व्याकरण किसे कहते हैं :प्रकार एवं वाक्य प्रयोग

Vyakaran Kise Kahate Hain

Vyakaran Kise Kahate Hain व्याकरण किसे कहते हैं :प्रकार एवं वाक्य प्रयोग

स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Vyakaran Kise Kahate Hain बारे में साथ ही इससे जुड़े प्रकार एवं वाक्य प्रयोग के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें.

व्याकरण

व्याकरण उस शास्त्र को कहते हैं जिसके पढ़ने से हम किसी भी भाषा को शुद्ध लिखना और बोलना सीखतें हैं। अर्थात एक निश्चित मानक नियमों के आधार पर बनाए गए नियम ,जिससे हम शुद्ध भाषा बोल पाते है इसे ही व्याकरण कहते है।-

व्याकरण के प्रकार –

व्याकरण के चार प्रकार होते हैं

वर्ण –

किसी भी भाषा में वर्ण उस मूल ध्वनि को कहा जाता हैं जिसके टुकड़े नहीं किए जा सकते जैसे हिंदी भाषा में अ, व, च, त, ट, प, ल, आदि भाषा की सबसे छोटी इकाइयां है

पद   –

वाकय का प्रयोग करते समय कुछ शब्द को पद मिलता। जैसे की कुत्ता खा रहा है, लड़का जा रहा है तो इस दोनों वाक्यों में लड़का और कुत्ता को पद मिला हुआ है।

पद के चार भेद है

शब्द –

जब दो या दो से अधिक वर्ण समूह में मिलते हैं, तो उनके मिलने से ‘शब्द’ का निर्माण होता है, और उस शब्द का कोई ना कोई अर्थ अवश्य होता है। इसे हम ऐसे भी कह सकते हैं कि जब वर्णों और ध्वनियों का सार्थक मेल हो तो शब्द का निर्माण होता है।

जैसे – रोना, बोलना,

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वाक्य –

जब एक शब्द समूह मिलकर किसी बात का अर्थ समझाते हैं, तो उसे वाक्य कहते हैं।

FAQ –

Ques-  व्याकरण के कितने भेद होते हैं?

Ans- चार

Ques-  वर्णमाला में कितने वर्ण या अक्षर होते हैं?

Ans- 44

Ques-  व्याकरण किसे कहते हैं

Ans- वह शास्त्र जिसके द्वारा किसी भी भाषा को शुद्ध शुद्ध लिखना, बोलना तथा पढ़ना सिखाता है ऐसे शास्त्र को व्याकरण कहते हैं।

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