लक्ष्मी मंत्र : अर्थ एवं मां लक्ष्‍मी की आरती

Laxmi Mantra

Laxmi Mantra : लक्ष्मी मंत्र : अर्थ एवं मां लक्ष्‍मी की आरती

स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Laxmi Mantra साथ ही इससे अर्थ  एवं आरती के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें

या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मी रूपेण संस्थिता, नमस्त्यै नमस्त्यै नमस्त्यै नमस्त्यै नमों नम:

अर्थ-  हे मां आदि शक्ति आप सदैव हमारे पास लक्ष्मी (धन) के रूप में निवास करें। हम सभी आपको हृदय से आपको बारंबार नमस्कार करते हैं।

 जय देवी जय देवी जय महालक्ष्मी।

वससी व्यापकरुपे तू स्थूलसूक्ष्मी।।

अर्थ-  हे मां लक्ष्मी चारों दिशा में आपकी जय जयकार होती रहती है। आप ही जगत की पालनहार है और आप ही स्थूल रूप में इस जगत में समाई हुई है। हे मां लक्ष्मी आप हमें अपना आशीर्वाद प्रदान करें।

लक्ष्मी मां तुम्हारे चरण पूजत सब संसार।

रिद्धि-सिद्धि देकर हमें कर दो कृपा अपार।।

अर्थ-  हे माता लक्ष्मी पूरा संसार आपकी पूजन करता रहता है। हम भी आपका भजन करते है और आपका आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं। हे माता कृपा करके हमें रिद्धि-सिद्धि प्राप्त करने का आशीर्वाद दें।

श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम: इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को सफलता प्राप्त होती है. मां लक्ष्मी की चांदी या अष्ट धातु की मूर्ति की पूजा करनी चाहिए.

धनाय नम: इस मंत्र का जाप करने से धन लाभ की प्राप्ति होती है. इसका शुक्रवार के दिन कमलगट्टे की माला के साथ करना चाहिए.

ह्रीं श्री क्रीं क्लीं श्री लक्ष्मी मम गृहे धन पूरये, धन पूरये, चिंताएं दूरये-दूरये स्वाहा: अगर आप कर्जे से मुक्ति पाना चाहते हैं तो इस मंत्र का जाप करें. इससे आर्थिक तंगी दूर हो जाती है.

ऊं ह्रीं त्रिं हुं फट किसी भी कार्य में सफलता के लिए इस मंत्र का जाप करना चाहिए. इससे मां की कृपा हमेशा बनी रहती है.

ॐ आद्यलक्ष्म्यै नम:,

ॐ विद्यालक्ष्म्यै नम:,

ॐ सौभाग्यलक्ष्म्यै नम:,

ॐ अमृतलक्ष्म्यै नम:,

ॐ कामलक्ष्म्यै नम:,

ॐ सत्यलक्ष्म्यै नम:,

ॐ भोगलक्ष्म्यै नम:,

ॐ योगलक्ष्म्यै नम:।।

अर्थ- हम सभी मां लक्ष्मी के सभी रूपों को बार-बार प्रणाम करते हैं। हे मां लक्ष्मी, विद्या लक्ष्मी, सौभाग्य प्रदान करने वाली मां लक्ष्मी, हे माता अमृत स्वरूपा, हे सत्य लक्ष्मी, वैभव लक्ष्मी, हे योगलक्ष्मी हम सभी आपको बार-बार प्रणाम करते हैं, आपको नमन करते हैं।

सफलता के लिए मंत्र

ह्रीं ह्रीं श्री लक्ष्मी वासुदेवाय नम:  –

मां लक्ष्मी के इस मंत्र के जाप से व्यक्ति को हर काम में सफलता मिलती है और उसका जीवन धन संपदा से हमेशा भरा रहता है। मां लक्ष्मी के आशीर्वाद से उस व्यक्ति के जीवन में धन- धान्य की कभी भी कोई कमी नहीं होती है।

मां लक्ष्‍मी की आरती –

ॐ जय लक्ष्मी माता,

मैया जय लक्ष्मी माता ।

तुमको निसदिन सेवत,

हर विष्णु विधाता ॥

उमा, रमा, ब्रम्हाणी,

तुम ही जग माता ।

सूर्य चद्रंमा ध्यावत,

नारद ऋषि गाता ॥

॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥

दुर्गा रूप निरंजनि,

सुख-संपत्ति दाता ।

जो कोई तुमको ध्याता,

ऋद्धि-सिद्धि धन पाता ॥

॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥

तुम ही पाताल निवासनी,

तुम ही शुभदाता ।

कर्म-प्रभाव-प्रकाशनी,

भव निधि की त्राता ॥

॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥

जिस घर तुम रहती हो,

ताँहि में हैं सद्‍गुण आता ।

सब सभंव हो जाता,

मन नहीं घबराता ॥

।।ॐ जय लक्ष्मी माता…॥

तुम बिन यज्ञ ना होता,

वस्त्र न कोई पाता ।

खान पान का वैभव,

सब तुमसे आता ॥

ॐ जय लक्ष्मी माता…॥

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शुभ गुण मंदिर सुंदर,

क्षीरोदधि जाता ।

रत्न चतुर्दश तुम बिन,

कोई नहीं पाता ॥

।।ॐ जय लक्ष्मी माता…॥

महालक्ष्मी जी की आरती,

जो कोई नर गाता ।

उँर आंनद समाता,

पाप उतर जाता ॥

॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥

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