Baba Balak Nath Ji ki Aarti के बारे में सम्बंधित यह लेख आपको पसंद आएगा एवं ऐसे लेख पढ़ने के लिए हमसे फेसबुक के माध्यम से जुड़े।