रावण दहन :रावण का विवाह एवं पूजा विधि

Ravan Dahan

Ravan Dahan : रावण दहन :रावण का विवाह एवं पूजा विधि 

स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Ravan Dahan साथ ही इससे जुड़े पूजा विधि एवं विवाह के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें

नवरात्रि के नौ  दिनों के बाद दसवें दिन दशहरा मनाया जाता है। इस दिन रावण दहन किया जाता है।

दशहरा पूजा एवं महोत्सव

पूजा विधि –

रावण का जीवन परिचय –

रावण लंका का राजा था और रामायण के सबसे शक्तिशाली योद्धाओं में से एक था. रावण के दस सिर थे, जिसके कारण उसका नाम दशानन भी था।रावण को व्यापक रूप से बुराई का प्रतीक माना जाता है

 

पूरा नाम                रावण
उपनाम लंकापति, दशानन
जन्म त्रेता युग
पिता का नाम विश्रवा
माता का नाम कैकाशी
पत्नी मंदोदरी और धन्यमालिनी
भाई-बहन कुंभकर्ण, विभीषण, खर,

भगवान कुबेर, अहिरावण

रावण का विवाह –

सबसे पहला विवाह  दिति के पुत्र मय जिनकी कन्या का नाम मंदोदरी था। मंदोदरी का प्राकट्य हेमा नामक एक अप्सरा के गर्भ से हुआ था। पौराणिक इतिहास में  यह भी बताया जाता है कि मंदोदरी राजस्थान के जोधपुर के पास के ही एक क्षेत्र जिसका नाम मंडोर है वहां की रहने वाली थी। उनका विवाह रावण के साथ हुआ जिसके बाद उन्होंने कई सारे पुत्रों को जन्म दिया जिनमें से मुख्य इंद्रजीत, मदोहर, प्रहस्त,  थे |

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रावण का परिवार –

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