समाजशास्त्र के जनक कौन है : कॉमटे के सबसे उत्कृष्ट कार्य हैं

Samajshastra ke janak kaun hai

Samajshastra ke janak kaun hai :समाजशास्त्र के जनक कौन है : कॉमटे के सबसे उत्कृष्ट कार्य हैं

स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Samajshastra ke janak kaun hai में साथ ही इससे जुड़े जनक एवं शिक्षा के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें

समाजशास्त्र के जनक –

समाजशास्त्र के जनक का नाम ऑगस्त कॉम्त था  ऑगस्त काम्टे  मानसिक दृष्टि से अत्यन्त ही परिश्रम करते थे। उनकी मृत्यु 5 सितम्बर 1857 को हो गई थी लेकिन उनका मानसिक शरीर और उनके विचार आज भी जीवत है और शदियों तक जीवित रहेगी।

अगस्त काम्टे एक महान सामाजिक विचारक थे। उनके चिंतन की प्रक्रिया अनुभववादी थी। वे वैज्ञानिक पद्धति से प्राप्त ज्ञान को महत्वपूर्ण मानते थे। उनका मानना था कि सामाजिक घटनाओं के अध्ययन मे निरीक्षण, परीक्षण तथा वर्गीकरण की क्रमवद्धता अपरिहार्य  पर उन्होंने मानव ज्ञान के विकास को तीन चरणों यथा– धर्मशास्त्रीय, आधिभौतिक तथा सकारी परिशुद्धवादी श्रेणियों में विभक्तकर प्रस्तुत किया। ज्ञान के क्रमों का यह आधार विज्ञानों के वर्गीकरण में सहायक हुआ जो समाज के सरलता से जटिलता की स्थिति को दर्शाता है। विज्ञानों का क्रमिक विकास ज्ञान के चिन्तन पर आधारित है जो उद्विकासी प्रक्रिया यथा सरलता से जटिलता-को दर्शाता है जैसे गणितशास्त्र, खगोलशास्त्र, भौतिकशास्त्र, रसायनशास्त्र, प्राणिशास्त्र तथा समाजशास्त्र। इस प्रकार समाजशास्त्र का अभ्युदय ज्ञान के परिशुद्धवादी (वैज्ञानिक) चरण मे हुआ जिसने जीवशास्त्र, अर्थशास्त्र, नीतिशास्त्र तथा मनोविज्ञान पर निर्भर रहते हुए अपना अगल अस्तित्व स्थापित किया। चिन्तन के इसी ज्ञानात्मक विधान के कारण काम्टे समाजशास्त्र के जनक या जन्मदाता कहे जाते है।

ऑगस्त कॉम्त कौन थे? –

ऑगस्त कॉम्त पूरा नाम इज़िदोर मारी ऑगस्त फ़्रांस्वा हाविए कॉम्त था. वह एक फ्रांसीसी विचारक और समाज सुधारक थे. तथा उनका जन्म 19 जनवरी 1795 में हुआ था. वह समाजशास्त्र की नीव रखने वालो में से एक थे. और उन्हें समाजशास्त्र का पिता भी कहा जाता है

ऑगस्त कॉम्त हेन्री सैन्ट सिमो के विचारो से प्रभावित थे. और उन्होंने प्रत्यक्षवाद के अनुशासन को स्थापित कर फ्रांस के सामाजिक व्यवस्था में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश की. उनके समाजशास्त्र विषय पर ज्ञान और समाज की उन्नंती के लिए विचारो ने भविष्य में अनेक समाजशास्त्र के सिद्दांतो और विचारो के आधार की भूमिका निभाई थी

जीवन परिचय –

ऑगस्त कॉम्त का जन्म 19 जनवरी 1798 में मौन्टपीलियर नामक स्थान पर हुआ था. उनका परिवार और माता पिता कैथोलिक धर्म के सच्चे समर्थक थे. जबकि कॉम्त प्राचीन परम्पराओ और विचारो के कट्टर विरोधी थे. उनके विचार अपने माता पिता और परिवार के विचारो से बहुत ज्यादा भिन्न थे  इसलिए उनके विचार परिवार के अन्य लोगो के विचारो से मेल नहीं खाते थे उनमे बचपन में ही कुशल नेतृत्व के गुण मौजूद थे  वह बचपन में एक मेधावी छात्र भी रहे थे

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