परमाणु किसे कहते हैं : सिद्धांत एवं लाभ

Parmanu Kise Kahate Hain

Parmanu Kise Kahate Hain :परमाणु किसे कहते हैं सिद्धांत एवं लाभ

स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Parmanu Kise Kahate Hain बारे में साथ ही इससे जुड़े सिद्धान्त एवं लाभ के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें

परमाणु –

किसी पदार्थ का वह संभव सूक्ष्मतम कण जो स्वतंत्र अवस्था में नहीं रह सकता है, परन्तु रासायनिक अभिक्रियाओं में भाग लेता है तथा जिसमें उस पदार्थ के सभी गुण विद्यमान रहते हैं, परमाणु कहलाता है। परमाणु को इंग्लिश में Atom कहते हैं।

डाल्टन के अनुसार, परमाणु अविभाज्य था, आधुनिक आविष्कारों से यह ज्ञात हो चुका है कि परमाणु भी सूक्ष्म कणों से मिलकर बना होता है, जिनमें इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन एवं न्यूट्रान मुख्य है।

डाल्टन का परमाणु सिद्धान्त –

डाल्टन का परमाणु नियम

परमाणु को नए ही तो निर्मित किया जा सकता है और ना ही इस का विनाश किया जा सकता है। इसके अलावा परमाणु को विभाजित भी नहीं किया जा सकता है, लेकिन आज के समय यह बिल्कुल संभव है।

थॉमसन का परमाणु मॉडल –

जिसके अंतर्गत परमाणु की संरचना को समझाने का प्रयास किया गया है। थॉमसन के परमाणु मॉडल के अनुसार परमाणु एक धन आवेशित बोला होता है, और इसके ऋण आवेशित इलेक्ट्रॉनिक रूप से धसे हुए रहते हैं। इसको समझाने के लिए थॉमसन के द्वारा तरबूज का उदाहरण भी दिया गया है, जिस तरह से तरबूज के अंतर्गत बीज अव्यवस्थित तरीके से होते हैं उसी तरीके से परमाणु के अंतर्गत इलेक्ट्रॉन भी अव्यवस्थित तरीके से होते हैं।

रदरफोर्ड का परमाणु नियम –

परमाणु का अधिकांश भाग रिक्त होता है, जबकि इसका कुल आवेश इसके केंद्र के अंतर्गत स्थित होता है। इसके अलावा परमाणु के केंद्र के चारों तरफ ऋण आवेशित इलेक्ट्रॉन अलग-अलग कक्षाओं के अंतर्गत घूमते रहते हैं।रदरफोर्ड के इस मॉडल के अंतर्गत परमाणु की त्रिज्या को 10-10 मीटर बताया गया है, नाभिक की त्रिज्या को 10-10 मीटर बताया गया है।

Also Read-

डाल्टन  के सिद्धान्त के लाभ –

डाल्टन के परमाणु सिद्धन्त कमियाँ

आशा करते है कि Parmanu Kise Kahate Hain के बारे में सम्बंधित यह लेख आपको पसंद आएगा एवं ऐसे लेख पढ़ने के लिए हमसे फेसबुक के माध्यम से जुड़े।

Exit mobile version