Paryayvachi Shabd Kise Kahate Hain पर्यायवाची शब्द किसे कहते हैं
स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Paryayvachi Shabd Kise Kahate Hain बारे में साथ ही इससे जुड़े परिभाषा एवं उदहारण के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें.
पर्यायवाची शब्द किसे कहते हैं –
पर्यायवाची शब्द –
किसी भी शब्द का पर्यायवाची शब्द वह शब्द होता है जो उसके समान अर्थ रखता हो। पर्यायवाची के नाम से ही स्पष्ट है किसी शब्द का पर्याय जिसमें एक शब्द के अनेक शब्द होते है परन्तु उसके अर्थ समान होते हैं।
पर्यायवाची शब्द के उदहारण-
- आकाश- गगन, अम्बर, शून्य, नभ, व्योम
- सागर- समुद्र, उदधि, जलधि
- पशु- मवेशी, जानवर, चौपाया
- मनुष्य- आदमी, मानव, मानुष
- फूल- पुष्प, सुमन, कुसुम, मंजरी, प्रसून
- पुष्तक- पोथी, ग्रन्थ, बही, किताब
- छानबीन – जाँच –पड़ताल, पूछताछ, जाँच, तहकीकात।
- नाव – नौका, वेडा, तरी, डोंगी, पतंग, जलयान, जलपात्र, तरिणी
- मंदिर- देवगृह, देवालय, देवस्थान
- घर- गृह, भवन, आलय, निवास्, निकेतन, सदन, निलय, धाम
- कपड़ा पट, चीर, दुकूल, वसन, अम्बर, वस्त्र।
- कनक सोना, स्वर्ण, धतूरा
- कान श्रवण, कर्ण, श्रुति, श्रवणेंद्रिय
- कामदेव मदन, मनोज, मन्मथ, मार, कंदर्प, अनंग, मनसिज, रतिनाथ
- कच बाल, केश, कुन्तल, चिकुर, अलक, रोम, शिरोरूह।
- काजल कज्जल, अंजन, सुरमा, काज़र
- कबूतर कपोत, रक्तलोचन, पारावत, कलरव, हारिल।
- कोयल कोकिला, काक्पाली, वसंतदूत, पिक
- किरण अंशु, कर, ज्योति, प्रभा, मरीचि, रश्मि, मयूख
- किनारा कूल, तट, कगार, तीर।
- किसान कृषक, हलधर, भूमिपुत्र, खेतिहर, अन्नदाता
- कृष्ण केशव, गोविन्द, माधव, मोहन, घनश्याम, राधापति
- काया देह, तन शरीर, वपु, गात।
- खल अधम, दुर्जन, दुष्ट, कुटिल, नीच
- खग पक्षी, द्विज, विहग, नभचर, अण्डज, शकुनि, पखेरू।
- गंगा मंदाकिनी, देवनदी, भगीरथी, देवपगा, सुरसरिता, जाह्नवी,
- गाय धेनु, गौ, सुरभि, रोहिणी
- गुरु शिक्षक, आचार्य, उपाध्याय।
- गणेश एकदन्त, विनायक, गजानन, गणपति, लम्बोदर, महाकाय।
- गृह घर, सदन, भवन, निवास, आलय, निकेतन।
- गज हाथी, हस्ती, मतंग, मदकल।
- चरण पैर, पद, पग, पांव।
- चंद्रमा मयंक, सुधाकर, चन्द्र, शशि, हिमकर, राकेश, इन्दु, सोम,
- चांदनी चन्द्रिका, कौमुदी, ज्योत्स्ना, चन्द्रप्रभा, जुन्हाई।
- चतुर चालाक, पटु, नागर, दक्ष, प्रवीण
- जल अम्बु, उदक, पानी, वारि, पय, सलिल, तोय, जीवन, नीर
- जगत् संसार, विश्व, जगती, भव, दुनिया, लोक।
- जीभ रसना, रसज्ञा, जिह्वा, रसिका, वाचा, जबान, वाणी।
- जंगल कानन, वन, अरण्य, गहन, विपिन
- तालाब सरोवर, सर, पुष्कर, पोखर, जलाशय
- तरुवर वृक्ष, पेड़, द्रुम, तरु, विटप, पादप।
- तलवार असि, कृपाण, करवाल, खड्ग, चन्द्रहास।
- दिन दिवस, दिवा, वार, याम
- दूध दुग्ध, क्षीर, पय
- दुर्गा चण्डी, चामुण्डा, कल्याणी, भवानी।
- दधि दही, गोरस, मट्ठा, तक्र।
- दीन गरीब, दरिद्र, रंक, निर्धन
- दांत दशन, रदन, द्विज, दन्त, मुखखुर।
- दास सेवक, अनुचर, चाकर, किंकर, परिचारक।
- दिन दिवस, वार, वासर, दिवा।
- दीपक दीप दीया प्रदीप।
- धनुष चाप, कमान, कोदण्ड, सरासन, पिनाक, सारंग।
- पुत्र बेटा, सुत, तनय, आत्मज
- पुत्री बेटी, सुता, तनया, आत्मजा
- पृथ्वी धरा, मही, वसुधा, वसुन्धरा, धरती, भूमि
- पर्वत नग, भूधर, शैल, पहाड़
- मेघ जलधर, जलद, पयोद, पयोधर, घन, बादल
- बिजली चपला, चंचला, दामिनी, सौदामनी
- राजा नृपति, नृप, भूपति
- रजनी रात, रात्रि, निशा, यामिनी, विभावरी
- हाथ कर, हस्त, पाणि, बाहु, भुजा
- हिमालय हिमगिरी, हिमाचल, गिरिराज, पर्वतराज, हिमाद्रि
आशा करते है कि Paryayvachi Shabd Kise Kahate Hain के बारे में सम्बंधित यह लेख आपको पसंद आएगा एवं ऐसे लेख पढ़ने के लिए हमसे फेसबुक के माध्यम से जुड़े।