Pad Kise Kahate Hain पद किसे कहते हैं परिभाषा एवं प्रकार
स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Pad Kise Kahate Hain बारे में साथ ही इससे जुड़े परिभाषा एवं प्रकार के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें.
पद किसे कहते हैं? –
पद की परिभाषा –
पद हिंदी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण अंग माना जाता है अर्थात शब्द का ही दूसरा अंग पद होता है या हम यह भी कह सकते हैं जब कोई सार्थक शब्द वाक्य में प्रयुक्त होता है, उसे पद कहते हैं।
- सीता ने गीता को किताबें दी।
- सीता गाती है।
- ईश्वर रक्षा करें।
पद के प्रकार –
- संज्ञा
- सर्वनाम
- विशेषण
- क्रिया
- अव्यय
संज्ञा –
किसी भी व्यक्ति, वस्तु , गुण, द्रव्य, नाम, जाति, जगह, धर्म, इत्यादि के किसी भी नाम को संज्ञा कहा जाता है। संज्ञा को अंग्रेजी मे Noun कहते है, संज्ञा के भी पाँच भेद होते है ।
सर्वनाम –
संज्ञा के स्थान पर उपयोग किए जाने वाले शब्दों को ही सर्वनाम कहते है। जैसे कि कोई मनुष्य के नाम की जगह पर तुम या आप या वह, इत्यादि
विशेषण –
जो शब्द संज्ञा और सर्वनाम की विशेषता को दर्शाता है और उसके जगह पर अपना बोध कराता है, उन शब्दों को हम विशेषण कहते है, विशेषण को अंग्रेजी में Adjective कहते है।
क्रिया –
जिन जिन शब्दों के माध्यम से किसी वाक्य में करने या होने का बोध होता है, तो उस शब्द को हम क्रिया कहते हैं और उस शब्द को क्रिया के रूप में प्रयोग किया जाता है।
अव्यय –
जिन जिन शब्दों में लिंग, कारक, वचन, क्रिया इत्यादि के वजह से उन में कोई भी परिवर्तन नहीं आता हो, उन्हें अव्यय कहते है।
शब्द और पद में अंतर
शब्द पद
वर्णों की स्वतंत्रा और सार्थक को शब्द कहते हैं। वाक्य में प्रयुक्त शब्द को पद कहते हैं।
शब्द का मात्रा अर्थ परिचय के बारे में होता है पद का मात्रा व्यवहारिक परिचय के बारे में होता है।
सार्थक और निरर्थक दोनों में शब्द होता है। वाक्य के अर्थ को संकेत देने के लिए पद का उपयोग होता है।
आशा करते है कि Pad Kise Kahate Hain के बारे में सम्बंधित यह लेख आपको पसंद आएगा एवं ऐसे लेख पढ़ने के लिए हमसे फेसबुक के माध्यम से जुड़े।